Actress Rita Bhaduri Biography | वो अभिनेत्री जिसे आज हर किसी ने भुला दिया लेकिन जिसे चाहते सब थे
Actress Rita Bhaduri Biography. ये कहानी है एक ऐसी अदाकारा की जिसने एक्टिंग के हर रंग को बखूबी जिया। कभी ये हिरोइन बनी तो कभी एक खतरनाक वैम्प।
लेकिन अपने हर अंदाज़ में इन्होंने अपनी एक्टिंग से साबित कर दिया कि ये एक बेहद उम्दा अदाकारा हैं। पांच दशकों तक अपने एक्टिंग करियर को शान से चलाने वाली रीता भादुड़ी ज़िंदगी के आखिरी सालों में भी अभिनय से जुड़ी रही।
![]() |
Rita Bhaduri - Photo: Social Media |
Meerut Manthan लेकर आया है हिंदी सिने जगत की दिग्गज अदाकारा रही रीता भादुड़ी की कहानी। Rita Bhaduri की ज़िंदगी से जुड़े कुछ दिलचस्प और अनछुए पहलुओं पर आज हम और आप नज़र डालेंगे। Actress Rita Bhaduri Biography.
शुरूआती जीवन (Actress Rita Bhaduri Biography)
4 नवंबर सन 1944 को रीता भादुड़ी का जन्म इंदौर में रहने वाले एक बंगाली हिंदू परिवार में हुआ था। इनके पिता रमेश चंद भादुड़ी अंग्रेजी राज में जागीरदार कमिश्नर थे।
वहीं इनकी मां थी चंद्रिमा भादुड़ी और वो एक एक्ट्रेस थी। 30-35 फिल्मों में काम कर चुकी रीता की मां चंद्रिमा भादुड़ी अपने ज़माने की एक मशहूर अदाकारा थी।
रीता की दो बड़ी बहनें भी हैं जिनका नाम है राका मुखर्जी और रोमा सेनगुप्ता। रोमा सेनगुप्ता एक जर्नलिस्ट हैं। रीता के बड़े भाई रनदेव भादुरी भी फिल्म लाइन से जुड़े हैं। वो गुजराती फिल्म इंडस्ट्री के मशहूर कैमरामैन हैं।
मां से मिली प्रेरणा (Actress Rita Bhaduri Biography)
चूंकि रीता की मां चंद्रिमा फिल्मों में काम करती थी और अधिकतर उनका वक्त मुंबई में गुज़रता था तो सन 1957 में रीता भादुरी के पिता ने मुंबई में बसने का फैसला किया।
वो अपने परिवार को लेकर मुंबई आ गए। रीता और उनके सभी भाई बहनों की पढ़ाई-लिखाई मुंबई से ही हुई। मां की शख्सियत का असर रीता पर बचपन से ही बहुत गहरा था।
बड़ी होकर वो भी मां की तरह फिल्मों में एक्टिंग करना चाहती थीं। स्कूल और कॉलेज के दिनों में ही रीता ने नाटकों में हिस्सा लेना शुरू कर दिया था। और फिर साल 1971 में रीता पहुंची FTII यानि फिल्म एंड टेलिविज़न इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया पुणे।
FTII के बैचमेट (Actress Rita Bhaduri Biography)
FTII में इनके बैचमेट थे शबाना आज़मी जैसी दिग्गज अदाकारा। साथ ही साथ मशहूर और मारूफ गायक शैलेंद्र सिंह, अभिनेत्री ज़रीना वहाब और एक्टर कंवलजीत भी FTII में इन्हीं के बैच में इनके साथ पढ़ा करते थे।
FTII में दो साल के अपने कोर्स के दौरान शबाना आज़मी से इनकी बहुत गहरी दोस्ती हो गई थी। और ये दोस्ती आगे भी कई सालों तक देखने को मिली।
जब टूट गया हिरोइन बनने का सपना
FTII से पढ़ाई खत्म करने के बाद रीता मुंबई वापस लौट आई। मुंबई लौटने के बाद रीता काम की तलाश में थी। उन्हें फिल्मों में मेन हीरोइन बनना था। लेकिन हिंदी फिल्मों से उन्हें कोई ढंग का ऑफर नहीं आ रहा था।
