35 Amazing Facts about DDLJ Movie | दिलवाले दुल्हनियां ले जाएंगे फिल्म से जुड़े 35 रोचक फैक्ट्स | Trivia

35 Amazing Facts about DDLJ Movie. शाहरुख खान और काजोल स्टारर DDLJ एक कल्ट क्लासिक फिल्म है। इस फिल्म के नाम एक बड़ा ही खास रिकॉर्ड है। 

ये फिल्म मुंबई के मराठा मंदिर सिंगल स्क्रीन सिनेमा हॉल में लगातार 25 सालों तक चली और फिर कोरोना महामारी के चलते लगे लॉकडाउन के बाद अब भी चल रही है। 

शाहरुख-काजोल की रोमांटिक जोड़ी हर किसी को पसंद आई और इसी फिल्म से शाहरुख खान को सुपरस्टार का खिताब भी हासिल हुआ था। 

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35 Amazing Facts about DDLJ Movie - Photo: Social Media

Meerut Manthan आज DDLJ फिल्म से जुड़े कुछ बड़े ही रोचक फैक्ट्स अपने दर्शकों को बताएगा। इस फिल्म की मेकिंग और इसकी रिलीज़ के बाद की कई अनसुनी बातों को आज आप जानेंगे। 35 Amazing Facts about DDLJ Movie.

1st Fact

डीडीएलजे रिलीज़ हुई थी 20 अक्टूबर 1995 को। ये फिल्म यशराज बैनर्स की 25वीं सालगिरह के मौके पर रिलीज़ की गई थी। चार करोड़ रुपए में बनकर तैयार हुई इस फिल्म में 1995 में भारत में 89 करोड़ रुपए की कमाई की थी। फिल्म के ओवरसीज़ कलेक्शन की बात करें तो इस फिल्म ने विदेशों में साढ़े तेरह करोड़ रुपए की कमाई की थी। 

2nd Fact

ये फिल्म शाहरुख खान के करियर के लिए मील का पत्थर भी साबित हुई। लेकिन आपको जानकर हैरानी होगी कि शाहरुख से पहले ये फिल्म सैफ अली खान को ऑफर हुई थी। मगर सैफ ने ये ऑफर ठुकरा दिया था। 

कुछ लोग तो ये भी दावा करते हैं कि ये फिल्म आमिर और सलमान को भी यशराज बैनर की तरफ से ऑफर हुई थी। मगर उन्होंने भी ये फिल्म करने में कोई दिलचस्पी नहीं दिखाई। 

3rd Fact

शुरुआत में तो शाहरुख खान भी ये फिल्म नहीं करना चाहते थे। दरअसल, शाहरुख को लगा था कि फिल्म में लीड हीरो का किरदार थोड़ा गर्लिश है और उसमें मर्दों जैसी कोई बात नहीं है। 

इस किरदार को ना करने की एक और वजह शाहरुख के पास थी। दरअसल, शाहरुख इतनी ज़्यादा रोमांटिक फिल्म नहीं करना चाहते थे। 

चूंकि उस वक्त शाहरुख की उम्र तीस साल हो चुकी थी तो उन्हें लग रहा था कि उनकी पर्सनैलिटी के साथ ये रोल मैच नहीं करेगा। मगर जब यश चोपड़ा ने शाहरुख को समझाया कि इस फिल्म से तुम स्टार बन जाओगे तो शाहरुख ने ये फिल्म साइन कर ली।

फिर जब फिल्म बनकर तैयार हुई और शाहरुख ने ये फिल्म देखी तो उन्होंने खुद ही यश चोपड़ा से कहा कि उनके लिए ये फिल्म वैसी ही साबित होगी जैसे कि अमिताभ बच्चन के लिए दीवार थी।

4th Fact

ये जानकर भी आपको हैरानी होगी कि इस फिल्म के डायरेक्टर आदित्य चोपड़ा पहले टॉम क्रूज़ को इस फिल्म में लीड रोल में लेना चाहते थे। लेकिन उनके पिता यश चोपड़ा ने उन्हें ऐसा करने से रोक दिया। 

