Actor Vijay Patkar Biography | शानदार चरित्र अभिनेता विजय पाटकर की कहानी जानिए

Actor Vijay Patkar Biography. कुछ साल पहले जब हर हाथ में स्मार्टफोन नहीं हुआ करते थे और लोगों के मनोरंजन का सबसे बड़ा मीडियम टेलिविज़न होता था तब टीवी पर एक विज्ञापन खूब आता था। ये विज्ञापन था पार्ले क्रैक जैक बिस्कुट का। टीवी के दौर में कई सालों तक लोगों ने इस विज्ञापन को एड ब्रेक्स में देखा।

actor-vijay-patkar-biography
Actor Vijay Patkar Biography - Photo: Social Media

इस विज्ञापन में बोमन ईरानी और विजय पाटकर मज़ेदार हरकतें करते नज़र आते हैं। बोमन ईरानी की कहानी तो फिर कभी हम आपको बताएंगे। आज हम आपको क्रैक जैक बिस्कुट के विज्ञापन के दूसरे कलाकार विजय पाटकर की कहानी बताएंगे।

विजय पाटकर के फिल्मी सफर और उनकी ज़िंदगी के कुछ दूसरे पहलुओं पर आज हम और आप नज़र डालेंगे। Meerut Manthan की ये पेशकश आप दर्शकों को पसंद आएगी, हमें इसका पूरा यकीन है। Actor Vijay Patkar Biography.

शुरूआती जीवन

29 मई सन 1961 को विजय पाटकर का जन्म मुंबई के गिरगांव में हुआ था। यहीं के यूनियन स्कूल और सिद्धार्थ कॉलेज से इन्होंने अपनी पढ़ाई पूरी की। स्कूल के दिनों से ही विजय पाटकर नाटकों में हिस्सा लेने लगे थे। 

स्कूल में जहां ये दूसरे बच्चों के साथ शौकियाना तौर पर छोटे-मोटे ड्रामों में हिस्सा लेते थे। तो वहीं कॉलेज में इन्होंने नाटकों को गंभीरता से लेना शुरू कर दिया था। 

कॉलेज के दिनों से ही इन्होंने प्रोफेशनल थिएटर करना शुरू कर दिया था। सन 1982 से लेकर 1986 तक इन्होंने ढेरों नाटक किए।

पहली फिल्म

सन 1987 में डायरेक्टर एन चंद्रा ने इन्हें माझी पहली चोरी नाम के एक नाटक में एक्टिंग करते देखा। एन चंद्रा को इनकी एक्टिंग पसंद आई और उन्होंने विजय पाटकर को फिल्म तेजाब में एक रोल दे दिया। 

इस तरह साल 1988 में रिलीज़ हुई तेजाब फिल्म से विजय पाटकर का फिल्मी करियर शुरू हो गया। हालांकि सन 1985 में ये एक मराठी फिल्म में भी काम कर चुके थे।

तेजाब फिल्म से जुड़ा रोचक किस्सा

तेजाब फिल्म से जुड़ा एक रोचक किस्सा कुछ यूं है कि फिल्म के सीन जिसमें सुरेश ओबेरॉय अनिल कपूर को शहर में घुसने से रोकते हैं चूंकि अनिल कपूर तड़ीपार हैं, उस सीन में पहले विजय पाटकर नज़र आते हैं। 

लेकिन आगे उस सीन में विजय पाटकर कहीं नज़र नहीं आते। ऐसा दरअसल इसलिए हुआ था क्योंकि उन दिनों विजय पाटकर थिएटर से बहुत गहराई से जुड़े थे। 

Actor-Vijay-Patkar-Biography
Vijay Patkar in Narsimha - Photo: Social Media

ये अपना एक नाटक छोड़कर इस सीन की शूटिंग के लिए आए थे। और चूंकि इनका एक और नाटक होना था तो फिल्म का वो सीन छोड़कर ये अपना नाटक करने पहुंच गए थे। यानि उन दिनों विजय पाटकर को थिएटर से बहुत ज़्यादा लगाव था।

बैंक में भी की नौकरी

विजय पाटकर को अहसास हो गया था कि फिल्मों में उन्हें सपोर्टिंग कैरेक्टर्स से ज़्यादा रोल्स नहीं मिलने वाले हैं। खासतौर पर हिंदी फिल्म इंडस्ट्री से तो उन्हें उम्मीद बहुत ही कम थी। 

