Sanjay Dutt's First Wife Richa Sharma Story | संजय दत्त की पहली पत्नी रिचा शर्मा की कहानी
Sanjay Dutt's First Wife Richa Sharma Story. आपने खबरों में कई दफा संजय दत्त की बेटी त्रिशला दत्त का ज़िक्र सुना होगा। हो सकता है कि आपने एकाध दफा त्रिशला की मां और संजय दत्त की पहली पत्नी रिचा शर्मा का नाम भी सुना होगा। लेकिन आपमें से कई लोग ऐसे होंगे जिन्हें रिचा शर्मा के बारे में बहुत ज़्यादा जानकारी नहीं होगी।
![]() |
Sanjay Dutt with Richa Sharma and Daughter Trishala Dutt - Photo: Social Media |
Meerut Manthan पर आज दर्शक जानेंगे संजय दत्त की पहली पत्नी रिचा शर्मा दत्त की कहानी। रिचा और संजय की मुलाकात कैसे हुई? और रिचा का आखिरी वक्त इतना दर्दनाक क्यों रहा? रिचा की ज़िंदगी के कई अनजान पहलुओं पर आज हम नज़र डालेंगे। Sanjay Dutt's First Wife Richa Sharma Story.
शुरूआती जीवन
रिचा शर्मा का जन्म कब और कहां हुआ था इसके बारे में दो तरह की बातें इंटरनेट की दुनिया में आपको मिल जाएंगी। कुछ जगहों पर कहा जाता है कि रिचा शर्मा अमेरिका में पैदा हुई थी।
जबकी कई जगह बताया जाता है कि रिचा शर्मा दिल्ली में पैदा हुई थी और बाद में उनका परिवार अमेरिका सेटल हुआ था। हालांकि ये ज़रूर है कि रिचा के जन्म की तारीख 6 अगस्त 1963 है।कहा जाता है कि इंदिरा गांधी की सरकार के दौरान रिचा शर्मा के पिता की पोस्टिंग अफगानिस्तान में हुई थी।
उन दिनों भारत की तरफ से अफगानिस्तान में पहले चाइल्ड हॉस्पिटल का निर्माण कराया जा रहा था और रिचा के पिता उस अस्पताल के निर्माण का ज़िम्मा देख रहे थे।
वो अस्पताल बनने के बाद रिचा के पिता सन 1971 में परिवार सहित अमेरिका सैटल हो गए थे। रिचा उन दिनों काफी छोटी थी।
जब देवानंद से मिली रिचा
रिचा की पढ़ाई-लिखाई अमेरिका में हुई थी। स्कूल में ही रिचा एक्टिंग में दिलचस्पी लेने लगी थी और ज़्यादातर नाटकों में लीड रोल प्ले करती थी। एक्टिंग से रिचा को कुछ इस कदर प्यार हुआ कि एक दिन अपने परिवार से इजाज़त लेकर वो अमेरिका से बॉम्बे यानि मुंबई आ गई और सीधे देवानंद साहब से मिलने उनके ऑफिस चली गई।
उन दिनों रिचा महज़ 14 साल की थी। देव साहब ने रिचा से कहा,"तुम अभी बहुत छोटी हो। तुम पहले अपनी पढ़ाई खत्म करो। मैं तुम्हारा नंबर लिख कर रख लूंगा। तुम भी मेरा नंबर नोट कर लो। जब तुम्हारे लिए कोई काम होगा तो मैं तुम्हें बुला लूंगा।" इसके बाद रिचा वापस अमेरिका चली गई।
देव साहब ने निभाया वादा
लगभग सात साल बाद रिचा के अमेरिका वाले घर पर भारत से एक फोन कॉल आई। इत्तेफाक से फोन रिचा ने ही उठाया। दूसरी तरफ से आवाज़ आई,"मैं देवानंद बोल रहा हूं। मेरे पास तुम्हारे लिए एक रोल है। क्या तुम अब भी फिल्मों में काम करने में इंटरस्टेड हो?" उन दिनों रिचा अमेरिका के एक कॉलेज से आर्किटेक्चर की पढ़ाई कर रही थी।
कॉलेज जॉइन किए रिचा को अभी दो साल ही हुए थे। लेकिन देवानंद का ऑफर मिलते ही रिचा ने कॉलेज छोड़ा और वो मुंबई आ गई। देव साहब ने अपनी फिल्म हम नौजवान में रिचा को कास्ट किया था। ये फिल्म 1985 में रिलीज़ हुई थी।
सनसनी बन गई रिचा शर्मा
उस ज़माने में मीडिया में रिचा को लेकर खूब चर्चा हुई। मीडिया रिचा को देव साहब की नई खोज बता रहा था। रिचा की तुलना ज़ीनत अमान और टीना मुनीम से होने लगी, जिन्हें देव साहब ने ही पहला ब्रेक दिया था।
हम नौजवान तो बॉक्स ऑफिस पर कोई खास करिश्मा नहीं कर सकी। लेकिन रिचा को बड़े बैनर्स की फिल्में ज़रूर ऑफर होने लगी। 1986 में रिचा अनुभव फिल्म में दिखी जिसमें उनके अपोज़िट शेखर सुमन थे।
