Archana Joglekar | नब्बे के दशक की वो खूबसूरत अभिनेत्री जो भारत छोड़कर चली गई | Biography
Archana Joglekar. अस्सी के दशक के आखिरी सालों और नब्बे के दशक की वो अभिनेत्री, जो नज़र तो कुछ ही फिल्मों में आई। लेकिन अपनी खूबसूरती से सिनेमा के शौकीनों के ज़ेहन में बस गई।
कई बड़ी और हिट फिल्मों व कुछ लोकप्रिय टीवी शोज़ में काम करने के बावजूद अर्चना जोगलेकर को याद करने वाले आज बहुत ही कम लोग मौजूद होंगे।
Veteran Actress Archana Joglekar Biography - Photo: Social Media |
Meerut Manthan आज आपको Archana Joglekar की कहानी बताएगा। Archana Joglekar का फिल्मी सफर कैसे शुरू हुआ और अचानक वो फिल्म इंडस्ट्री छोड़कर कहां चली गई, ये सारी कहानी आज हम और आप जानेंगे।
Archana Joglekar की शुरूआती ज़िंदगी
अर्चना जोगलेकर का जन्म 1 मार्च 1965 को महाराष्ट्र के नागपुर शहर में हुआ था। हालांकि ज़्यादातर लोग कहते हैं कि अर्चना जोगलेकर का जन्म मुंबई में हुआ था। लेकिन ये सच नहीं है।
इनका जन्म मुंबई में नहीं हुआ था। चूंकि इनके पिता आर्मी में नौकरी करते थे तो जिन दिनों अर्चना का जन्म हुआ था उन दिनों उनकी पोस्टिंग नागपुर में थी। अर्चना का एक बड़ा भाई भी है।
बचपन में शुरू कर दी थी कत्थक की ट्रेनिंग
अर्चना काफी छोटी थी जब इनके पिता का ट्रांसफर नागपुर के पास ही मौजूद एक छोटे से कस्बे चंद्रपुर में हो गया। इस तरह अर्चना की स्कूलिंग चंद्रपुर में ही हुई। मगर बाद में जब अर्चना के पिता का तबादला मुंबई हुआ तो इनका परिवार मुंबई आ गया।
अर्चना की मां आशा जोगलेकर जो कि एक निपुण कत्थक नृत्यांगना थी, उन्होंने मुंबई आकर साल 1963 में अर्चना नृत्यालय नाम से मुंबई में एक कत्थक डांस स्कूल खोल लिया।
इस डांस स्कूल में दूसरे बच्चों के साथ अर्चना ने भी कत्थक की ट्रेनिंग ली और कत्थक में अर्चना ने निपुणता हासिल की। कत्थक के साथ-साथ अर्चना मुंबई से अपनी पढ़ाई भी कर रही थी।
मुंबई यूनिवर्सिटी से अर्चना कॉमर्स में ग्रेजुएशन कर रही थी। ग्रेजुएशन का आखिरी साल अर्चना की ज़िंदगी का वो साल बना जब ये तय हुआ कि अर्चना फिल्म इंडस्ट्री का हिस्सा बनेंगी।
इस तरह एक्टिंग की दुनिया में आई Archana Joglekar
कॉलेज में होने वाले नाटकों में अर्चना कभी-कभार हिस्सा ले लिया करती थी। हालांकि उन्होंने फिल्मों में करियर बनाने के बारे में कभी नहीं सोचा था।
एक दिन मुंबई के प्रख्यात शिवाजी मंदिर ऑडिटोरियम का एक विज्ञापन अर्चना ने अखबार में देखा। उस विज्ञापन में कहा गया था कि शिवाजी मंदिर ऑडिटोरियम नए टैलेंट की तलाश कर रहा है।
अर्चना को लगा कि उन्हें भी अपनी किस्मत आज़मानी चाहिए। उन्होंने अपने परिवार से बात की और फिर उस टैलेंट हंट में हिस्सा लेने के लिए एप्लिकेशन सबमिट कर दी।
उस टैलेंट हंट में 500 से भी ज़्यादा लोगों ने हिस्सा लिया था। लेकिन सेमीफाइनल में चुने गए कुछ लोगों में अर्चना भी एक थी।