यश चोपड़ा को फिल्म में किसी इंटरनेशनल स्टार को लेना सही नहीं लग रहा था। पिता के समझाने पर आदित्य मान गए और डीडीएलजे का ऑफर टॉम क्रूज़ के पास कभी गया ही नहीं। 

5th Fact

यूं तो डीडीएलजे की मेन कोरियोग्राफर सरोज खान थी। फिल्म के सभी गाने उन्होंने कोरियोग्राफ भी कर दिए थे। सिवाय एक गाने को छोड़कर। 

और वो गाना था रुक जा ऐ दिल दिवाने। इस गाने की कोरियोग्राफी को लेकर सरोज खान और आदित्य चोपड़ा में काफी मतभेद हो गए थे।इसी वजह से सरोज खान ने खुद को फिल्म से अलग कर लिया। 

बाद में शाहरुख के कहने पर आदित्य चोपड़ा ने फराह खान से ये गाना कोरियोग्राफ कराया था। आदित्य फराह खान को फिल्म की यूनिट के साथ यूरोप भी ले जाना चाहते थे। मगर फराह दूसरे प्रोजेक्ट्स में बिज़ी थी तो वो डीडीएलजे की यूनिट संग यूरोप नहीं जा पाई।

6th Fact

इस फिल्म का टाइटल दिलवाले दुल्हनियां ले जाएंगे एक्ट्रेस किरण खेर ने सुझाया था। मगर शुरू में आदित्य चोपड़ा को ये टाइटल पसंद नहीं आया था। 

खुद शाहरुख खान को भी ये टाइटल बहुत ज़्यादा लंबा लगा था। उस दौर में वैसे भी फिल्मों के टाइटल छोटे रखने का चलन था।मगर जब यश चोपड़ा ने आदित्य से कहा कि यही टाइटल सही रहेगा तो आदित्य मान गए। 

इतना ही नहीं, आदित्य ने फिल्म के क्रेडिट रोल में टाइटल सुझाने के लिए किरण खेर को क्रेडिट भी दिया था। इस तरह डीडीएलजे पहली भारतीय फिल्म थी जिसमें टाइटल के लिए भी किसी को क्रेडिट दिया गया हो। 

7th Fact

ये जानकर आपको हैरत होगी कि साल 1980 में एक फिल्म रिलीज़ हुई थी जिसका नाम भी दिलवाले दुल्हनियां ले जाएंगे ही था। उस फिल्म में अभिनेता तारिक शाह और अभिनेत्री बीना बनर्जी लीड रोल में थे। 

8th Fact

डीडीएलजे की कामयाबी में इसके म्यूज़िक का बहुत बड़ा हाथ है। फिल्म का म्यूज़िक बहुत हिट हुआ था। इस फिल्म का म्यूज़िक दिया था जतिन ललित ने। और इस म्यूज़िकल जोड़ी के करियर का सबसे शानदार म्यूज़िक आज भी डीडीएलजे का म्यूज़िक ही माना जाता है।

म्यूज़िक कंपनी एचएमवी रिकॉर्ड्स ने एक रिपोर्ट जारी करके बताया था कि भारत के हर तीसरे घर में डीडीएलजे के म्यूज़िक का कैसेट है। जी हां, उन दिनों कैसेटों का ही दौर था। 

9th Fact

फिल्म का गीत मेंहदी लगा के रखना भी बहुत ज़्यादा पसंद किया गया था। लेकिन ये जानकर आपको हैरानी होगी कि ये गीत डीडीएलजे के लिए नहीं, किसी और फिल्म के लिए बना था। लेकिन बाद में यश चोपड़ा की सलाह पर ये गाना डीडीएलजे में डाला गया और इसे शाहरुख व काजोल पर फिल्माया गया।

10th Fact

इस फिल्म का लीड ट्रैक था तुझे देखा तो ये जाना सनम। ये गाना हरियाणा के एक गांव में फिल्माया गया था। इस गाने को शूट करने से पहले आदित्य चोपड़ा ने गांव की पंचायत से इसकी शूटिंग करने की परमिशन ले ली थी। 

