Himani Shivpuri | DD के Popular Show Humraahi की Devki Bhaujai की पूरी कहानी जानिए | Biography
Himani Shivpuri. हिंदी सिनेमा की एक ऐसी अदाकारा जिसने दूरदर्शन के ज़माने से फिल्मों के दौर तक, अपनी ज़बरदस्त एक्टिंग से लाखों लोगों को अपना फैन बनाया। एक छोटे शहर की लड़की के हुनर को बखूबी उजागर करने वाली। अपनी शख्सियत की पहचान खुद बनाने वाली। आत्मविश्वास से लबरेज़ एक ज़िंदादिल औरत। इनका चेहरा ही इनकी पहचान है।
Actress Himani Shivpuri - Photo: Social Media |
Meerut Manthan की आज की प्रोटैग्निस्ट हैं मशहूर और मारू़फ अदाकारा Himani Shivpuri. देहरादून के एक मिडिल क्लास परिवार में जन्मी Himani Shivpuri कैसे ग्लैमर की दुनिया का इतना चमचमाता नाम बनी? इस पूरी कहानी को आज हम और आप बहुत करीब से समझेंगे।
Himani Shivpuri का शुरूआती जीवन
24 अक्टूबर सन 1960 को देहरादून में हिमानी का जन्म हुआ था। उन दिनों देहरादून उत्तर प्रदेश राज्य का एक बेहद अहम शहर हुआ करता था। इनके पिता का नाम था डॉक्टर हरिदत्त भट्ट शैलेश।
इनके पिता एक जाने-माने कवि और साहित्यकार थे। इस तरह हिमानी शिवपुरी का नाम उन दिनों हुआ करता था हिमानी भट्ट।
दून स्कूल में हुई शुरूआती पढ़ाई
चूंकि इनके पिता दून स्कूल में संस्कृत और हिंदी के टीचर थे तो हिमानी की शुरूआती पढ़ाई भी देहरादून के प्रख्यात दून स्कूल में हुई थी। हिमानी पढ़ने-लिखने में बहुत होशियार थी।
साथ ही साथ ये स्कूल में होने वाली कल्चरल एक्टिविटीज़ में भी हिस्सा लेती रहती थी। ये भरतनाट्यम सीखती थी। साथ ही साथ सिंगिंग की थोड़ी बहुत ट्रेनिंग भी इन्होंने ली थी।
डॉक्टर बनना चाहती थी Himani Shivpuri
पहली दफा स्कूल में होने वाले नाटकों में ही इन्होंने एक्टिंग करना शुरू किया था। और इत्तेफाक से उन स्कूली नाटकों में ये इतनी ज़बरदस्त एक्टिंग किया करती थी कि इनके टीचर्स इन्हें सलाह दिया करते थे कि इन्हें फिल्म लाइन जॉइन करनी चाहिए।
मगर उस वक्त हिमानी फिल्म लाइन जॉइन करने से साफ इन्कार कर दिया करती थी। क्योंकि उस ज़माने में इनका सपना था पढ़-लिखकर एक डॉक्टर बनना।
इनके परिवार के लोग भी यही चाहते थे कि चूंकि ये पढ़ने-लिखने में बहुत बढ़िया हैं तो इन्हें तो डॉक्टर या साइंटिस्ट ही बनना चाहिए।
किस्मत ने कुछ और ही तैयारी की थी
स्कूली पढ़ाई खत्म होने के बाद हिमानी ने देहारदून से ही अपनी आगे की पढ़ाई की। हिमानी ने बीएससी में अपना ग्रेजुएशन किया था। इसके बाद हिमानी ने ऑर्गेनिक कैमिस्ट्री में एमएससी किया।
एमएससी के दौरान ही इनकी किस्मत ने कुछ ऐसा खेल खेला कि साइंस की दुनिया में जाने कि बजाए हिमानी भट्ट कला और संस्कृति की दुनिया में आने की तैयारी करने लगी।
जब थिएटर से जुड़ी Himani Shivpuri
हिमानी जब एमएससी कर रही थी तब ही इन्होंने अपने कुछ पुराने दोस्तों के साथ देहरादून का एक लोकल थिएटर ग्रुप जॉइन कर लिया था।
पूरे दिन बायो कैमिस्ट्री की लैब में एक्सपैरीमेंट्स करने के बाद शाम को जब ये अपने दोस्तों के साथ थिएटर किया करती थी तो इन्हें बड़ा मज़ा आता था।
धीरे-धीरे ये थिएटर के करीब होती चली गई। एक वक्त पर जो हिमानी भट्ट पढ़-लिखकर डॉक्टर या साइंटिस्ट बनना चाहती थी वो अब थिएटर से प्यार करने लगी थी और इसी में अपनी जिंदगी का मकसद तलाशने का ख्वाब संजोने लगी।