इसी साल ये अनिल कपूर के अपोज़िट फिल्म इंसाफ की आवाज़ में नज़र आई। 1987 में रिचा सड़क छाप में दिखी और फिर इसी साल ये दिखी अपने करियर की पांचवी और आखिरी फिल्म आग ही आग में।
रिचा और संजय की पहली मुलाकात
इसी साल यानि 1987 में रिचा और संजय दत्त की पहली मुलाकात हुई थी। दरअसल, संजय दत्त की एक फिल्म का मुहुर्त मुंबई के सी रॉक होटल में था। इत्तेफाक से रिचा भी अपनी बहन के साथ वहां मौजूद थी।
रिचा ने जींस और मल्टीकलर्ड टॉप पहना था। रिचा के लुक्स संजय दत्त को बहुत अट्रैक्टिव लगे और पहली नज़र में ही संजय दत्त रिचा को अपना दिल दे बैठे।
रिचा के लिए उतावले थे संजय दत्त
रिचा के जाने के बाद संजय दत्त ने उनके बारे में काफी खोजबीन की। किसी तरह संजय दत्त को रिचा का नंबर मिल ही गया। एक दिन संजय दत्त ने रिचा को फोन किया और अपने साथ डेट पर जाने के लिए पूछा।
रिचा ने भी संजय को हां कह दिया। इसके बाद तो संजय और रिचा अक्सर मिलने लगे। मुलाकातों का ये सिलसिला जल्द ही प्यार में बदल गया। रिचा से पहले संजय दत्त कई लड़कियों को डेट कर चुके थे।
लेकिन रिचा उन्हें औरों से अलग लगी। रिचा की सिंपलीसिटी संजय को बहुत पसंद आती थी। संजय को लगने लगा कि वो रिचा के बिना रह नहीं पाएंगे। एक दिन संजय ने रिचा को शादी के लिए प्रपॉज़ किया।
मगर साथ ही ये शर्त भी रख दी कि शादी के बाद रिचा को अपना एक्टिंग करियर छोड़ना होगा। संजय को दिल से चाहने वाली रिचा ने उनकी ये शर्त भी मान ली। लेकिन अभी भी रिचा के पेरेंट्स की मंज़ूरी मिलनी बाकी थी।
रिचा के पेरेंट्स को मनाने अमेरिका गए संजय
संजय रिचा से शादी करने के लिए इतने ज़्यादा उतावले थे की उन्हें साथ लेकर वो अमेरिका उनके माता-पिता से मिलने चले गए। वहां संजय ने रिचा के माता-पिता से बात की और उनसे उनकी लड़की का हाथ मांगा।
चूंकि नशे की लत के कारण संजय काफी बदनाम हो चुके थे तो रिचा के माता-पिता थोड़ा परेशान थे। लेकिन जब संजय ने बताया कि वो अपना इलाज करा चुके हैं और अब उन्हें नशे की लत नहीं है तो रिचा के माता-पिता ने आखिरकार शादी की परमिशन दे ही दी।
आखिरकार संजय की हो गई रिचा
अक्टूबर 1987 को 28 साल के संजय और 24 साल की रिचा शादी के बंधन में बंध ही गए। इस शादी में दोनों परिवारों के बहुत ही खास लोगों ने शिरकत की। संजय ने शादी में सफेद शेरवानी और पगड़ी पहनकर पंजाबी दुल्हे वाला लुक लिया था।
शादी की रस्मों के दौरान संजय के बराबर में उनकी मां नरगिस दत्त की फोटो रखी रही। संजय की शादी से सबसे ज़्यादा खुश उनके पिता सुनील दत्त थे। विवादित जीवन के बाद उनका बेटा आखिरकार सेटल हो रहा था। दत्त साहब को बहू के रूप में रिचा बेहद पसंद आई थी।
त्रिशला ने खुशियों से भर दी ज़िंदगी
रिचा से शादी के बाद संजय दत्त अपनी ज़िंदगी से बेहद खुश थे। एक आम भारतीय पत्नी की तरह रिचा रोज़ घर पर संजय का इंतज़ार करती थी और फिर उनके साथ खाना खाती थी। संजय को अपनी ज़िंदगी पहले से ज़्यादा अच्छी लगने लगी।
जल्द ही रिचा के प्रेगनेंट होने की खबर भी आ गई। पिता बनने के ख्याल से ही संजय बहुत एक्सायटेड हो जाते। 10 अगस्त 1988 को रिचा ने एक बेटी को जन्म दिया।
दत्त परिवार ने बेटी का नाम रखा त्रिशला दत्त। संजय को लग रहा था कि उन्हें अपनी ज़िंदगी से हर वो खुशी मिल गई है जो उन्हें चाहिए थी। लेकिन संजय और रिचा की इस खुशी को जल्द ही किसी की काली नज़र भी लग गई।
खुशियों को लग गई नज़र
