Major Saab 1998 | मेजर साब फिल्म के Unknown Facts जानिए | Hindi Trivia
Major Saab 1998. 26 जून 1998 को रिलीज़ हुई थी अमिताभ बच्चन और अजय देवगन स्टारर मेजर साब। ये फिल्म प्रोड्यूस की थी अमिताभ बच्चन ने और इसके डायरेक्शन का ज़िम्मा संभाला था टीनू आनंद ने। अमिताभ और अजय के अलावा इस फिल्म में नफीसा अली, सोनाली बेंद्रे, आशीष विद्यार्थी, मोहन जोशी, शाहबाज़ खान, नवीन निश्चल, मुश्ताक खान, अवतार गिल, दिनेश हिंगू, प्रदीप रावत और कुलभूषण खरबंदा भी नज़र आए थे।
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Major Saab 1998 Hindi Trivia - Photo Courtesy: IMDB |
लगभग 8 करोड़ 75 लाख रुपए में बनी इस फिल्म ने वर्ल्डवाइड 22.18 करोड़ रुपए का कलेक्शन किया था। और ये फिल्म 1998 की नौंवी सबसे ज़्यादा कमाई करने वाली फिल्म थी।
आज हम जानेंगे Major Saab 1998 Movie की मेकिंग से जुड़ी कुछ अनसुनी और रोचक बातें। कैसे Major Saab 1998 Movie से Ajay Devgan की पर्सनैलिटी एकदम चेंज हो गई थी? इस फिल्म का वो कौन सा Song था जो Amitabh Bachchan की ही Lal Baadshah फिल्म के लिए रिकॉर्ड किया गया था? ऐसी ही कई रोचक और अनसुने फैक्ट्स आज हम और आप जानेंगे।
पहली कहानी
मेजर साब पहली फिल्म थी जिससे अजय देवगन का आइकॉनिक हेयर स्टाइल चेंज हुआ था। चूंकि इस फिल्म की कहानी आर्मी बैकग्राउंड की है और अजय देवगन इस फिल्म में एक कैडेट बने हैं तो उन्हें आर्मी कैडेट का लुक ही लेना पड़ता है। फिल्म की शुरुआत में अजय देवगन का पुराना हेयर स्टाइल हमें नज़र ज़रूर आता है। लेकिन आर्मी इंस्टीट्यूट जॉइन करने के बाद अजय को अपने बाल कटाने पड़ते हैं। और फिर इसी फिल्म के बाद से ही अजय देवगन फिल्मों में नए-नए लुक्स में दिखाई देने लगे।
दूसरी कहानी
मेजर साब के डायरेक्टर थे टीनू आनंद। लेकिन इस फिल्म की शूटिंग के बीच में ही टीनू आनंद काफी बीमार पड़ गए थे। ऐसे में अजय देवगन ने इस फिल्म का काफी हिस्सा डायरेक्ट किया था। यानि कहा जा सकता है कि मेजर साब अजय देवगन की अनऑफिशियल डायरेक्टोरियल डेब्यू फिल्म थी।
2008 में फिल्म यू मी और हम से अजय देवगन ने अपना ऑफिशियल डायरेक्टोरियल डेब्यू किया था। अजय देवगन और सोनाली बेंद्र पर फिल्माया गया सॉन्ग प्यार किया तो निभाना अजय देवगन ने ही डायरेक्ट किया था। वैसे इस फिल्म से अभिषेक बच्चन भी असिस्टेंट डायरेक्टर के तौर पर जुड़े थे। लेकिन उनको कहीं पर क्रेडिट नहीं दिया गया है।
तीसरी कहानी
मेजर साब का बेहद पॉप्युलर सॉन्ग था सोना सोना। उस ज़माने में ये गाना हर पार्टी में बजाया जाता था। लेकिन ये बात भी जानने वाली है कि ऑरिजिनली ये गाना लाल बादशाह फिल्म के लिए म्यूज़िक डायरेक्टर मरहूम आदेश श्रीवास्तव ने कंपोज़ किया था। और लाल बादशाह फिल्म मेजर साब के एक साल बाद यानि 1999 में रिलीज़ हुई थी।
दअरसल, लाल बादशाह के डायरेक्टर केसी बोकाडिया ने अपनी फिल्म से ये गाना हटा दिया था। इसलिए अमिताभ बच्चन ने केसी बोकाडिया से इस गाने के राइट्स ले लिए और इसे अपनी फिल्म मेजर साब में यूज़ कर लिया।
चौथी कहानी
मेजर साब के डायरेक्टर टीनू आनंद इस फिल्म की शूटिंग के दौरान काफी बीमार हो गए थे। यही वजह है कि इस फिल्म के काफी हिस्से की शूटिंग पर अजय देवगन ने डायरेक्शन किया था। टीनू आनंद इस फिल्म में एक्टिंग भी करने वाले थे। वो इस फिल्म में एक वकील का रोल निभाने वाले थे।
जिसे फाइनली एक्टर विकास आनंद ने निभाया था। लेकिन विकास आनंद की आवाज़ का इस्तेमाल इस फिल्म में नहीं किया गया था। विकास आनंद के जितने भी डायलॉग्स थे वो टीनू आनंद ने ही डब किए थे। अगर आप अब ये फिल्म देखेंग तो टीनू आनंद की आवाज़ को बड़े आराम से पहचान लेंगे।
