10 Facts You Didn't Know about Vyajayanthimala | वैजयंती माला की दस अनसुनी कहानियां

10 Facts You Didn't Know about Vyajayanthimala. वैजयंतीमाला को हम 50 और 60 के दशक के भारतीय सिनेमा का एक ऐसा नगीना कह सकते हैं जिसकी चमक ने अंतर्राष्ट्रीय पटल को भी रोशन किया। अपने नृत्य कौशल और अपनी अदायगी के तालमेल से वैजयंतीमाला ने दुनियाभर में अपना फैनबेस बनाया। इंडियन क्लासिकल हो या फिर वेस्टर्न डांस हो। वैजयंतीमाला के कदम जब भी थिरके, उनके साथ-साथ लाखों लोग भी थिरकते थे।

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10 Facts You Didn't Know about Vyajayanthimala

Meerut Manthan की इस पेशकश में आपको वैजयंतीमाला से जुड़ी कुछ बेहद दिलचस्प और अनसुनी बातें जानने को मिलेंगी। वैजयंतीमाला के फैंस के लिए तो ये बातें मज़ेदार होंगी ही। 

साथ ही भारतीय सिनेमा और सिने स्टार्स को जानने-समझने में दिलचस्पी लेने वाले लोगों को भी कुछ रोचक बातें वैजयंतीमाला के बारे में जानने को मिलेंगी। तो चलिए अपना ये सफर शुरू करते हैं। 10 Facts You Didn't Know about Vyajayanthimala.

First Fact

साल 1969 में वैजयंतीमाला ने यूनाइटेड नेशन में 120 देशों के सामने भरतनाट्यम की प्रस्तुति दी थी। युनाइटेड नेशन में अपना नृत्य कौशल दिखाने वाली वैजयंतीमाला भारत की पहली नृत्यांगना थी। 

वैजयंती ने यूनाइटेड नेशन में अपनी नृत्य प्रस्तुति से हर किसी को मंत्रमुग्ध कर दिया था। यही वजह है कि जब वैजयंतीमाला की परफॉर्मेंस खत्म हुई तो युनाइटेड नेशन में मौजूद सभी 120 देशों के प्रतिनिधियों ने वैजयंतीमाला के लिए खड़े होकर तालियां बजाई थी।

इससे आप अंदाज़ा लगा सकते हैं कि वैजयंतीमाला की वो परफॉर्मेंस कितनी ज़बरदस्त रही होगी। इस परफॉर्मेंस के बाद वैजयंतीमाला की चर्चा दुनिया के कई देशों की मीडिया में हुई थी।

Second Fact

शादी के बाद वैजयंतीमाला ने फिल्मों में काम करना काफी कम कर दिया था। लेकिन इस दौरान वो अपने ट्रुप के साथ देश-विदेश में डांस शोज़ करती रहती थी। वैजयंतीमाला ने पेरिस के साराह बर्नहार्ड थिएटर में, लंदन के स्काला थिएटर में और मॉस्को के बोलशोई थिएटर में भरतनाट्यम परफॉर्म किया था।

इसके अलावा सिडनी के इंटरनेशनल ओपेरा हाउस में डांस करने वाली पहली भारतीय डांसर होने का गौरव भी वैजयंतीमाला को ही प्राप्त है। वैजयंती ने स्वीडन की राजधानी स्टॉकहोम, हॉलैंड के शहर रॉटरडैम, ऑस्ट्रेलिया के शहर एडिलेड व कई दूसरे देशों में भी भरतनाट्यम की प्रस्तुति दी थी।

Third Fact

वैजयंतीमाला को उनके दोस्त और रिश्तेदार प्यार से ट्विंकल टोस्ट कहकर पुकारते थे। वैजयंती पहली ऐसी दक्षिण भारतीय अदाकारा थी जिन्होंने हिंदी फिल्मों में अपार सफलता हासिल की थी। वैजयंती के बाद उनकी लैगेसी को हेमा मालिनी, रेखा, श्रीदेवी और जयाप्रदा ने आगे बढ़ाया।

ये सभी एक्ट्रेस दक्षिण भारत से हैं और हिंदी फिल्म इंडस्ट्री में इन्होंने अपना बड़ा मुकाम बनाया है। वैजयंतीमाला गोल्फ की भी बहुत शौकीन रही हैं। इनके पति चमनलाल बाली ने इन्हें गोल्फ का शौक लगाया था। 

Fourth Fact

वैजयंतीमाला और दिलीप कुमार की जोड़ी अपने दौर की बेहद ज़्यादा पसंद की जाने वाली जोड़ियों में से एक थी। इस जोड़ी ने कई फिल्मों में साथ काम किया था। लेकिन नया दौर इस जोड़ी की सबसे सफल फिल्म मानी जाती है।

कम लोग ही इस बात से वाकिफ हैं कि नया दौर में पहले मधुबाला को साइन किया गया था। लेकिन फिल्म की आउटडोर शूटिंग के चलते मधुबाला के पिता अताउल्ला और फिल्म के प्रोड्यूसर बीआर चोपड़ा के बीच विवाद हो गया।