लेकिन पंचायत के सदस्य गाने की शूटिंग की जानकारी गांव में देना भूल गए थे। यही वजह है कि जब इस गाने की शूटिंग शुरू हुई तो गांव के काफी लोग जमा हो गए और उन्होंने अपने गांव में फिल्म की शूटिंग का विरोध करना शुरू कर दिया। 

खासतौर पर वो व्यक्ति जिसकी ज़मीन पर ये गाना फिल्माया जा रहा था, वो बहुत नाराज़ था। बाद में शाहरुख खान ने उससे बात की और तब जाकर उस आदमी ने अपनी ज़मीन पर गाना शूट करने की इजाज़त दी।

11th Fact

फिल्म के गीत रुक जा ओ दिल दीवाने के एक सीन में शाहरुख खान काजोल को छोड़ देते हैं और वो ज़मीन पर गिर पड़ती हैं। फराह खान ने शाहरुख खान को निर्देश दिया था कि उन्हें इस तरह काजोल को गिराना है।

हालांकि काजोल को ज़रा भी इस बात का इल्म नहीं था कि शाहरुख उन्हें गिराने वाले हैं। ये किया गया था डायरेक्टर आदित्य चोपड़ा के कहने पर। आदित्य चाहते थे कि काजोल जब ज़मीन पर गिरें तो उनका नैचुरल शॉट रिकॉर्ड किया जाए।

12th Fact

फिल्म का वो सीन जिसमें अमरीश पुरी कबूतरों को दाना खिलाते हैं और शाहरुख खान भी उनके साथ आकर कबूतरों को दाना खिलाने लगते हैं, वो दरअसल पहले स्क्रिप्ट का हिस्सा नहीं था। लेकिन हरियाणा में जिस जगह फिल्म की शूटिंग चल रही थी वहां काफी कबूतर भी थे।

एक दिन अमरीश पुरी शौकियाना ही उन कबूतरों को दाना खिलाने लगे। तब आदित्य चोपड़ा ने ये नज़ारा चुपके से कैमरे में कैद कर लिया और फिर ये सीन स्क्रिप्ट के लिए लिखा गया व तरीके से शूट किया गया।

13th Fact

फिल्म का वो सीन जब राज और काजोल यूरोप में होते हैं और स्विटज़रलैंड में राज सिमरन को एक लाल कार की सवारी कराता है, उस सीन से भी एक दिलचस्प किस्सा जुड़ा है। 

वो सीन सही से शूट हो, इसके लिए डायरेक्टर आदित्य चोपड़ा कार की पिछली सीट पर लेटे हुए थे। और आदित्य इतनी सफाई से कार की पिछली सीट पर लेटे थे कि पूरे सीन में वो कहीं भी दिखाई नहीं दिए।

14th Fact

फिल्म में काजोल की फ्रेंड शीना तो आपको भी याद होगी। ये किरदार निभाया था अनिता श्रॉफ अदजानिया ने जो कि उस वक्त फैशन डिज़ाइनिंग की पढ़ाई भी कर रही थी। फिल्म के गाने ज़रा सा झूम लूं मैं की शूटिंग के दौरान काजोल को वन पीस ब्लैक बिकिनी में एक सीन देना था।

वो बिकिनी इतनी छोटी थी कि काजोल उसमें बहुत अनकंम्फर्टेबल फील कर रही थी। तब अनिता ने काजोल को बांधने के लिए एक ब्लैक स्टॉल दिया था। इससे काजोल की टांगे काफी ढक गई थी और उन्होंने आराम से वो सीन दिया था।

15th Fact

फिल्म में शाहरुख खान ने हार्ले डेविडसन की एक लैदर जैकेट कई सीन्स में पहनी है। ये लैदरजैकेट आदित्य चोपड़ा ने उनके लिए अमेरिका के हार्ले डेविडसन के एक स्टोर से 400 डॉलर्स में खरीदी थी। ठीक इसी तरह की जैकेट सलमान खान ने भी अपनी फिल्म मैंने प्यार किया में पहनी थी।