पांचवी कहानी
मेजर साब अपनी तय डेट से एक हफ्ते बाद रिलीज़ हुई थी। दरअसल, इस फिल्म पर इंडियन आर्मी की तरफ से आपत्ति उठा दी गई थी। इंडियन आर्मी को अमिताभ की दाढ़ी सही नहीं लग रही थी। आर्मी के आपत्ति उठाने के बाद अमिताभ बच्चन ने फिल्म के क्रेडिट्स में आर्मी की दाढ़ी की पॉलिसी को मेंशन किया था। उसके बाद ही ये फिल्म रिलीज़ होने दी गई थी। फिल्म से जुड़ी एक और रोचक बात जो है वो ये कि ये पहली और आखिरी फिल्म है जिसमें टीनू आनंद के असली नाम यानि वरिंदर राज आनंद का इस्तेमाल किया गया है।
छठी कहानी
मेजर साब की म्यूज़िक एल्बम में कुल सात सॉन्ग हैं। और इस एल्बम का सबके आखिरी सॉन्ग है तेरे प्यार में जिसे कुमार सानू ने गाया है। लेकिन ये सॉन्ग फिल्म में कहीं पर भी नहीं दिखेगा। वो इसलिए क्योंकि फिल्म के फाइनल प्रिंट से अमिताभ बच्चन ने सॉन्ग हटा दिया था।
इस सॉन्ग का वीडियो अमिताभ बच्चन पर ही शूट किया गया था। और ये एक पार्टी सॉन्ग था जिसमें अमिताभ बच्चन पियानो बजा रहे थे। पर चूंकि फिल्म की ड्यूरेशन ज़्यादा हो रही थी तो अमिताभ ने ये सॉन्ग फिल्म से हटा दिया।
सातवीं कहानी
मेजर साब फिल्म की शूटिंग के दौरान अमिताभ बच्चन और डायरेक्ट टीनू आनंद की लड़ाई भी हो गई थी। और वो इसलिए क्योंकि अमिताभ बच्चन एक सीन शूट कराना चाह रहे थे। जबकी टीनू आनंद वो सीन शूट करने से मना कर रहे थे। टीनू का कहना था कि फिल्म की ड्यूरेशन ज़्यादा हो जाएगी।
इसलिए ये गाना नहीं शूट करना चाहिए। इस पर अमिताभ ने टीनू से कहा कि मैं प्रोड्यूसर हूं। मैं जो चाहूंगा वो होगा। तो टीनू ने कहा, अगर तुम प्रोड्यूसर हो तो फिल्म को डायरेक्ट भी तुम खुद कर लो। और ये कहकर टीनू आनंद सेट छोड़कर चले गए। बाद में उन्हें मनाया गया था।
आठवीं कहानी
मेजर साब अमिताभ बच्चन की कमबैक फिल्म होने वाली थी। दरअसल, इस फिल्म से अमिताभ बॉलीवुड में खुद को दोबारा लॉन्च करने वाले थे। लेकिन फिल्म के शेड्यूल में हुई देरी की वजह से मृत्युदाता अमिताभ की कमबैक फिल्म बन गई। मृत्युदाता 1997 में रिलीज़ हुई थी।
और मेजर साब ही टीनू आनंद और अमिताभ की चौथी फिल्म थी। मेजर साब से पहले टीनू आनंद अमिताभ को कालिया, शहंशाह और मैं आज़ाद हूं में डायरेक्ट कर चुके थे। हालांकि मेजर साब से पहले की तीनों फिल्मों की कहानी भी टीनू आनंद ने ही लिखी थी। लेकिन मेजर साब की कहानी की राइटिंग में उनका कोई योगदान नहीं था।
नौंवी कहानी
मेजर साब के म्यूज़िक एल्बम में कुछ गाने "नाम क्या है" फिल्म से लिए गए थे जो कि कभी रिलीज़ नहीं हुई। इन सॉन्ग्स को भी इत्तेफाक से आनंद राज आनंद ने ही कंपोज़ किया था। और ये फिल्म भी अमिताभ बच्चन के होम प्रोडक्शन में ही बन रही थी। हालांकि बाद में अमिताभ ने मेजर साब के सभी सॉन्ग्स के राइट्स टीसीरीज़ को बेच दिए थे।
दसवीं कहानी
मेजर साब ने बॉक्स ऑफिस पर बढ़िया प्रदर्शन किया था और ठीक-ठाक पैसा कमाया था। लेकिन चूंकि उस ज़माने में अमिताभ बच्चन की कंपनी एबीसीएल पर बहुत ज़्यादा कर्ज़ हो रहा था तो मेजर साब से कमाया सारा पैसा वही कर्ज़ चुकाने में चला गया। पहले इस फिल्म में मेन हिरोइन के रोल में तब्बू को कास्ट करने की बात चल रही थी। लेकिन उन्हीं दिनों ये अफवाह फैल गई थी कि तब्बू शादी करके फिल्मों से रिटायर होने का प्लान कर रही हैं। इसी अफवाह के चलते अमिताभ और टीनू आनंद ने तब्बू की जगह सोनाली बेंद्रे को फिल्म में कास्ट कर लिया। तब्बू ने आज तक शादी नहीं की है।
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