NSD के लिए छोड़ दिया अमेरिका का ऑफर
इत्तेफाक से एक दिन इनके थिएटर ग्रुप में एनएसडी की एक वर्कशॉप हुई। उस दिन पहली दफा हिमानी को पता चला कि देश में एनएसडी जैसी कोई संस्था भी है जो थिएटर की प्रॉपर ट्रेनिंग देती है।
हिमानी ने फैसला कर लिया कि एनएसडी जॉइन करने दिल्ली जाएंगी। लेकिन चूंकि ये पढ़ाई-लिखाई में भी शानदार थी तो इसी दौरान इन्हें बायो कैमिस्ट्री की पढ़ाई अमेरिका से करने के लिए एक स्कॉलरशिप भी मिली।
अब हिमानी के लिए ये फैसला करना मुश्किल हो गया कि वो एनएसडी जाएं या फिर और ज़्यादा पढ़ने अमेरिका जाएं। इत्तेफाक से जब ये वीज़ा का इंटरव्यू देने दिल्ली आई थी तो तभी इन्होंने एनएसडी का भी इंटरव्यू दे दिया। एनएसडी ने इनके हुनर को पहचानते हुए इन्हें दाखिला भी दे दिया।
घरवालों को बुरा लगा हिमानी का फैसला
हिमानी को पता था कि ये बात जब उनके घरवालों को पता चलेगी तो वहां काफी हंगामा होगा। हुआ भी कुछ ऐसा ही। देहरादून अपने घर वापस पहुंचकर जब हिमानी ने घरवालों को बताया कि वो अमेरिका नहीं जाएंगी बल्कि थिएटर की पढ़ाई करने एनएसडी दिल्ली जाएंगी तो उन्हें ज़ोर का झटका लगा।
उन्हें यकीन ही नहीं हो पा रहा था कि उनकी बेटी उनसे ये सब कह रही है। हिमानी के घरवालों ने उन्हें काफी समझाने की कोशिश की कि वो अमेरिका जाकर पढ़ने का मौका ना छोड़ें। लेकिन हिमानी थिएटर किसी भी हाल में नहीं छोड़ना चाहती थी।
आखिरकार पिता ने किया Himani Shivpuri
खुद हिमानी के पिता ने उनसे कहा कि तुम पहले अमेरिका हो आओ। उसके बाद अगर थिएटर करने का दिल करे तो फिर ज़रूर कर लेना। लेकिन हिमानी ने अपने पिता से कह दिया कि वो अपने जीवन में किसी तरह का पछतावा नहीं करना चाहती।
इसलिए वो अभी थिएटर को जॉइन करेंगी। आखिरकार पिता ने अपनी बेटी को सपोर्ट करने का फैसला किया। और रिश्तेदारों के तमाम विरोध के बाद भी बेटी को एनएसडी जॉइन करने की इजाज़त दे दी।
कभी मुंबई नहीं जाना चाहती थी Himani Shivpuri
एनएसडी से पासआउट होने के बाद हिमानी दूसरों की तरह खुद को फिल्म इंडस्ट्री में नहीं ले गई। इन्होंने फैसला किया था कि ये सिर्फ और सिर्फ थिएटर ही किया करेंगी। अपने जानकारों से ये कहती भी थी कि ये बॉम्बे नहीं जाएंगी। दिल्ली में रहकर ही थिएटर करेंगी।
चूंकि हिमानी घर से कोई पैसा अपने लिए नहीं लेना चाहती थी तो उन्होंने एनएसडी की रेपेटरी में नौकरी शुरू कर दी। इन्हें 600 रुपए तनख्वाह मिलती थी। उन छह सौ रुपए में दो सौ रुपए ये कमरे का किराया भरा करती थी और बाकि बचे 400 रुपए में ये अपना सारा खर्च चलाती थी।
इस तरह मिली पहली फिल्म
अगले 10 सालों तक हिमानी एनएसडी रेपेटरी से जुड़ी रही। यहां एक दिलचस्प बात ये है कि एनएसडी में जब ये पढ़ रही थी तो इन्हें बाहर जाकर थिएटर या कोई काम करने की परमिशन नहीं थी।
मगर ये अपनी एक दोस्त के साथ दूरदर्शन के शो कृषि दर्शन में छिपकर काम करती थी। इससे इन्हें कुछ पैसे मिल जाया करते थे। इसी दौरान ही इन्हें अब आएगा मज़ा नाम की फिल्म मिली जो इनके करियर की पहली फिल्म थी। इस फिल्म के हीरो फारु़ख शेख थे और फिल्म के प्रोड्यूसर थे आलोक नाथ।
अरुंधति रॉय के साथ की एक्टिंग
