Emmanuel Manny Yarbrough: Mr & Mrs Khiladi Movie में दिखा ये Kalu Pehelwan अब कहां है? | Biography
Emmanuel Manny Yarbrough. जी हां, यही नाम था इनका। आपने इन्हें साल 1997 में आई अक्षय कुमार और जुही चावला की सुपरहिट फिल्म मिस्टर एंड मिसेज खिलाड़ी में ज़रूर देखा होगा। अक्षय कुमार जब रेसलिंग रिंग में कालू पहलवान यानि इमैनुअल यारबोरोह से कुश्ती लड़ते हैं तो दर्शकों की सांसें थम जाती हैं। उस फिल्म को हिट कराने में इमैनुअल यारबोरोह की बड़ी ही अहम भूमिका रही है।
Emmanuel Manny Yarbrough - Photo: Social Media |
उस फिल्म को रिलीज़ हुए लगभग 25 साल का वक्त हो चुका है। यकीनन आपने अक्षय कुमार की वो फिल्म ज़रूर देखी होगी और आपके ज़ेहन में कभी ना कभी ये ख्याल भी ज़रूर आया होगा कि आखिर वो कालू पहलवान किस देश का था और मिस्टर एंड मिसेज खिलाड़ी फिल्म के बाद उसका क्या हुआ था।
Meerut Manthan आज आपको Mr & Mrs Khiladi के कालू पहलवान यानि Emmanuel Manny Yarbrough की कहानी बताएगा। Emmanuel Manny Yarbrough कौन थे और उनकी निज़ी ज़िंदगी कैसी थी? और वो क्या वजह रही कि इमैनुअल इस दुनिया को छोड़कर चले गए? आज ये सारी कहानी आप किस्सा टीवी के इस आर्टिकल में जानेंगे।
Emmanuel Manny Yarbrough की शुरूआती ज़िंदगी
5 सितंबर 1964 को America के New Jersey राज्य के Rahway शहर में इमैनुअल का जन्म हुआ था। इमैनुअल बचपन से ही दूसरे बच्चों से ज़रा अलग दिखते थे। जब ये 6 साल के हुए तो इन्हें खुद भी अहसास हो चुका था कि ये अपनी उम्र के दूसरे बच्चों से काफी अलग हैं और उनसे कद में बहुत बड़े हैं।
इनके विशाल कद के चलते इनके दोस्तों ने इन्हें टाइनी कहकर पुकारना शुरू कर दिया। वहीं अपनी जिस आंटी के घर में ये रहा करते थे वो इन्हें प्यार से मैनी कहती थी। इनके कज़िन्स जब घर में नाश्ता करते थे तो इनकी आंटी इनके लिए अलग से नाश्ता बनाती थी, क्योंकि इनकी खुराक अपने कज़िन्स से कहीं ज़्यादा थी।
वहीं स्कूल में अपने दोस्तों संग खेलते समय मैनी इस बात का बड़ा ही ध्यान रखते थे कि वो किसी बच्चे के ऊपर गिर ना जाएं। क्योंकि अगर वो किसी बच्चे पर गिर गए तो उसको काफी ज़्यादा चोट लग सकती है।
एक गंदी आदत ने मेहनती Emmanuel Manny Yarbrough की मेहनत बर्बाद कर दी
12 साल की उम्र तक मैनी की लंबाई पांच फीट ग्यारह इंच हो चुकी थी। इमैनुअल उर्फ मैनी स्पोर्ट्स के शौकीन थे तो स्कूल के दिनों से ही वो अमेरिकन फुटबॉल, बेसबॉल और दूसरे खेलों में हिस्सा लेते रहते थे। लगातार खेलों में हिस्सा लेने से मैनी को एक फायदा ये हो रहा था कि बहुत बड़े आकार का होने के बावजूद वो फिट दिखते थे। वो रोज़ 6 मील दौड़ लगाते थे। साथ ही जॉगिंग और एक्सरसाइज़ भी ये खूब ही किया करते थे। लेकिन इनकी एक आदत ऐसी थी जिसने धीरे-धीरे इनकी सारी मेहनत पर पानी फेर दिया।
