10 Unknown Facts about Veteran Actress Mumtaz | खूबसूरत मुमताज़ की दस अनसुनी कहानियां जानिए
10 Unknown Facts about Veteran Actress Mumtaz. अपने दौर में हर जवां दिल की धड़कने अपनी ब्यूटी से बढ़ा दिया करती थी मुमताज़। सपोर्टिंग एक्ट्रेस की हैसियत से अपना फिल्मी करियर शुरू करने वाली मुमताज़ अपनी मेहनत के दम पर एक वक्त में हिंदी सिनेमा की सबसे ज़्यादा फीस वसूलने वाली हिरोइन भी बन गई थी।
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10 Unknown Facts about Veteran Actress Mumtaz - Photo: Social Media |
बेशक इस कामयाबी के पीछे मुमताज़ की कड़ी मेहनत और एक्टिंग को लेकर उनका जुनून ही रहा होगा। Meerut Manthan मुमताज़ की कहानी पहले ही कह चुका है जिसे अगर आपने नहीं देखा है तो डिस्क्रिप्शन बॉक्स पर जाकर आप देख सकते हैं।
Meerut Manthan की इस पेशकश में आपको बताई जाएंगी मुमताज़ की ज़िंदगी से जुड़ी कुछ अनसुनी और रोचक बातें। अगर आप पुराने भारतीय सिनेमा के शौकीन हैं तो आप मुमताज़ के फैन ज़रूर होंगे। अगर आप मुमताज़ के फैन हैं तो आपको Meerut Manthan की ये पेशकश पसंद आएगी। 10 Unknown Facts about Veteran Actress Mumtaz.
Fact-01
मुमताज़ के करियर को टॉप पर ले जाने का पूरा श्रेय राजेश खन्ना को जाता है। मुमताज़ ने राजेश खन्ना के साथ 10 फिल्मों में काम किया था। एक इंटरव्यू में राजेश खन्ना के बारे में बात करते हुए मुमताज़ ने कहा था कि राजेश खन्ना जल्दी से किसी को अपना दोस्त नहीं बनाते थे। वो खुशकिस्मत थी कि राजेश खन्ना उन्हें अपना दोस्त मानते थे।
राजेश खन्ना अक्सर उन्हें मोटी कहकर पुकारते थे। जहां एक तरफ मुमताज़ एक ज़बरदस्त डांसर थी तो वहीं राजेश खन्ना डांस में उतने माहिर नहीं थे। ऐसे में फिल्म के डायरेक्टर कैमरामैन को मुमताज़ पर ज़्यादा फोकस करने के लिए कहते थे और और राजेश खन्ना के क्लॉज़ शॉट्स लेकर काम चलाते थे।
Fact-02
चूंकि करियर की शुरूआत में मुमताज़ ने दारा सिंह के साथ ढेर सारी स्टंट फिल्मों में काम किया था और स्टंट फिल्में बीग्रेड फिल्में मानी जाती थी तो उस ज़माने के ए-ग्रेड एक्टर्स उनके साथ काम नहीं करना चाहते थे। इनमें से एक थे धर्मेंद्र। हालांकि बाद में जब मुमताज़ एक बड़ा नाम बनी तो धर्मेंद्र ने उनके साथ लोफर फिल्म में काम किया।
मुमताज़ के साथ काम करने से इनकार करने वालों में शशी कपूर का नाम भी शुमार रहा है। शशी कपूर ने मुमताज़ के कारण सच्चा-झूठा फिल्म छोड़ दी थी। लेकिन बाद में वक्त ने ऐसी पलटी मारी कि शशी कपूर ने मुमताज़ से एक फिल्म साथ करने के लिए कई दिनों तक मिन्नतें की और तब कहीं जाकर मुमताज़ ने शशी कपूर के साथ चोर मचाए शोर फिल्म की थी।
Fact-03
अपने ज़माने में अभिनेत्री शर्मिला टैगौर और मुमताज़ के बीच में हमेशा कड़ी प्रतिस्पर्धा देखने को मिलती थी। मुमताज़ और शर्मिला ने कभी किसी फिल्म में साथ काम नहीं किया। हालांकि मुमताज़ कहती थी कि उन्होंने शर्मिला टैगौर के साथ कभी किसी तरह की प्रतिस्पर्धा नहीं की।