16th Fact

काजोल पर फिल्माया गया सॉन्ग मेरे ख्वाबों में जो आए से भी कुछ मज़ेदार बातें जुड़ी हैं। फिल्म के सभी सात गानों में ये गाना सबसे पहले रिकॉर्ड किया गया था। इस गाने के वीडियो शूट में जब काजोल को आदित्य चोपड़ा ने तौलिया दिया तो उन्हें बड़ा बुरा लगा।

काजोल को लगा कि आदित्य उनसे कुछ भी ऐसा-वैसा काम करा रहे हैं। मगर आदित्य ने उन्हें समझाया कि ये फिल्म की डिमांड है। काफी समझाने के बाद काजोल टॉवेल में ये गाना शूट करने को राज़ी हुई। 

17th Fact

इसी गाने में काजोल एक छोटी स्कर्ट पहने भी दिखी थी। पहले वो एक लॉन्ग स्कर्ट थी। लेकिन आदित्य चोपड़ा ने डिज़ाइनर मनीष मल्हौत्रा से स्कर्ट छोटी करने को कहा। 

मनीष ने सेट पर ही कैंची से स्कर्ट को काटकर छोटा कर दिया। हालांकि आदित्य जितना चाहते थे स्कर्ट उससे कहीं ज़्यादा छोटी हो गई थी। मगर उन्होंने उसी छोटी स्कर्ट में गाने को शूट भी किया। 

18th Fact

डीडीएलजे के सभी गीत आनंद बक्षी ने लिखे थे। मेरे ख्वाबों में जो आए गीत से ही जुड़ा एक और किस्सा कुछ यूं है कि शुरू में आदित्य चोपड़ा को ये गीत पसंद ही नहीं आ रहा था। 

आनंद बक्शी ने इस गीत के 24 अंतरे लिखकर आदित्य चोपड़ा को दिखाए थे। आखिरकार उन 24 में से दो अंतरे आदित्य को पसंद आए और वही दोनों अंतरे गाने में डाले गए।

19th Fact

डीडीएलजे का वो सीन जब सिमरन ट्रेन में चढ़ रही होती हैं और राज उसे पीछे से पलट कहते हैं, वो सीन दरअसल साल 1993 में आई हॉलीवुड फिल्म लाइन ऑफ फायर से कॉपी किया गया था। 

साथ ही वो सीन जिसमें राज सिमरन की कम्मो बुआ को साड़ी सिलेक्ट करने में मदद करता है, वो भी 1957 में आई हॉलीवुड फिल्म विटनेस ऑफ प्रोसिक्यूशन से कॉपी किया गया है।

20th Fact

डीडीएलजे की स्क्रिप्ट आदित्य चोपड़ा ने खुद लिखी थी। ये पूरी स्क्रिप्ट उन्होंने मात्र 1 महीने में लिख ली थी। आदित्य चोपड़ा जब अपने पिता यश चोपड़ा के असिस्टेंट हुआ करते थे उसी दौरान ही उन्होंने कहानियां लिखना शुरू कर दिया था। 

डीडीएलजे की स्क्रिप्ट के बारे में वो अक्सर करण जौहर से डिस्कस किया करते थे। फिल्म की कहानी ही नहीं, स्क्रीनप्ले भी आदित्य चोपड़ा ने खुद ही लिखा था।

21st Second

फिल्म के क्लाइमैक्स में हम देखते हैं कि सिमरन के मंगेतर कुलजीत और राज के बीच रेलवे स्टेशन पर फाइट होती है। इस फाइट में राज को काफी ख़ून भी निकलता है। पहले ये सीन स्क्रिप्ट में था ही नहीं। 

लेकिन बाद में शाहरुख खान के कहने पर ये सीन फिल्म में डाला गया था। शाहरुख खान चाहते थे कि फिल्म में कोई सीन तो ऐसा होना ही चाहिए जिसमें उनका किरदार फाइट करे।

22nd Fact

सिमरन के मंगेतर कुलजीत का किरदार एक्टर परमीत सेठी ने निभाया था। परमीत सेठी से पहले आदित्य चोपड़ा ने मिलिंद गुनाजी को ये रोल ऑफर किया था। 

