Actress Bharati Achrekar | Wagle Ki Duniya वाली Radhika की पूरी कहानी | Biography

Actress Bharati Achrekar. फिल्म इंडस्ट्री पर राज वे स्टार्स करते हैं जो फिल्मों में मेन हीरो या हिरोइन के किरदार निभाते हैं। यूं तो कैरेक्टर रोल्स निभाने वाले कुछ कलाकार भी अपनी बढ़िया पहचान बना पाने में कामयाब हो जाते हैं। 

लेकिन ज़्यादातर ऐसे होते हैं जो इक्का-दुक्का फिल्मों के ज़रिए सिने प्रेमियों के ज़ेहन पर अपनी छाप तो छोड़ जाते हैं। मगर आखिरकार वो दुनिया की नज़रों से ओझल हो जाते हैं और लोग भी उन्हें भूल जाते हैं। 

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Biography of Actress Bharati Achrekar - Photo: Social Media

आज Meerut Manthan भी आपको एक ऐसी एक्ट्रेस से रूबरू कराएगा जो एक वक्त पर एक जाना-पहचाना चेहरा हुआ करती थी। लेकिन आज वो कहां हैं और क्या करती हैं, बहुत की कम लोगों को इसकी जानकारी है। ये हैं Actress Bharati Achrekar और आपने इन्हें कई फिल्मों और टीवी शोज़ में देखा होगा। Actress Bharati Achrekar के फिल्मी दुनिया में आने की कहानी आज हम और आप जानेंगे।

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शुरुआती जीवन

भारती अचरेकर जी का जन्म पुणे में हुआ था। इनके पिता अमर वर्मा एक गीतकार थे और हिंदी व उर्दू के बड़े विद्वान थे। साथ ही इनके पिता तबला वादन भी बहुत बढ़िया करते थे। 

भारती जी की मां मानिक वर्मा बहुत बड़ी शास्त्रीय गायिका थी। भारत सरकार ने मानिक वर्मा जी को पद्मश्री पुरस्कार से भी सम्मानित किया था। भारती जी के पिता अमर वर्मा इलाहबाद के रहने वाले थे। 

जबकी इनकी मां मानिक वर्मा पुणे की थी। अमर वर्मा पुणे के प्रभात स्टूडियो में बतौर गीतकार नौकरी किया करते थे। वहीं पर उनकी मुलाकात भारती जी की मां मानिक वर्मा से हुई थी। और दोनों ने शादी कर ली। 

चूंकि माता-पिता दोनों कला और संगीत की दुनिया से जुड़े थे तो बचपन से ही भारती जी को कला व संगीत को काफी करीब से देखने और जानने का मौका मिल गया था। 

उस वक्त के कई नामी कलाकार अक्सर इनके घर आते-जाते रहते थे। फिर जब प्रभात स्टूडियो बंद हुआ और फिल्म निर्माण का केंद्र मुंबई बन गया तो इनका परिवार मुंबई शिफ्ट हो गया।

यूं थिएटर से जुड़ी थी Actress Bharati Achrekar

मुंबई में जिस सोसायटी में भारती जी रहती थी वहां नाटक खेले जाते थे। भारती जी भी अपनी सोसायटी के उस नाटक ग्रुप से जुड़ गई और नाटकों में एक्टिंग करने लगी। एक दिन यूं ही इनकी सोसायटी वाले नाटक ग्रुप ने महाराष्ट्र राज्य प्रतिस्पर्धा का फॉर्म भर दिया। 

राज्य स्तरीय उस नाट्य प्रतियोगिता में भारती जी को बेस्ट सपोर्टिंग एक्ट्रेस का अवॉर्ड मिला। और बस यहीं पर तय हो गया कि भारती जी को भविष्य में एक्ट्रेस बनना है। 