बकौल मुमताज़,"शर्मिला टैगोर चांदी का चम्मच लेकर फिल्म इंडस्ट्री में आई थी। उनकी पहली फिल्म कश्मीर की कली थी जिसमें उनके हीरो शम्मी कपूर थे और चूंकि वो फिल्म सुपरहिट रही थी तो पहली ही फिल्म से उन्हें स्टार का दर्जा मिल गया था। जबकी मैंने फिल्मों में सपोर्टिंग रोल्स से अपना करियर शुरू किया था। चूंकि मैंने और शर्मिला ने राजेश खन्ना के साथ कई फिल्में की थी इसलिए प्रैस ने हमारे बीच प्रतिस्पर्धा की बातें फैलाई।"
हालांकि मुमताज़ ने ये ज़रूर माना था कि हिरोइनें कभी दोस्त नहीं होती। ना आज होती हैं और ना ही पहले होती थी। बकौल मुमताज़ उन्होंने शर्मिला के साथ कभी साथ वक्त नहीं गुज़ारा।
Fact-04
मुमताज़ ने जब बिजनेसमैन मयूर माधवानी से शादी की थी तो उस ज़माने के सुपरस्टार राजेश खन्ना को मुमताज़ के शादी करने के फैसले से बड़ी नाराज़गी हुई थी। दरअसल, राजेश खन्ना मुमताज़ के साथ 10 फिल्मों में काम कर चुके थे और जैसे मुमताज़ राजेश खन्ना को अपने लिए लकी मानती थी। ठीक वैसे ही राजेश खन्ना भी मुमताज़ को अपने लिए खुशकिस्मत मानते थे।
मगर जब 1973 में राजेश खन्ना ने शादी की तो मुमताज़ ने भी अगले साल यानि 1974 में शादी कर ली। शादी से पहले राजेश खन्ना ने मुमताज़ को काफी समझाया था कि वो शादी ना करें। क्योंकि अगर उन्होंने शादी कर ली तो वो जिस पॉजिशन में फिल्म इंडस्ट्री पर हैं उस पॉजिशन से तुरंत हट जाएंगी। मुमताज़ को लेकर राजेश खन्ना की परेशानी डिंपल कपाड़िया को कभी रास नहीं आती थी।
मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो डिंपल ने तो राजेश खन्ना से कह भी दिया था कि उन्हें मुमताज़ से ही शादी कर लेनी चाहिए थी। बहरहाल, शादी के बाद मुमताज़ के साथ वही हुआ जो राजेश खन्ना ने कहा था। शादी के बाद आई उनकी दो फिल्में बैक टू बैक फ्लॉप हुई और उन्होंने फिल्म इंडस्ट्री छोड़ दी।
Fact-05
फिल्म ब्रह्मचारी में मुमताज़ और शम्मी कपूर पर फिल्माया गया गीत आज कल तेरे मेरे प्यार के चर्चे से जुड़ा एक रोचक किस्सा कुछ यूं है कि उस गाने पर डांस करने में शुरू में मुमताज़ को बड़ी परेशानी आ रही थी। वो इसलिए, क्योंकि डायरेक्टर ने उन्हें उस गाने में साड़ी पहनने के लिए कहा था।
लेकिन जब कॉस्ट्यूम डिज़ायनर भानू अथिया ने मुमताज़ की परेशानी को भांपा तो उन्होंने मुमताज़ के लिए एक ऐसी ड्रैस बनाई जो हूबहू साड़ी की तरह दिखती थी और जिसे पहनकर नाचने में कोई परेशानी नहीं होनी थी। मुमताज़ ने वही साड़ी पहनकर उस गाने में डांस किया। वो साड़ी मुमताज़ पर इतनी खूबसूरत लगी कि बाद में मुमताज़ साड़ी के नाम से वो साड़ी फैशन में आ गई थी।
इसी गाने से जुड़ा एक दिलचस्प किस्सा कुछ यूं है कि पहले वो गाना देवानंद साहब की एक फिल्म के लिए बनाया गया था। लेकिन उन्हें ये गाना पसंद नहीं आया और उन्होंने ये गाना रिजेक्ट कर दिया। बाद में ये गाना ब्रह्मचारी फिल्म में डाला गया और इस गाने ने रिकॉर्ड बना दिया।