चूंकि आलोक नाथ इनके सीनियर रह चुके थे तो उन्होंने ही इन्हें वो फिल्म ऑफर की थी। इसके बाद इन्होंने इन विच एनी गिव्स इट दोज़ वन्स नाम की एक अंग्रेजी फिल्म में काम किया।
ये फिल्म अरुंधति रॉय ने बनाई थी। कमाल की बात ये है कि इस फिल्म में अरुंधति रॉय ने खुद भी एक्टिंग की थी और आज के दौर के सुपरस्टार शाहरुख खान भी इस फिल्म में नज़र आए थे।
ये फिल्म टीवी पर रिलीज़ की गई थी। लेकिन हिमानी घर घर में एक जाना-पहचाना चेहरा बनी दूरदर्शन के शो हमराही से।
देवकी भौजाई के रोल में दूरदर्शन पर छा गई
हमराही में हिमानी के निभाए देवकी भौजाई के किरदार ने इन्हें बहुत लोकप्रियता दिलाई थी। हालांकि हमराही से पहले भी हिमानी यात्रा और फिर वही तलाश जैसे टीवी शो कर चुकी थी। लेकिन देवकी भौजाई के रोल में हिमानी को बहुत ज़्यादा पसंद किया गया था।
हम लोग शो को Himani Shivpuri ने ठुकरा दिया था
यहां आपको ये बताना भी ज़रूरी है कि दूरदर्शन के पहले शो हम लोग में छुटकी के रोल के लिए भी हिमानी भट्ट को अप्रॉच किया गया था। पर चूंकि उन दिनों हिमानी सिर्फ और सिर्फ थिएटर करना चाहती थी तो उन्होंने ये ऑफर ठुकरा दिया था। आगे चलकर हिमानी टीवी का एक बहुत बड़ा नाम बनी।
ऐसा रहा फिल्मी करियर
बात अगर इनके फिल्मी करियर की करें तो पहली फिल्म के कुछ सालों बाद हिमानी ने श्याम बेनेगल की सूरज का सातंवा घोड़ा, दो साल बाद दिलवाले और फिर धनवान फिल्म में काम किया। साल 1994 में रिलीज़ हुई फिल्म मम्मो में इन्होंने अनवरी का यादगार रोल निभाया।
लेकिन इसी साल इनकी एक ऐसी फिल्म आई जिसने इन्हें कॉमर्शियल फिल्मों की एक ज़बरदस्त कैरेक्टर आर्टिस्ट के तौर पर फिल्म इंडस्ट्री में इस्टैब्लिश कर दिया। ये फिल्म थी राजश्री प्रोडक्शन्स की हम आपके हैं कौन। रज़िया आपा के रोल में हिमानी को हर किसी ने पसंद किया।
पति ज्ञान शिवपुरी लेकर आए मुंबई
ये रोल हिमानी को मिलने की कहानी भी बड़ी दिलचस्प है। दरअसल, शुरू में हिमानी मुंबई नहीं जाना चाहती थी। अब तक ज्ञान शिवपुरी से ये शादी कर चुकी थी और हिमानी भट्ट से हिमानी शिवपुरी हो चुकी थी।
इनका एक बेटा भी हो गया था। इनके पति एक्टर ज्ञान शिवपुरी ने उन्हें मुंबई जाने के लिए प्रेरित किया था। मुंबई में एक टीवी शो में ज्ञान शिवपुरी और हिमानी शिवपुरी दोनों को काम मिला। बेटे को हॉस्टल में छोड़ ये दोनों मुंबई पहुंच गए।
सूरज बड़जात्या से मिलकर बदली Himani Shivpuri की किस्मत
मुंबई पहुंचकर दोनों ने उस शो में काम किया। लेकिन जब वो शो खत्म हो गया तो इन दोनों के लिए मुश्किलें खड़ी हो गई। इन्हें काम की ज़रूरत थी लेकिन इनके पास काम नहीं आ रहा था।
इसी दौरान सूरज बड़जात्या हम आपके हैं कौन फिल्म बनाने की तैयारी कर रहे थे। उन्होंने हिमानी शिवपुरी को एक नाटक में हज्जो का किरदार निभाते देखा था। सूरज ने हिमानी को फोन किया और अपनी फिल्म में रजिया का किरदार ऑफर किया।
और चल निकला हिमानी का करियर
हालांकि शुरू में सूरज को लग रहा था कि चूंकि हिमानी इतनी बड़ी अदाकारा हैं तो शायद वो ये रोल निभाने से इन्कार कर देंगी। लेकिन चूंकि हिमानी को उन दिनों काम की बेहद ज़रूरत थी तो उन्होंने इस मौके को तुरंत लपक लिया। हम आपके हैं कौन के साथ ही हिमानी शिवपुरी का फिल्मी करियर भी चल निकला।