बेहिसाब खाने लगे Emmanuel Manny Yarbrough
कॉलेज में आने के बाद इमैनुअल खेलों में और ज़्यादा एक्टिव हो गए। कॉलेज फुटबॉल टीम में इमैनुअल एक बेहद अहम खिलाड़ी बन गए। लेकिन कॉलेज जाते ही इमैनुअल की वो आदत उन पर और ज़्यादा हावी हो गई जो उनके पीछे पड़ी तो बचपन से थी, लेकिन अब तक उन पर हावी नहीं हो पाई थी। वो आदत थी बेहिसाब खाने की आदत। कॉलेज आने के बाद इमैनुअल ने बहुत बड़ी मात्रा में जंक फूड खाना शुरू कर दिया। इमैनुअल खाने की लत के इतने ज़्यादा शिकार हो गए कि जब भी उन्हें खाली वक्त मिलता वो कुछ ना कुछ खाते रहते थे।
धीरे-धीरे खेलों से दूर होने लगे इमैनुअल
इससे हुआ ये कि इमैनुअल का वज़न तेज़ी से बढ़ने लगा। दूसरी तरफ इमैनुअल की लंबाई भी छह फीट 8 इंच हो चुकी थी। इतनी ज़्यादा लंबाई और बेहिसाब बढ़े हुए वज़न के चलते इमैनुअल किसी दानव जैसे दिखने लगे। हालात ये हो गए थे कि इमैनुअल को हिलने-डुलने में भी परेशानी होने लगी थी। कभी कॉलेज में रेसलिंग और कई दूसरे खेलों के हीरो रहे इमैनुअल धीरे-धीरे खेलों की दुनिया से दूर होते जा रहे थे।
एक शख्स ने बदल दी इमैनुअल की ज़िंदगी
इमैनुअल को पता था कि खाने की अपनी लत से वो अपने करियर, अपनी सेहत और अपनी ज़िंदगी से खिलवाड़ कर रहे हैं। लेकिन वो लत इमैनुअल पर इतनी ज़्यादा हावी थी कि इन सब बातों का अहसास होने के बावजूद इमैनुअल खाने की लत पर लगाम नहीं लगा पा रहे थे। लेकिन फिर एक दिन इनकी ज़िंदगी में वो शख्स आया जिसने इमैनुअल की किस्मत को पूरी तरह से बदलकर रख दिया।
जापानी सूमो पहलवान ने बदल दिया Emmanuel Manny Yarbrough को
दरअसल, कॉलेज के दिनों में इमैनुअल जूडो में भी हिस्सा लिया करते थे। इमैनुअल को मार्शल आर्ट का काफी शौक था। यही वजह है कि वो मार्शल आर्ट की कई कलाओं को सीखना चाहते थे। जिस कॉलेज में इमैनुअल पढ़ाई कर रहे थे वहीं पर सूमो पहलवानी की ट्रेनिंग देने के लिए जापान से एक सूमो ट्रेनर बुलाया गया था। उस जापानी सूमो ट्रेनर की नज़र जब इमैनुअल पर पड़ी तो उसे लगा कि सूमो पहलवानी में ये लड़का कमाल कर सकता है।
सूमो पहलवानी की तरफ आकर्षित हुए Emmanuel Manny Yarbrough
एक दिन वो सूमो ट्रेनर इमैनुअल से मिला और उसने इमैनुअल को सूमो पहलवानी में हाथ आज़माने के लिए प्रेरित किया। चूंकि इस खेल में जमकर खाने और भरपूर सोने की पूरी छूट होती है तो इमैनुअल को सूमो पहलवानी रास आ गई। और इस तरह सूमो पहलवानी में इमैनुअल ने अपने करियर का आगाज़ किया। कई दिन की कड़ी ट्रेनिंग के बाद साल 1994 में इमैनुअल ने UFC 3 इवेंट के मिक्स मार्शल आर्ट कॉम्पिटीशन में एज़ एक सूमो पहलवान हिस्सा लिया।
और शुरू हो गया इमैनुअल का सूमो पहलवानी करियर