त्रिशला उस वक्त महज़ चार महीने की थी जब रिचा को पहली दफा सिर में भयंकर दर्द हुआ। उसके बाद दर्द का ये सिलसिला चलता ही रहा। शुरू में किसी ने भी रिचा के सिर में होने वाले इस दर्द को गंभीरता से नहीं लिया।
लेकिन कुछ महीनों बाद जब संजय और रिचा एक रिश्तेदार के यहां दिल्ली आए हुए थे तो अचानक रिचा की तबियत ख़राब हो गई। रिचा ने डॉक्टर से मिलने का मन बनाया।
चूंकि संजय दत्त को फिल्म की शूटिंग के लिए मुंबई निकलना था तो रिचा को रिश्तेदार के पास छोड़कर वो मुंबई जाने के लिए दिल्ली एयरपोर्ट पहुंच गए।
ब्रेन ट्यूमर ने छीन ली खुशियां
संजय दिल्ली एयरपोर्ट पर बैठे थे कि तभी अनाउंसर ने उनका नाम लेकर कहा कि उनके लिए एक अर्जेंट कॉल है। हैरान संजय ने वो कॉल रिसीव किया। दूसरी तरफ वो डॉक्टर थे जो रिचा का चैक-अप कर रहे थे।
डॉक्टर ने संजय दत्त से कहा कि वो अपनी मुंबई की टिकट कैंसल कर दें और तुरंत उनके क्लीनिक आ जाएं। संजय ने डॉक्टर से रिचा के बारे में पूछा तो उसने कुछ भी फोन पर बताने से इन्कार कर दिया।
मजबूर संजय को डॉक्टर के क्लीनिक पर जाना ही पड़ा। क्लीनिक पहुंचकर संजय ने देखा कि रिचा के सिर का MRI Scan हो रहा है। डॉक्टर ने बताया कि रिचा को ब्रेन ट्यूमर है।
और बदलने लगे रिश्ते
रिचा के ब्रेन ट्यूमर की खबर जैसे ही दत्त परिवार और शर्मा परिवार को मिली, वहां हाहाकार मच गया। रिचा को तुरंत इलाज के लिए अमेरिका लाया गया। अमेरिका में रिचा को कीमोथैरेपी के कई सेशंस से गुज़रना पड़ा।
तीन दफा रिचा की ब्रेन सर्जरी भी हुई। इस दौरान संजय दत्त कभी अमेरिका में रहते और कभी वो शूटिंग के चलते भारत में होते। फिर एक वक्त ऐसा भी आया जब संजय दत्त फिल्मों में इतने बिज़ी हो गए कि उन्हें रिचा का ध्यान ही नहीं रहा।
दूसरी तरफ अमेरिका में रिचा की तबियत में कुछ सुधार होने लगा। रिचा अपने माता-पिता की देखभाल में रह रही थी। उनके साथ उनकी नन्ही बेटी त्रिशला दत्त थी।
तलाक तक पहुंची बात
इसी दौरान मीडिया में संजय दत्त और माधुरी दीक्षित के अफेयर की खबरों ने ज़ोर पकड़ना शुरू कर दिया। ये खबरें जब बहुत ज़्यादा बढ़ गई तो रिचा से रहा नहीं गया और वो संजय से मिलने अमेरिका से मुंबई आ गई।
बकौल रिचा की बहन एना, संजय दत्त रिचा से मिलने तक नहीं आए। रिचा ने पूरे दो घंटे तक मुंबई एयरपोर्ट पर संजय दत्त का इंतज़ार किया था। बाद में संजय दत्त और रिचा के रिश्ते में कभी भी वो पहले जैसी ताज़गी ना आ सकी।
नज़दीकियां जब बहुत ज़्यादा चुभने लगी तो रिचा और संजय ने अलग होने का फैसला कर लिया और तलाक के लिए अर्ज़ी दे दी। रिचा की सेहत पर इस घटना का भी बहुत बुरा असर पड़ा। रिचा अंदर तक टूट गई।
और दुनिया छोड़ गई रिचा शर्मा
टूटा दिल लिए रिचा अपनी बेटी त्रिशला के साथ अपने माता-पिता के पास अमेरिका वापस लौट गई। वहीं पर दोबारा रिचा की तबियत खराब होना शुरू हो गई और आखिरकार 10 दिसंबर 1996 को रिचा ये दुनिया छोड़ गई।
बताया जाता है कि रिचा की मौत से पहले संजय दत्त एक दफा उनसे मिलने गए थे। लेकिन उन दिनों रिचा ज़िंदगी और मौत की उस लड़ाई के आखिरी पायदान पर थी। रिचा को कभी पता ना चल सका कि उनसे मिलने सजंय दत्त आखिरी दफा आए हैं।
त्रिशला का फैसला
रिचा और संजय दत्त की बेटी त्रिशला अपने नाना-नानी के पास ही रही। बताया तो ये जाता है कि संजय दत्त और रिचा के माता-पिता के बीच त्रिशला की कस्टडी को लेकर विवाद हुआ था।
मगर सच ये है कि रिचा के माता-पिता की गुज़ारिश पर संजय दत्त ने बिना किसी ऑब्जेक्शन के बेटी त्रिशला की ज़िम्मेदारी उन्हें सौंप दी थी।
टिप्पणियाँ
एक टिप्पणी भेजें