वरना इससे पहले तो वो अपनी मां मानिक वर्मा जी से गायकी सीखा करती थी। भारती जी इतना बढ़िया गाती थी कि अपनी सोसायटी में होने वाले म्यूज़िकल नाटकों में गाने की ज़िम्मेदारी इन्हीं को निभानी पड़ती थी। 

यूं तो स्कूल के दिनों में वो ड्रामा में छोटे-मोटे रोल कर चुकी थी। लेकिन एक्टिंग के फील्ड में जाने का उन्होंने कभी सोचा भी नहीं था। पर शायद इनकी किस्मत के सितारे ये फैसला कर चुके थे कि इन्हें एक्ट्रेस बनना है। इसिलिए इन्हें महाराष्ट्र राज्य प्रतिस्पर्धा में बेस्ट सपोर्टिंग एक्ट्रेस का खिताब हासिल हुआ था।

शादी और दूरदर्शन की नौकरी

महाराष्ट्र राज्य प्रतिस्पर्धा में जब भारती जी को बेस्ट सपोर्टिंग एक्ट्रेस का अवॉर्ड मिला तो वो लोगों की नज़रों में आ गई। एक दिन मराठी थिएटर के एक नामी डायरेक्टर इनके घर आए और उन्होंने इनकी मां से इन्हें अपने एक म्यूज़िकल नाटक में लेने की इजाज़त मांगी। 

उस नाटक में इन्होंने तानसेन की बेटी का किरदार निभाया था। उस नाटक में म्यूज़िक दिया था पंडित भीमसेन जोशी ने। वो नाटक बहुत शानदार रहा। इसके बाद तो भारती जी ने नाटकों को गंभीरता से लेना शुरू कर दिया और कई नाटकों में काम किया। 

नाटकों में काम करने के दौरान ही इनकी शादी हो गई। इनके पति का नाम तो हमें नहीं पता चल पाया। लेकिन इनके पति भी कला की दुनिया से ही जुड़े थे। 

शादी के कुछ सालों बाद भारती जी ने थिएटर करना छोड़ दिया और घर संभालने लगी। इसी दौरान सन 1972 में मुंबई दूरदर्शन की शुरुआत हुई। और भारती जी को मुंबई दूरदर्शन में प्रोड्यूसर की नौकरी मिल गई। 

अपनी इस नौकरी के दौरान भारती जी को एक दफा फिर नाटकों से जुड़ने का मौका मिला। ये डीडी मुंबई के रेडियो नाटकों में हिस्सा लेने लगी। लेकिन फिर तकरीबन आठ साल बाद भारती जी ने मुंबई दूरदर्शन की अपनी नौकरी छोड़ दी। 

कोठे पर वक्त गुज़ारने से फिल्मी पारी शुरू करने तक

दूरदर्शन से इस्तीफा देने के बाद कुछ महीनों तक तो भारती जी ने अपना घर ही संभाला। लेकिन फिर एक दिन इनके पास एक नाटक का ऑफर आया। उस नाटक में इन्हें एक तवायफ का किरदार निभाना था। 

भारती जी ने उस नाटक में काम करने की हामी भरी और तवायफ के अपने किरदार को बारीकी से समझने के लिए ये वाकई में एक कोठे पर कुछ दिनों तक असली तावयफों से मिलने गई थी। 

इनका वो नाटक भी बहुत शानदार रहा। और इस तरह एक बार फिर शुरू हुआ भारती अचरेकर जी का नाटकों में काम करने का सिलसिला। थिएटर की अपनी दूसरी पारी में इन्होंने कई बढ़िया नाटकों में काम किया। 

फिर साल 1980 में आई फिल्म अपने पराए से भारती अचरेकर का फिल्मी सफर भी शुरू हो गया। अमोल पालेकर और शबाना आज़मी की इस फिल्म में भारती जी ने नयनतारा नाम का एक सपोर्टिंग किरदार निभाया था। 