इस तरह मिला पहले नाटक में काम
यहां अर्चना को एक ऐसी लड़की मिली जो वही मॉनोलोग फाइनल में बोलने वाली थी जो अर्चना को बोलना था। अर्चना ने उस लड़की से गुज़ारिश कि वो अपना मोनोलॉग बदल ले। लेकिन वो लड़की नहीं मानी।
तब अर्चना ने खुद रात भर जागकर अपने लिए एक दूसरा मोनोलॉग तैयार किया और उसकी प्रैक्टिस की। अगले दिन फाइनल में अर्चना ने इतना शानदार प्रदर्शन किया कि उन्हें फर्स्ट प्राइज़ दिया गया।
उसी शो के जजेस ने अर्चना को एक नाटक में लीड रोल भी दिलाया। वो एक मराठी नाटक था और उस नाटक को काफी पसंद किया गया था। महज़ दो साल के भीतर अर्चना के उस नाटक के चार सौ से भी ज़्यादा शोज़ हुए थे।
अर्चना का फिल्मी करियर अभी शुरू भी नहीं हुआ था और वो मुंबई में पहले ही मशहूर हो चुकी थी। उस नाटक के लिए अर्चना को ढेरों अवॉर्ड्स मिले थे। अखबार में अर्चना की तारीफ करते हुए ढेरों आर्टिकल्स आने लगे थे।
अर्चना की पहली फिल्म
अखबारों में जब अर्चना की तारीफों का सिलसिला लगातार चलता रहा तो अर्चना पर फिल्म इंडस्ट्री की नज़रें भी जाने लगी। कई डायरेक्टर्स और प्रोड्यूसर्स अर्चना को अपनी फिल्म में लेने की ख्वाहिश जताने लगे।
अर्चना के पास कई ऑफर्स भी आए। लेकिन ढेर सारे ऑफर्स रिजेक्ट करने के बाद आखिरकार अर्चना ने एक ऑडिया फिल्म से अपने करियर की शुरूआत की। ये फिल्म थी "सुना चाढेई" जो कि साल 1987 में रिलीज़ हुई थी।
अर्चना की प्रमुख फिल्में
इसी के साथ ही अर्चना का टीवी करियर भी शुरु हो गया था। साल 1987 में ही दूरदर्शन पर ब्रॉडकास्ट हुए शो चुनौती में ये पहली दफा छोटे पर्दे पर दिखी। इसके बाद अर्चना कुछ और हिंदी और मराठी फिल्मों में दिखी।
इनकी प्रमुख हिंदी फिल्मों की बात करें तो ये नज़र आई मर्दानगी, बिल्लू बादशाह, संसार, बात है प्यार की, आतंक ही आतंक, और आग से खेलेंगे। इनमें बिल्लू बादशाह और संसार में अर्चना की एक्टिंग की काफी तारीफें हुई थी।
कई भाषाओं की फिल्मों में Archana Joglekar ने किया था काम
मराठी सिनेमा की बात करें तो रंगत संगत और ऐका पेक्षा एक नाम की फिल्मों में इन्होंने मराठी फिल्मों के कॉमेडी किंग्स स्वर्गीय लक्ष्मीकांत बेर्डे और अशोक सर्राफ के साथ मिलकर दर्शकों को खूब हंसाया। केवल ओडिया हिंदी और मराठी ही नहीं, अर्चना ने कुछ तमिल फिल्मों में भी काम किया है।
इनमें सबसे प्रमुख है साल 1994 में रिलीज़ हुई मोगामुल। छोटे पर्दे पर साल 1992 में प्रसारित हुए शो फूलवती में इन्होंने लीड कैरेक्टर निभाया था जिसे बेहद पसंद किया गया था। अर्चना ने कुछ ओडिया भाषा की फिल्मों में भी काम किया था।
डायरेक्शन में भी आज़माया था हाथ
आपको जानकर हैरानी होगी कि अर्चना ने केवल एक्टिंग ही नहीं की है। बल्कि इन्होंने डायरेक्शन में भी अपना हाथ आज़माया है। साल 1996 में डीडी मेट्रो पर आने वाले शो साम्राज्य को इन्होंने ही डायरेक्ट किया था।
