Kamini Kaushal Biography | बॉलीवुड में सबसे लंबी पारी खेलने वाली अभिनेत्री कामिनी कौशल की पूरी कहानी

Kamini Kaushal. हिंदुस्तानी सिनेमा का एक ऐसा नाम, जो 20 नहीं 30 नहीं, पचास नहीं साठ नहीं, पिछले 76 साल से फिल्म इंडस्ट्री में एक्टिव है। लीड हिरोइन के तौर पर फिल्मों में करियर शुरू करने वाली कामिनी कौशल पांच पीढ़ियों के कलाकारों संग काम कर चुकी हैं और अब दादी-नानी के किरदार निभाती हैं। 

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Kamini Kaushal Biography - Photo: Social Media

Meerut Manthan पर आज कही जाएगी Kamini Kaushal की कहानी। Kamini Kaushal की ज़िंदगी से जुड़ी कई दिलचस्प और रोचक बातें आज हम और आप जानेंगे।

शुरुआती जीवन

कामिनी कौशल जी का जन्म कब हुआ था इसे लेकर फिलहाल कनफ्यूज़न है। कुछ जगह इनकी जन्मतिथि 24 फरवरी 1927 बताई जाती है। और कुछ जगह 16 जनवरी बताई जाती है। 

कामिनी जी का जन्म ब्रिटिश भारत के लाहौर शहर में। माता-पिता ने इन्हें नाम दिया था उमा कश्यप। उमा कश्यप से ये कामिनी कौशल कैसे बनी, ये कहानी हम आगे जानेंगे। कामिनी कौशल का परिवार एक पढ़ा-लिखा परिवार था। 

इनके पिता प्रोफेसर शिवराम कश्यप जाने-माने वनस्पति वैज्ञानिक थे। पांच भाई-बहनों में कामनी सबसे छोटी थी। कामिनी कौशल का परिवार एक आधूनिक विचारधारा वाला परिवार था। 

इनके माता-पिता बचपन से ही काफी सपोर्टिंग नेचर के रहे और उन्होंने हमेशा अपने बच्चों को जीवन में कुछ अलग करने के लिए प्रेरित किया। 

ठुकरा दिया था पहला ऑफर

कामिनी 10-12 साल की ही थी जब इनके पिता का देहांत हो गया था। इनके बड़े भाई जो पेशे से सर्जन थे, उन्होंने ही इनके परिवार को संभाला था। कामिनी बचपन से ही एक्सट्रा करिकुलर एक्टिविटीज़ में हिस्सा लेती रहती थी। 

छोटी सी उम्र से ही इन्होंने रेडियो नाटकों में काम करना शुरू कर दिया था। फिर रेडियो नाटकों का ये सिलसिला कॉलेज तक चलता रहा। कामिनी कौशल कॉलेज में ही थी जब इनके पास पहली दफा एक्टिंग करने का ऑफर गया। लेकिन कामिनी जी ने ये ऑफर ठुकरा दिया।

चेतन आनंद खींच लाए फिल्मों

ये बात सन 1946 की है। दिग्गज डायरेक्टर चेतन आनंद उस वक्त फिल्म इंडस्ट्री में नए-नए आए थे। वो एक फिल्म बना रहे थे और फिल्म के लिए नए कलाकारों की तलाश कर रहे थे। 

और चूंकि चेतन आनंद की जान-पहचान कामिनी कौशल के भाई से बहुत बढ़िया थी तो वो कामिनी कौशल को भी अच्छी तरह से जानते थे। चेतन को पता था कि कामिनी कौशल रेडियो नाटकों में काम करती रहती हैं। 

चेतन ने एक दिन कामिनी को बताया कि वो एक फिल्म बना रहे हैं और चाहते हैं कि कामिनी भी उस फिल्म में काम करें। चूंकि उस ज़माने में फिल्मों में काम करने वालों को भारत में बहुत अच्छी नज़रों से नहीं देखा जाता था तो कामिनी ने चेतन की फिल्म में काम करने से इन्कार कर दिया। 

नीचा नगर में किया पहली दफा काम

ये बात जब कामिनी जी के भाई को पता चली तो उन्होंने कामिनी जी को समझाया कि फिल्मो में काम करने में कोई बुराई नहीं है। बशर्ते तुम सही रहो। भाई के ये बात कहने पर कामिनी कौशल उस फिल्म में काम करने को तैयार हो गई। उस फिल्म का नाम था नीचा नगर। 

और उसी फिल्म में चेतन आनंद ने उमा कश्यप का नाम कामिनी कौशल रख दिया था। यूं तो वो फिल्म बॉक्स ऑफिस पर कोई सफलता नहीं हासिल कर सकी थी। लेकिन प्रतिष्ठित कान्स फिल्म फेस्टिवल में नीचा नगर को ग्रांड प्रिक्स अवॉर्ड ज़रूर मिला था।