Actress Bharati Achrekar की प्रमुख फिल्में

इनकी दूसरी फिल्म थी बृज भूमि जो कि भारत में बनी बृज भाषा की पहली फिल्म थी। इसके बाद तो भारती जी ने संजोग(1982), चमेली की शादी(1985), ईश्वर(1989), बेटा(1992), फिर भी दिल है हिंदुस्तानी(2000), ज़िंदगी खूबसूरत है(2002), अगली और पगली(2008), देसी बॉयज़(2011) और पोस्टर बॉयज़(2017) जैसी फिल्मों में काम किया। 

इनकी आखिरी रिलीज़्ड फिल्म थी वरुण धवन की कुली नंबर वन। हिंदी के अलावा भारती जी ने मराठी फिल्मों में भी काफी काम किया है। वहीं लिटिल जॉन और फ्लेवर्स नाम की दो अंग्रेजी फिल्मों में भी ये नज़र आ चुकी हैं। 

लैजेंडरी एक्टर लेट इरफान खान स्टारर द लंचबॉक्स में भारती जी ने एक ऐसा कैरेक्टर प्ले किया था जिसमें उनका चेहरा पूरी फिल्म में नहीं दिखाई दिया। लेकिन उनकी आवाज़ खूब सुनाई दी थी।

टीवी की दुनिया में भी भारती अचरेकर का खूब नाम हुआ

फिल्मों के साथ ही भारती जी ने अस्सी के दशक में ही टीवी पर भी काम शुरू कर दिया था। इनका पहला सीरियल था आ बैल मुझे मार। फिर 1988 में आए वागले की दुनिया ने तो इन्हें देशभर में मशहूर कर दिया। 

कहना चाहिए कि इनके एक्टिंग करियर का सबसे शानदार प्रोजेक्ट वागले की दुनिया ही रहा। बाद में इन्होंने लापतागंज, चिड़िया घर, सुमित सब संभाल लेगा, क्या होगा निम्मो का और वागले की दुनिया पार्ट-2 जैसे शोज़ में भी काम किया। 

भारती जी ने कुछ टीवी विज्ञापनों में भी काम किया है। ओकरा पैराशूट कुकिंग ऑइल, मोनाको, रिलायंस लाइफ इंश्योरेंस और निरमा वॉशिंग पाउडर के विज्ञापनों में ये नज़र आ चुकी हैं। 

भारती जी की निजी ज़िंदगी के बारे में बात करें तो ये तो हम आपको बता ही चुके हैं कि जब ये नाटक करती थी तब ही इनकी शादी हो गई थी। इनके पति का साल 1982 में निधन हो गया था। भारती जी की तीन बहनें और हैं जिनके नाम हैं रानी वर्मा जो कि क्लासिकल सिंगर हैं।

 वंदना गुप्ते जो इनकी ही तरह एक एक्ट्रेस हैं। और अरुणा जयप्रकाश जिनके बारे में हमें कोई जानकारी नहीं मिल पाई है। इनका एक बेटा भी है। लेकिन इनके बेटे का नाम क्या है और वो क्या करता है, ये भी हम नहीं जान सके हैं।

Actress Bharati Achrekar को Meerut Manthan का सलाम

भारती जी आज भी एक्टिंग की दुनिया में एक्टिव हैं। वो अब भी नाटकों में काम करती हैं और कभी कभार फिल्मों में भी दिखाई दे जाती हैं। अगर भारती अचरेकर जी की फिल्मोग्राफी पर नज़र डाली जाए तो हमें पता चलता है कि इन्होंने फिल्मों में काम करने को कभी बहुत ज़्यादा प्रमुखता नहीं दी। 

इसिलिए इन्होंने काफी कम फिल्मों में काम किया है। अभिनय की दुनिया में भारती अचरेकर जी ने जो योगदान किया है उसके लिए Meerut Manthan इन्हें सैल्यूट करता है और ईश्वर से इनकी अच्छी सेहत की प्रार्थना भी करता है। जय हिंद।

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