इसलिए सन 1988 में अपनी पहली फिल्म तेजाब के बाद इन्होंने इक्का-दुक्का हिंदी फिल्मों में और काम किया। इनमें सबसे प्रमुख थी नरसिम्हा। उसके बाद इन्होंने आर्टिस्ट कोटा से बैंक ऑफ इंडिया में नौकरी शुरू कर दी। 

लगभग 15-16 साल तक ये बैंक ऑफ इंडिया में नौकरी करते रहे। हालांकि थिएटर और मराठी फिल्मोें में ये लगातार काम करते रहे। बाद में हालात कुछ ऐसे हुए कि ये थिएटर से भी दूर हो गए।

विज्ञापनों में किया खूब काम

इनका ज़्यादातर फोकस मराठी सिनेमा पर ही रहा। बीच-बीच में ये कई टीवी विज्ञापन्स ज़रूर करते रहे। इनके लोकप्रिय टीवी विज्ञापन्स में से एक क्रैकजैक का विज्ञापन था। वहीं इनके सेलो टेप वाले विज्ञापन के लिए इन्हें आइफा का बेस्ट मेल मॉडल अवॉर्ड भी दिया गया था। 

Actor-Vijay-Patkar-Biography
Vijay Patkar with Boman Irani in Krackjack Biscuit Ad - Photo: Social Media
इसी दौरान इनकी शादी भी हो गई थी और इनका एक बेटा भी हो गया। इनका बेटा शार्दुल पाटकर अब काफी बड़ा हो चुका है।

बैंक की नौकरी छोड़ फिल्मों में लौटे

बैंक की नौकरी के चलते अपने पैशन एक्टिंग से दूर होने के कारण आखिरकार इन्होंने वो नौकरी छोड़ दी और सालों बाद साल 2003 में ये एक बार फिर से रघू रोमियो नाम की एक हिंदी फिल्म में नज़र आए। दूसरी तरफ इनका मराठी सिने कैरियर भी बदस्तूर जारी रहा। 

विजय पाटकर ने फिल्में प्रोड्यूस और डायरेक्ट भी की हैं। साल 2012 में इन्होंने मराठी फिल्म लाऊ का लाथ से अपने डायरेक्शन करियर की शुरूआत की। इस फिल्म को इन्हीं ने प्रोड्यूस भी किया था। साल 2012 में इन्होंने रिवायत नाम की एक हिंदी फिल्म भी डायरेक्ट की थी।

विजय पाटकर की प्रमुख फिल्में

विजय पाटकर ने अपने फिल्मी करियर में लगभग 50 हिंदी फिल्मों में काम किया है और लगभग 300 मराठी फिल्मों में इन्होंने छोटे-बड़े किरदार निभाए हैं। 

इनकी प्रमुख हिंदी फिल्मों की बात करें तो ये नज़र आए क्या कूल हैं हम, अपना सपना मनी मनी, बाबुल, धमाल, वॉन्टेड, गोलमाल 3, तीस मार खान, सिंघम, आर राजकुमार, सिंबा, टोटल धमाल और सूर्यवंशी जैसी फिल्मों में।

इसके अलावा साल 2002 में सहारा टीवी पर ब्रॉडकास्ट हुए शो डोन्ट वरी हो जाएगा में भी ये अहम भूमिका में नज़र आए थे। 

एक इंटरव्यू में विजय पाटकर ने बताया था कि साल 2020 में कोरोना संक्रमण के चलते लगे देशव्यापी लॉकडाउन से कुछ ही दिन पहले इन्होंने लगभग 20 साल बाद फिर से एक नाटक में काम किया था। इस तरह कई सालों के बाद इन्होंने अपने पहले प्यार यानि थिएटर को जिया था।

विजय पाटकर को Meerut Manthan का सैल्यूट

Meerut Manthan विजय पाटकर जी को सैल्यूट करता है। और Vijay Patkar जी को तो Meerut Manthan डबल सैल्यूट करेगा। 

क्योंकि विजय पाटकर फिल्म इंडस्ट्री से जुड़े उन कलाकारों में से एक हैं जो बेहद प्रतिभावान होते हुए भी फिल्म इंडस्ट्री की राजनीति का शिकार होकर अपने हिस्से की पहचान से महरूम रह जाते हैं। जय हिंद।

टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

Anup Jalota | Bhajan Samrat से जुड़े आठ बड़े ही रोचक और Lesser Known Facts

Purab Aur Pachhim 1970 Movie Trivia | पूरब और पश्चिम फिल्म की मेकिंग से जुड़ी 15 अनसुनी व रोचक कहानियां

Shiva Rindani | 90s की Bollywood Movies में गुंडा बनने वाले इस Actor को कितना जानते हैं आप? | Biography