पर चूंकि फिल्म में कुलजीत को क्लीन शेव्ड दिखाना था और मिलिंद गुनाजी की अच्छी-खासी दाढ़ी है तो आदित्य ने उनसे दाढ़ी कटाने को कहा। मगर मिलिंद गुनाजी ने दाढ़ी कटाने से इन्कार कर दिया और फिल्म छोड़ दी। 

23rd Fact

मिलिंद गुनाजी के बाद एक्टर अरमान कोहली को आदित्य चोपड़ा ने कुलजीत का रोल ऑफर किया था। लेकिन अरमान ने निगेटिव रोल करने से साफ इन्कार कर दिया था। अरमान ने तो आदित्य से राज वाला रोल मांग लिया था।

आखिरकार एक दिन इस रोल के लिए परमीत सेठी ऑडिशन देने आए। पहली ही नज़र में यश चोपड़ा और आदित्य चोपड़ा को परमीत सेठी पसंद आ गए और उन्हें कुलजीत के रोल के लिए फाइनल कर लिया गया।

24th Fact

फिल्म में अनुपम खेर शाहरुख के पिता के रोल में नज़र आए थे। मगर शुरुआत में अनुपम खेर वो रोल निभाना जाहते थे जो कि अमरीश पुरी ने निभाया था। उन्होंने आदित्य से वो रोल मांगा भी था। लेकिन आदित्य ने उन्हें मना कर दिया था।

साथ ही वो सीन जिसमें शाहरुख खान कॉलेज में फेल हो जाते हैं और अनुपम खेर उनके फेल होने पर खुश होते हैं और कहते हैं कि शाहरुख ने फेल होने की खानदानी परंपरा को बरकरार रखा है।

उस सीन के दौरान अनुपम खेर अपने दादा-पड़दादाओं के नाम के उदाहरण भी शाहरुख को देते हैं। उस सीन में अनुपम ने जो नाम लिए थे वो असलियत में भी उनके चाचाओं के नाम थे।

25th Fact

डीडीएलजे ही वास्तव में वो फिल्म है जिससे करण जौहर को फिल्म मेकिंग की ट्रेनिंग मिलनी शुरु हुई थी। इस फिल्म में उन्होंने एक्टिंग भी की थी। 

इसी फिल्म के दौरान शाहरुख और काजोल ने उनसे वादा किया था कि जब भी करण अपनी पहली फिल्म बनाएंगे वो दोनों उसमें काम करेंगे। 

3 साल बाद जब करण ने अपनी पहली फिल्म कुछ कुछ होता है बनाई तो शाहरुख और काजोल ने अपना वादा निभाया भी। 

26th Fact

डीडीएलजे भारतीय सिनेमा के इतिहास की पहली ऐसी फिल्म थी जिसकी मेकिंग को दूरदर्शन पर दिखाया गया था। डीडीएलजे की मेकिंग को आदित्य चोपड़ा के छोटे भाई उदय चोपड़ा और करण जौहर ने कड़ी मेहनत से तैयार किया था। 

उदय और करण ने एडिटिंग रूम में खुद को कई दिनों के लिए बंद कर लिया था। उसी एडिटिंग रूम में उनके लिए खाना और कपड़े पहुंचाए जाते थे। बाथरूम की व्यवस्था भी वहीं पर ही थी।

27th Fact

फिल्म में शाहरुख खान के दूसरे दोस्त थे अर्जुन सबलोक। अर्जुन सबलोक भी आगे चलकर डायरेक्टर बन गए थे। हालांकि उन्हें वैसी सफलता नहीं मिल सकी जैसी की करण जौहर को मिली थी। अर्जुन सबलोक ने नील एंड निक्की फिल्म डायरेक्ट की थी। 

28th Fact

डीडीएलजे ने 10 फिल्मफेयर अवॉर्ड्स और एक नेशनल अवॉर्ड अपने नाम किए थे। उस वक्त ये एक रिकॉर्ड था। डीडीएलजे से पहले सबसे अधिक फिल्मफेयर अवॉर्ड हासिल करने का रिकॉर्ड सलमान खान की मैंने प्यार किया के नाम था। 