साल 1974 में आई मलयालम फिल्म कन्याकुुमारी में कमल हासन के अपोज़िट पहली दफा इन्हें बतौर हिरोइन काम मिला। फिल्म को काफी पसंद भी किया गया।
लेकिन जब रीता भादुड़ी ने 1975 में आई फिल्म जूली में हीरोइन की सहेली और हीरो की बहन का रोल किया तो उसके बाद तो हिंदी फिल्म इंडस्ट्री ने उन्हें एकदम टाइपकास्ट ही कर दिया।
जूली फिल्म में हीरो की बहन के रोल में वो इतना जंची कि उन्हें हर फिल्म में सपोर्टिंग एक्ट्रेस के ही किरदार ऑफर होने लगे। हिंदी सिनेमा की हीरोइन बनने का उनका सपना चकनाचूर हो गया।
हालांकि गुजराती सिनेमा में ज़रूर ये एक लंबे वक्त तक मेन हिरोइन के तौर पर नज़र आती रही। साल 1976 से लेकर 1983 तक रीता भादुड़ी गुजराती फिल्मों की टॉप एक्ट्रेस रही।
दिग्गज सपोर्टिंग एक्ट्रेस बनी
रीता भादुड़ी ने अपने करियर में लगभग सौ हिंदी फिल्मों में काम किया। इन्होंने कई गुजराती फिल्मों में भी एक्टिंग की। 1977 में आई फिल्म आईना में इन्हें मुमताज़ के साथ सिल्वर स्क्रीन शेयर करने का मौका मिला था।
इस फिल्म के बाद रीता को उम्मीद थी कि उनका करियर अब रफ्तार पकड़ेगा। करियर ने रफ्तार पकड़ी भी। लेकिन एज़ ए सपोर्टिंग एक्ट्रेस।
टीवी चैनलों पर भी खूब किया काम
फिल्मों के अलावा टीवी पर भी रीता भादुड़ी ने काफी काम किया। दूरदर्शन के ज़माने से लेकर प्राइवेट टीवी चैनलों के दौर तक रीता भादुड़ी ने कई नामी और लोकप्रिय टीवी शोज़ में अपनी एक्टिंग के जौहर दिखाए। इनका आखिरी टीवी शो निमकी मुखिया था।
कभी नहीं की शादी
रीता भादुड़ी की निजी ज़िंदगी की बात करें तो इन्होंने कभी किसी से शादी नहीं की। वो कहती थी कि काम करने में उनका ध्यान इतना ज़्यादा लगा रहता था कि उन्हें शादी के बारे में सोचने की फुर्सत ही नहीं मिली।
हालांकि सत्तर के दशक के आखिरी सालों में ये ज़रूर कहा जाता था कि रीता भादुड़ी और एक्टर नवीन निश्चल के बीच अफेयर है। मगर इस बात की पुष्टि कभी ना हो सकी।रीता भादुड़ी और जया भादुड़ी को अक्सर बहनें समझा जाता है।
लेकिन ये बात पूरी तरह गलत है। रीता भादुड़ी और जया भादुड़ी के सरनेम बेशक एक हों। लेकिन इन दोनों की बीच किसी तरह का कोई रिश्ता नहीं था।
बड़े मुश्किल थे आखिरी दिन
जीवन के अंतिम वर्षों में रीता भादुड़ी डायबिटीज़ का शिकार हो गई थी। उनका ब्लड शुगर लेवल इतना ज़्यादा बढ़ गया था कि उनकी किडनीज़ ने काम करना छोड़ दिया। ज़िंदगी के आखिरी दस दिन उन्होंने अस्पताल के आईसीयू में गुज़ारे थे।
आईसीयू में ही 17 जुलाई 2018 को किडनी फेलियर के चलते रीता भादुड़ी ये दुनिया छोड़कर चली गई। और कुछ ही दिनों बाद रीता भादुड़ी को लोगों ने भुला भी दिया।
रीता भादुड़ी को सैल्यूट (Actress Rita Bhaduri Biography)
मगर किस्सा टीवी और उसके दर्शक रीता भादुड़ी जी को हमेशा सम्मान के साथ याद करते रहेंगे। फिल्म इंडस्ट्री में शानदार योगदान के लिए रीता भादुड़ी जी को Meerut Manthan सैल्यूट करता है। जय हिंद।
टिप्पणियाँ
एक टिप्पणी भेजें