Fact-06
काफी कम लोग इस बात से वाकिफ हैं कि मुमताज़ ने जब शादी की थी उसके बाद भी लगभग दो से तीन सालों तक उनके पास फिल्मों के ऑफर्स जाते रहते थे। दरअसल, पति के साथ पहले मुमताज़ केन्या के मोम्बासा शहर में कुछ सालों तक रही थी।
कई डायरेक्टर्स उनका नंबर लेकर उन्हें फोन करके फिल्म में काम करने के ऑफर्स देते रहते थे। हाथी मेरे साथी और सफर जैसी फिल्में मुमताज़ ने ठुकरा दी थी। मोम्बासा के बाद जब मुमताज़ अपने परिवार के साथ लंदन शिफ्ट हो गई थी तो वहां भी उन्हें फिल्मों के कुछ ऑफर्स मिले थे।
Fact-07
मुमताज़ और मयूर वाधवानी की दो बेटियां हैं। एक इंटरव्यू में मुमताज़ ने खुद खुलासा किया था कि प्रेगनेंसी के दौरान उन्हें बेहद परेशानियों का सामना करना पड़ा था। शादी के बाद कुछ सालों तक तो मुमताज़ कंसीव ही नहीं कर पा रही थी।
अगर किसी वजह से प्रेगनेंसी कंसीव हो भी जाती थी तो फिर उनका मिसकैरेज हो जाता था। ऐसा कई दफा हुआ था। लंबे इलाज के बाद आखिरकार मुमताज़ ने दो बेटियों, नताशा और तान्या को जन्म दिया। मुमताज़ अपनी दोनों बेटियों से बेइंतिहा मुहब्बत करती हैं।
Fact-08
मुमताज़ की पर्सनल लाइफ में उतार-चढ़ाव का एक दौर भी आ चुका है। दरअसल, मुमताज़ के पति मयूर वाधवानी एक दफा किसी और महिला के चक्कर में पड़ गए थे। उस वक्त तक मुमताज़ की दोनों बेटियां जन्म ले चुकी थी।
बेटियों की खातिर मुमताज़ ने अपने पति को नहीं छोड़ा। मुमताज़ ने अपने पति को काफी समझाया। और एक दिन आखिरकार उनके पति मयूर वाधवानी को उनकी गलती का अहसास हो ही गया। वो उस औरत को छोड़कर वापस अपनी पत्नी मुमताज़ और अपनी दोनों बेटियों के पास लौट आए।
Fact-09
मुमताज़ को अपने दौर में सबसे ज़्यादा फीस मिला करती थी। उनके रोल महज़ कुछ सेकेंड्स के होते थे। वो चंद रोमांटिक सीन्स या फिर गानों में ही नज़र आती थी। लेकिन फिर भी उन्हें इसके बदले ढाई लाख रुपए मिला करते थे।
ये रकम मुमताज़ के दौर के हिसाब से बहुत ज़्यादा रकम थी। फिल्म हरे रामा हरे कृष्णा में ज़ीनत अमान ने मुमताज़ से ज़्यादा काम किया था। लेकिन फिर भी देवानंद साहब ने मुमताज़ को ज़ीनत से ज़्यादा भुगतान किया था।
इसी फिल्म से जुड़ा एक दिलचस्प किस्सा कुछ यूं है कि पहले ज़ीनत वाला रोल देव साहब ने मुमताज़ को ऑफर किया था। लेकिन मुमताज़ ने देव साहब की ऑनस्क्रीन बहन बनने से साफ इन्कार कर दिया था। बाद में ज़ीनत ये रोल निभाने के लिए मान गई थी।
Fact-10
मुमताज़ जब अपनी उम्र के 55वें पड़ाव में पहुंची तो उन्हें पता चला कि उन्हें कैंसर ने अपना शिकार बना लिया है। लेकिन घबराने की बजाय मुमताज़ ने कैंसर के खिलाफ लड़ाई लड़ने का फैसला किया। अपने फैसले पर अटल रही मुमताज़ ने आखिरकार कैंसर को हरा ही दिया।
अब मुमताज़ पूरी तरह से कैंसर मुक्त हैं। कैंसर से जंग जीतने के बाद मुमताज़ राजेश खन्ना साहब से मिली थी। राजेश खन्ना साहब मुमताज़ के मुरीद हो गए थे।
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