DDLJ में भी किया शानदार काम
अपने अब तक के फिल्मी करियर में हिमानी शिवपुरी ने एक से बढ़कर एक फिल्मों में काम किया है। 150 से भी ज़्यादा फिल्मों का ये हिस्सा रह चुकी हैं। इनके करियर की सबसे बड़ी फिल्मों में से एक है दिलवाले दुल्हनियां ले जाएंगे। इस फिल्म में ये कम्मो के रोल में नज़र आएंगी।
ऐसे मिला था कम्मो बुआ का रोल
हिमानी शिवपुरी को ये रोल मिलने की कहानी भी कम दिलचस्प नहीं है। हुआ कुछ यूं था कि उन दिनों हिमानी ज़ीटीवी के शो हसरतें की शूटिंग कर रही थी।
एक दिन उनके पास आदित्य चोपड़ा का फोन पहुंचा और उन्होंने इन्हें बताया कि वो अपनी एक फिल्म में इन्हें कास्ट करना चाहते हैं। हिमानी ने उन्हें बांद्रा में अपनी शूटिंग लोकेशन पर बुला लिया। आदित्य चोपड़ा वहां पहुंचे और शूटिंग ब्रेक्स में वो हिमानी को डीडीएलजे की कहानी सुनाते रहते।
फिल्म की कहानी जब इंटरवल तक पहुंची तो हिमानी ने आदित्य चोपड़ा से कहा कि वो ये फिल्म कर रही हैं। आदित्य चोपड़ा ने हैरान होते हुए इनसे कहा कि अभी तो आपके रोल तक कहानी पहुंची ही नहीं।
आप बिना अपना रोल जाने फिल्म में काम करने के लिए हां कर रही हैं। बाद में मुकर तो नहीं जाएंगी। हिमानी ने कहा कि फिल्म की कहानी में बहुत दम है इसलिए वो इस फिल्म को ज़रूर करेंगी।
ये कहानी भी जुड़ी है
फिल्म रिलीज़ हुई तो हर किसी को कम्मो बुआ का रोल बहुत पसंद आया। फिल्म में इनके कुछ ही सीन्स थे। लेकिन हिमानी शिवपुरी उन कुछ सीन्स में भी अपनी छाप छोड़ने में कामयाब रही।
फिल्म में आपने हिमानी शिवपुरी को अनुपम खेर के साथ रोमांस करते हुए देखा होगा। पहले फिल्म की कहानी के मुताबिक फिल्म के आखिर में कम्मो और अनुपम खेर भी एक-दूजे के साथ हो जाते हैं।
लेकिन फिल्म के क्लाइमेक्स में ऐसा कोई सीन नहीं आया। और तो और, फिल्म के पूरे क्लाइमेक्स में हिमानी शिवपुरी नज़र तक नहीं आई। इसकी वजह ये थी कि उन्हीं दिनों हिमानी शिवपुरी के पति ज्ञान शिवपुरी का लंबी बीमारी के बाद निधन हो गया था और हिमानी शिवपुरी फिल्म की शूटिंग में हिस्सा नहीं ले पाई थी।
ऐसी है Himani Shivpuri की निज़ी ज़िंदगी
हिमानी शिवपुरी के निज़ी जीवन की बात करें तो इनके पति के बारे में तो आप काफी कुछ जान ही चुके हैं। ज्ञान शिवपुरी से इनकी मुलाकात एनएसडी में हुई थी और वहीं पर इन दोनों की दोस्ती हुई और फिर दोनों के बीच प्यार हुआ। बाद में दोनों ने शादी कर ली थी।
दोनों का एक बेटा है जिसका नाम कात्यायन। हिमानी शिवपुरी के पति ज्ञान शिवपुरी गुज़रे ज़माने के नामी एक्टर ओम शिवपुरी के छोटे भाई थे। यानि मशहूर अदाकारा सुधा शिवपुरी हिमानी शिवपुरी की जेठानी थी।
Himani Shivpuri को Meerut Manthan का सैल्यूट
हिमानी शिवपुरी अब 62 साल की हो चुकी हैं। वो अब भी फिल्मों में एक्टिव हैं। वो अपने होम टाउन देहरादून में हर साल एक थिएटर वर्कशॉप का आयोजन करती हैं।
2016 में Himani Shivpuri को फिल्म इंडस्ट्री में उनके योगदान के लिए संगीत नाट्य पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। Meerut Manthan भी फिल्म इंडस्ट्री में इनके योगदान के लिए इन्हें सैल्यूट करता है। जय हिंद।
टिप्पणियाँ
एक टिप्पणी भेजें