और केवल डायरेक्ट ही नहीं, उस शो की स्क्रिप्ट, स्क्रीनप्ले, डायलॉग्स और प्रोडक्शन भी इन्होंने ही किया था। उस दौर में भारत में एक भी प्राइवेट चैनल नहीं था।
एक इंटरव्यू में अर्चना ने बताया कि उन्होंने बिना एक भी पैसा रिश्वत के दिए केवल अपनी काबिलियित के दम पर अपना वो शो डीडी मेट्रो पर प्रसारित कराया था।
रोचक है अर्चना से जुड़ी ये बात
आखिरी दफा अर्चना साल 2012 में रिलीज़ हुई एक फिल्म में नज़र आई थी जिसका नाम था मैरिड टू अमेरिका। हालांकि ये फिल्म फ्लॉप रही थी और ये कब आई और कब गई किसी को पता ही नहीं चल पाया।
अर्चना जोगलेकर के बारे में एक रोचक बात ये भी है कि अस्सी के दशक के आखिर और नब्बे के दशक की शुरूआत में ये पान पसंद के विज्ञापन में नज़र आई थी। और इनका वो विज्ञापन काफी पसंद किया गया था।
अब अमेरिका में चलाती हैं डांस एकेडेमी
अर्चना जोगलेकर की निजी ज़िंदगी के बारे में बात करें तो अर्चना का करियर जब ठीकठाक चल रहा था तभी उन्होंने डायरेक्टर दिलीप शंकर से शादी कर ली और फिल्म इंडस्ट्री को छोड़ दिया।
अचानक उठाया गया इनका ये कदम कई लोगों के लिए हैरतअंगेज़ था। लोगों की हैरानी और भी ज़्यादा तब बढ़ गई जब अर्चना भारत छोड़कर अपने पति के साथ हमेशा के लिए अमेरिका जाकर बस गई।
साल 1999 में अर्चना ने अपनी मां के डांस स्कूल अर्चना नृत्यालय की एक शाखा अमेरिका के न्यूजर्सी शहर में खोली। अर्चना खुद भी न्यूजर्सी में ही रहती हैं। हालांकि वो भारत लगातार आती-जाती रहती हैं।
जब Archana Joglekar के साथ हुआ बुरा हादसा
साल 1997 में ओडिशा में एक फिल्म की शूटिंग के दौरान अर्चना को अपनी ज़िंदगी का सबसे बुरा तजुर्बा हुआ था। ओडिशा की राजधानी भुबनेश्वर में अर्चना एक ओडिया फिल्म की शूटिंग कर रही थी।
एक दिन अर्चना के होटल के कमरे में एक अंजान आदमी घुस आया और उसने अर्चना के साथ रेप करने की कोशिश की। अर्चना ज़ोर-ज़ोर से चिल्लाई और होटल में मौजूद बाकी लोग अर्चना के कमरे में आए।
माजरा समझते ही लोगों ने उस अजनबी को पकड़ लिया और पुलिस के हवाले कर दिया। पुलिस ने उस आदमी को गिरफ्तार कर लिया। तकरीबन तेरह साल तक मुकदमा चलने के बाद उस आदमी को अदालत ने 18 महीने जेल की सज़ा सुनाई।
अर्चना को मेरठ मंथन का सैल्यूट
अर्चना अब अपने पति और बच्चों के साथ अमेरिका में रहती हैं। वहां वो अपनी डांस एकेडमी तो चलाती ही हैं, साथ ही अमेरिका की कई यूनिवर्सिटीज़ में भारतीय क्लासिकल डांस की क्लास लेने भी जाती रहती हैं।
इस तरह अर्चना जोगलेकर भारतीय संस्कृति का प्रचार-प्रसार अमेरिका में भी कर रही हैं। और ये हम भारतीयों के लिए एक गर्व की बात है।
Meerut Manthan अर्चना जोगलेकर को सैल्यूट करता है। और ईश्वर से प्रार्थना करता है कि अर्चना जोगलेकर का जीवन हमेशा खुशियों से भरा रहे। जय हिंद।
टिप्पणियाँ
एक टिप्पणी भेजें