इनकी पहली फाइट कीथ हैकनी से हुई। वैसे तो इमैनुअल कीथ हैकनी पर शुरूआत में काफी भारी पड़े थे। लेकिन आखिरकार कीथ हैकनी ने अपने तजुर्बे से अपने से दोगुने आकार वाले इमैनुअल यारबोरोह को नॉक आउट कर ही दिया। पहली फाइट के कुछ महीनों बाद इमैनुअल अपने सूमो पहलवानी के करियर की दूसरी फाइट लड़ने जापान गए।
यहां उनकी भिड़ंत जापानी पहलवान तात्सुओ नाकानो से हुई। चूंकि अपने जापानी प्रतिद्वंदी की तुलना में इमैनुअल आकार में दोगुने थे तो बिना किसी परेशानी के इमैनुअल ने जापानी पहलवान को हरा दिया और इस तरह इमैनुअल यारबोरोह को अपने सूमो करियर की पहली और इकलौती जीत का स्वाद चखने का मौका मिला।
इस तरह एक्टर बने Emmanuel Manny Yarbrough

Emmanuel Manny Yarbrough - Photo: Social Media
बात अगर इमैनुअल यारबोरोह के एक्टिंग करियर के बारे में करें तो बॉलीवुड फिल्म मिस्टर एंड मिसेज खिलाड़ी में इमैनुअल यारबोरोह ने पहली दफा एक्टिंग की थी। हालांकि उस फिल्म में इनका रोल एक्टिंग के नज़रिए से बहुत ज़्यादा खास नहीं था। लेकिन फिल्म में इनकी मौजूदगी ने ज़रूर बड़ा कमाल किया था। उस फिल्म को सफल कराने में इमैनुअल ने भी काफी योगदान दिया था।
विज्ञापनों में भी नज़र आए इमैनुअल
अक्षय कुमार और इमैनुअल के फाइट सीन की वजह से ही कई लोगों ने वो फिल्म देखी थी। एचबीओ की ड्रामा सीरीज़ ओज़ी में भी इमैनुअल यारबोरोह नज़र आए थे। वहीं सूमो पहलवानी पर बनी एक जर्मन फिल्म सूमो ब्रूनो में भी इमैनुअल ने एक्टिंग की थी। इतना ही नहीं, मोटोरोला मोबाइल्स के लिए इमैनुअल ने एक विज्ञापन में भी काम किया था।
बढ़े वज़न ने किया इमैनुअल का नुकसान
इमैनुअल अमेरिका और जापान में काफी लोकप्रिय थे और उनका दर्जा किसी सुपरस्टार से कम नहीं था। लेकिन अपने बेहिसाब बढ़े हुए वज़न की वजह से इमैनुअल को कई दफा कई दिक्कतों का भी सामना करना पड़ा था। एक दफा अमेरिकी एयरलाइन कंपनी डेल्टा एयरलाइंस ने इमैनुअल को इटली जाने से इसलिए रोक दिया था क्योंकि उनका वज़न काफी ज़्यादा बढ़ गया था।
जबकी इमैनुअल ने एयरलाइंन कंपनी को तीन टिकटों का भुगतान किया था। इस घटना पर काफी विवाद हुआ था और इमैनुअल ने अपनी नाराज़गी भी ज़ाहिर की थी। इसी घटना के बाद से इमैनुअल ने अपना वज़न कम करने का फैसला कर लिया था।
वज़न ने ले ली Emmanuel Manny Yarbrough की जान
इमैनुअल सूमो पहलवानी से रिटायरमेंट लेकर एक डॉक्टर से अपना इलाज करा रहे थे। उस डॉक्टर ने इमैनुअल से कहा था कि वो एकदम सही समय पर इलाज के लिए आए हैं। क्योंकि अगर वो कुछ दिन और देर करते तो उन्हें दिल की बीमारियां हो सकती थी। इमैनुअल ने अपना इलाज शुरू कर दिया।
उन्होंने अपना कुछ वज़न घटाया भी था। लेकिन 21 दिसंबर 2015 की रात को इमैनुअल को दिल का दौरा पड़ा और उनकी मौत हो गई। इमैनुअल को जानने वाले लोग कहते हैं कि वो दिखने में जितने बड़े थे, दिल से उतने ही बच्चे थे। Meerut Manthan इमैनुअल को सैल्यूट करता है। जय हिंद।
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