ये विवाद इतना ज़्यादा बढ़ा कि बात अदालत तक पहुंच गई। फाइनली मधुबाला को फिल्म से हटा दिया गया और उनकी जगह वैजयंतीमाला को साइन किया गया। नया दौर वैजयंतीमाला के करियर की टॉप मूवीज़ में से एक मानी जाती है।

Fifth Fact

वैजयंती ने जब फिल्मों से रिटायरमेंट ले ली तो उन्होंने कुछ वक्त के लिए चेन्नई में श्रिम्प फार्मिंग भी की थी। हालांकि इस काम में उन्हें उम्मीद के मुताबिक सफलता नहीं मिली थी। बाद में ये काम बंद कर वैजयंती ने चेन्नई में ही एक डांस एकेडेमी भी शुरू की। मगर जब वैजयंती पॉलिटिक्स में गई तो इन्होंने अपनी वो डांस एकेडेमी भी बंद कर दी थी।

Sixth Fact

अमिताभ बच्चन और शशि कपूर की सुपरहिट फिल्म दीवार में मां किरदार पहले वैजयंतीमाला को ही ऑफर हुआ था। लेकिन इन्होंने ये कहकर वो किरदार ठुकरा दिया कि ये फिल्मों में हिरोइन थी और एक हिरोइन की तरह ही रिटायर भी होंगी। कभी मां के रोल्स नहीं करेंगी। वैजयंती के इन्कार करने के बाद ही वो रोल निरुपा राय को मिला था। 

Seventh Fact

करियर की पहली हिंदी फिल्म बहार से ही वैजयंतीमाला को सक्सेस मिल गई थी। पहली फिल्म से मिली सफलता के चलते उस दौर में वैजयंती हिंदी सिनेमा की तीसरी सबसे ज़्यादा फीस लेने वाली एक्ट्रेस बन गई थी।

वहीं साल 1962 से लेकर 1965 के बीच वैजयंतीमाला सबसे ज़्यादा फीस लेने वाली एक्ट्रेस बन गई थी। हालांकि उसी जम़ाने में साधना भी इनके जितनी ही फीस ले रहीं थी। 1966 से लेकर 1967 के बीच नंदा, माला सिन्हा और वहीदा रहमान के साथ वैजयंतीमाला तीसरी सबसे महंगी एक्ट्रेस थी।

Eighth Fact

वैजयंतीमाला की बढ़िया दोस्त रही हैं उनके ज़माने की ही एक और अभिनेत्री आशा पारेख। ये बात भी कम लोग ही जानते हैं कि साल 1957 में आई फिल्म आशा में वैजयंतीमाला लीड एक्ट्रेस थी और आशा पारेख एक छोटे से सपोर्टिंग रोल में नज़र आई थी।

उस ज़माने में आशा पारेख वैजयंतीमाला की बहुत बड़ी फैन थी। किस्मत से आशा पारेख को वैजयंती संग आशा फिल्म में एक सीन में कॉमेडी और एक गाने पर परफॉर्म करने का मौका मिला था। उस वक्त किसी ने भी नहीं सोचा था कि आशा पारेख भी आगे चलकर फिल्मों में इतना बड़ा नाम बनेंगी। 

Ninth Fact

वैजयंतीमाला की बायोग्राफी में हमने आपको बताया था कि इनकी मां वसुंधरा देवी भी एक एक्ट्रेस थी और चालीस के दशक में तमिल फिल्मों का एक बड़ा नाम थी। मगर ये बात बहुत ही कम लोग जानते हैं कि साल 1960 में आई इरुंबू थिराई नाम की एक तमिल फिल्म में वैजयंतीमाला ने अपनी मां वसुंधरा देवी संग भी काम किया था।

फिल्म में वैजयंतीमाला के किरदार का नाम मंजु था और वसुंधरा देवी मंजु की मां बनी थी। यानि रियल लाइफ की इन मां-बेटी ने पहली और आखिरी दफा इरुंबू थिराई नाम की इस फिल्म में भी मां-बेटी का किरदार निभाया था।

Tenth Fact

वैजयंतीमाला को रजनीकांत की सुपरहिट फिल्म मप्पिलई में भी काम करने का ऑफर दिया गया था। वैजयंती को बढ़िया पैसे भी इस रोल के लिए ऑफर किए गए थे। लेकिन इन्होंने ये कहकर उस फिल्म को ठुकरा दिया कि वो कोई निगेटिव किरदार नहीं करेंगी। और रजनीकांत की सास का किरदार तो वो कतई स्वीकार नहीं करेंगी।

आपको शायद यकीन ना हो, लेकिन दिलीप कुमार और मनोज कुमार की फिल्म क्रांति में भी वैजयंतीमाला को काम करने का ऑफर मिला था। लेकिन वैजयंती ने उसे भी ठुकरा दिया था। वजह वही थी जो कि हमने पहले आपको बताई। वैजयंती कैरेक्टर रोल्स नहीं करना चाहती थी।

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