बंटवारे ने बदल दी ज़िंदगी

जहां एक तरफ नीचा नगर को कान्स फिल्म फैस्टिवल में मिले अवॉर्ड ने कामिनी कौशल को शोहरत दिला दी थी तो वहीं उसी वक्त हुए देश के बंटवारे ने इनके मन को कई गहरे घाव दे दिए। 

कामिनी कौशल को लाहौर का अपना घर छोड़कर भारत आना पड़ा। देश के बंटवारे ने कामिनी को अंदर तक घायल कर दिया था। कामिनी का अगला ठिकाना बना मुंबई शहर। मुंबई आने के बाद कामिनी कौशल की ज़िंदगी में कई नाटकीय उतार-चढ़ाव आए। 

कामिनी की बड़ी बहन की अचानक मत्यु हो गए। मजबूरी में कामिनी के परिवार वालों उनकी शादी उनकी बहन के पति से करा दी। इस दौरान कामिनी कौशल को कई फिल्मों के ऑफर्स भी आए थे। 

लेकिन फिल्मों को कभी सीरीयसली ना लेने वाली कामिनी कौशल ने उन सभी ऑफर्स को ठुकरा दिया। मगर जब एक दफा दिग्गज निर्माता, निर्देशक, लेखक और अभिनेता गजानन जागीरदार इनके पास अपनी फिल्म जेल यात्रा का ऑफर लेकर आए तो इन्होंने वो ऑफर तुरंत स्वीकार कर लिया। 

और वो इसलिए क्योंकि कामिनी गजानन जागीरदार की ही फिल्म रामशास्त्री देख चुकी थी। और उन्हें वो फिल्म बहुत ज़्यादा पसंद आई थी। और इस तरह जेल यात्रा कामिनी कौशल के करियर की दूसरी फिल्म बनी। और यही फिल्म शोमैन राज कपूर की पहली फिल्म भी थी।

प्रमुख फिल्में

कामिनी कौशल ने अपने करियर में एक से बढ़कर एक फिल्मों में काम किया। आग(1948), शहीद(1948), नदिया के पार(1948), ज़िद्दी(1948), शबनम(1949), आरज़ू(1950), बिरज बहू(1954), बड़े सरकार(1957), जेलर(1958), शहीद(1965)। 

ये कुछ वो फिल्में हैं जिनमें कामिनी कौशल ने लीड एक्ट्रेस के तौर पर काम किया था। फिर बदलते वक्त के साथ कामिनी कौशल ने खुद को चरित्र किरदारों की तरफ मोड़ लिया। 

दिलीप कुमार से इश्क करने लगी थी Kamini Kaushal 

कामिनी कौशल ने दिलीप कुमार के साथ कई फिल्मों में काम किया था। एक वक्त वो भी था जब दिलीप कुमार कामिनी कौशल से मुहब्बत करने लगे थे। हालांकि उस मुहब्बत का कोई मुकाम कभी था ही नहीं। 

मगर दिलीप कुमार हमेशा ये बात कहते रहे कि उनकी पहली मुहब्बत कामिनी कौशल ही थी। नब्बे के दशक में कामिनी कौशल ने दूरदर्शन पर बच्चों के लिए कुछ कठपुतली शोज़ भी बनाए थे। और इसके लिए कामिनी कौशल ने बाकायदा लंदन के एक इंस्टिट्यूट से ट्रेनिंग भी ली थी। 

अब भी फिल्मों में एक्टिव हैं कामिनी कौशल

गुज़रते वक्त के साथ कामिनी कौशल ने फिल्मों में दादी-नानी के किरदार निभाने शुरू कर दिए। 2013 में आई शाहरुख की चेन्नई एक्सप्रेस में कामिनी जी ने उनकी दादी का किरदार जिया था। 

उसके बाद 2014 में आई आमिर खान की पीके में भी कामिनी कौशल एक छोटे से किरदार में नज़र आई थी। और 2022 में आई आमिर खान की ही फिल्म लाल सिंह चड्ढा में भी कामिनी कौशल कुछ सीन्स में हमें दिखाई देती हैं। 

Meerut Manthan का Kamini Kaushal का सैल्यूट

कामिनी कौशल जी की उम्र अब 95 साल हो चुकी है। और इस उम्र में भी कामिनी कौशल जी की ज़िंदादिली में कोई कमी नहीं है। कामिनी कौशल जी के बारे में कहने के लिए बहुत कुछ है। 

लेकिन एक दफा में उनके बारे में सब कुछ नहीं कहा जा सकता। इसलिए कामिनी कौशल की अनसुनी कहानियों से जुड़ी एक पेशकश लेकर मेरठ मंथन भविष्य में फिर हाज़िर होगा।  

मेरठ मंथन ईश्वर से कामिनी कौशल जी कि अच्छी सेहत की प्रार्थना करता है। कामिनी कौशल जी ने फिल्म इंडस्ट्री में अपना जो योगदान दिया है, उसके लिए मेरठ मंथन उन्हें सैल्यूट करता है। जय हिंद।   

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