मैंने प्यार किया ने 6 फिल्मफेयर अपने नाम किए थे। हालांकि अमिताभ और रानी मुखर्जी की फिल्म ब्लैक ने 11 फिल्मफेयर अपने नाम करके डीडीएलजे का रिकॉर्ड तोड़ दिया था।

29th Fact

साल 1995 में ही आमिर खान की फिल्म रंगीला भी रिलीज़ हुई थी और फिल्मफेयर अवॉर्ड्स में डीडीएलजे और रंगीला के बीच कड़े मुकाबले की उम्मीद जताई जा रही थी। 

लेकिन डीडीएलजे ने एक तरह से क्लीन स्वीप कर लिया था। आमिर खान इससे बहुत नाराज़ हुए थे। उसी के बाद से ही आमिर खान ने अवॉर्ड शोज़ में जाना बंद कर दिया था।

30th Fact

फिल्म में कम्मो बुआ का किरदार निभाने वाली हिमानी शिवपुरी फिल्म के क्लाइमैक्स में भी नज़र आने वाली थी। लेकिन ऐसा हुआ नहीं। और वो इसलिए क्योंकि क्लाइमैक्स की शूटिंग के दौरान ही हिमानी शिवपुरी के पति ज्ञान शिवपुरी की मौत हो गई थी और हिमानी शिवपुरी को अपने घर जाना पड़ा था।

31st Fact

डीडीएलजे ही एक्ट्रेस मंदिरा बेदी की पहली फिल्म भी थी। उससे पहले मंदिरा ने डीडी के कुछ टीवी शोज़ में काम ज़रूर किया था। लेकिन एज़ एन एक्ट्रेस ये मंदिरा बेदी की पहली फिल्म थी।

32nd Fact

ये बात बहुत कम लोग जानते हैं कि आदित्य चोपड़ा अपना डायरेक्टोरियल डेब्यू डीडीएलजे से नहीं करना चाहते थे। वो मोहब्बतें से अपना डेब्यू करना चाहते थे। 

मगर ऐसा हुआ नहीं। हालांकि साल 2000 में उन्होंने मोहब्बतें फिल्म का डायरेक्शन भी किया था। और वो भी एक सक्सेसफुल फिल्म थी।

33rd Fact

डीडीएलजे के साथ कुछ कंट्रोवर्सीज़ भी हुई थी। दरअसल, जावेद अख्तर की पहली पत्नी हनी ईरानी ने आरोप लगाया था कि उन्होंने इस फिल्म की कहानी लिखी है। 

लेकिन फिल्म में उन्हें कोई क्रेडिट नहीं दिया गया है। साथ ही जावेद सिद्दकी ने फिल्म के डायलॉग लिखने की बात कही थी। उन्होंने भी क्रेडिट ना देने का आरोप फिल्म के मेकर्स पर लगाया था।

34th Fact

जिस दिन डीडीएलजे रिलीज़ हुई थी उसी दिन माधुरी दीक्षित स्टारर याराना भी रिलीज़ हुई थी। ये फिल्म डेविड धवन ने डायरेक्ट की थी और इसमें ऋषि कपूर व राज बब्बर जैसे बड़े सितारे थे। याराना की उस दौरान बहुत चर्चा हो रही थी।

सबको लग रहा था कि याराना डीडीएलजे को पछाड़ देगी। लेकिन डीडीएलजे की आंधी में याराना ऐसी उड़ी कि उस पर बुरी तरह फ्लॉप होने का टैग लग गया। हालांकि याराना का गीत मेरा पिया घर आया ज़रुर हिट साबित हुआ था।

35th Fact

फिल्म के एक सीन में राज कुलजीत और उसके दोस्तों के साथ बैठकर बियर पीता है और उनसे कहता है कि वो स्ट्रोज़ बियर की फैक्ट्री इंडिया में लगाना चाहता है। 

ये सीन फिल्म में स्ट्रोज़ बियर के प्रमोशन के लिए डाला गया था। दरअसल, स्ट्रोज़ बियर अमेरिका की एक कंपनी का बियर ब्रांड है और ये बियर ब्रांड उसी साल भारत में लॉन्च किया गया था।

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