जब Train के नीचे कटने से बाल-बाल बची थी Jaya Parda
Jaya Prada को आज की पीढ़ी के लोग एक पॉलिटिशियन के रूप में ज़्यादा पहचानते हैं। लेकिन जया प्रदा एक ज़माने की शानदार और टॉप क्लास बॉलीवुड एक्ट्रेस रह चुकी हैं। कई सालों तक जया प्रदा ने हिंदी और दक्षिण भारतीय सिनेमा पर राज किया था।
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| Jaya Prada Childhood Train Story - Photo: Social Media |
3 अप्रैल 1962 को जया प्रदा का जन्म आंध्र प्रदेश में हुआ था। फिल्मों में आने से पहले जया प्रदा का नाम ललिता रानी था। अपने जीवन में जया प्रदा ने जहां शानदार सफलताएं देखी तो वहीं कई उतार-चढ़ाव भी देखे।
Jaya Prada की बायोग्राफी तो किसी और दिन Meerut Manthan पर आपको पढ़ने को मिलेगी। लेकिन आज हम Jaya Prada के साथ घटी उस घटना के बारे में आपको बताएंगे जब जया प्रदा की जान जाते-जाते बची थी। और ये किस्सा जुड़ा है उनके बचपन से।
उस दिन भाई ने बचा लिया
जया प्रदा का घर जिस जगह था वहां से एक रेलवे लाइन जाती थी। वो एक छोटा स्टेशन था जहां अक्सर मालगाड़ियां खड़ी हो जाती थी। एक दिन जया अपने भाई के साथ रेलवे लाइन के पास खेल रही थी।
जया के भाई ने थोड़ी हिम्मत करते हुए रेलवे लाइन पर खड़ी ट्रेन के नीचे से निकलकर इस पार से उस पार जाने की कोशिश की। और अपनी इस कोशिश में इनका भाई बड़ी आराम से कामयाब भी हो गया।
भाई ने एक बार फिर ऐसा ही किया। और दोबारा भी वो बिना किसी परेशानी के खड़ी रेलगाड़ी के नीचे से इस पार से उस पार निकल गया।
भाई को ऐसा करते देख जया का दिल भी ये ही करने को मचलने लगा। लेकिन जैसे ही जया ट्रेन के नीचे घुसी, अचानक ट्रेन चल पड़ी। ट्रेन चली तो नन्ही जया बुरी तरह घबरा गई।
हालांकि एक समझदारी उन्होंने ये दिखाई कि वो वहीं ज़मीन पर लेट गई। लेकिन उस वक्त जया की हालत बहुत खराब थी। वो डर के मारे कांप रही थी।
उन्हें पता था कि अगर वो ट्रेन की चपेट में आ गई तो उनके शरीर के चिथड़े उड़ जाएंगे और उनकी मौत हो जाएगी। थोड़ी दूर खड़ा जया का भाई भी ये सब देखकर घबरा गया था।
घबराहट में वो मदद के लिए ज़ोर-ज़ोर से चिल्लाने लगा। इत्तेफाक से जया के भाई के चिल्लाने की ये आवाज़ ट्रेन के ड्राइवर के कानों तक भी पहुंच गई। ड्राइवर ने जब एक घबराए बच्चे को चिल्लाते देखा तो उसने तुरंत ट्रेन रोक दी।
ड्राइवर ट्रेन से नीचे उतरकर आया और तब जाकर नन्ही जया को ट्रेन के नीचे से निकाला गया। उस दिन जया ने जान बचाने के लिए ईश्वर को बहुत धन्यवाद किया था।
जया प्रदा और ट्रेन की एक और कहानी
ट्रेन और जया का ये कोई इकलौता किस्सा नहीं है। ट्रेन और जया का एक किस्सा जुड़ा है उनकी पहली हिंदी फिल्म सरगम से।
यूं तो जया का फिल्मी करियर साल 1974 में शुरू हो गया था। लेकिन सरगम में पहली दफा वो किसी हिंदी फिल्म में काम कर रही थी।
उस ज़माने में आज के दौर की तरह स्टार्स के लिए सहूलियतें नहीं हुआ करती थी। सरगम फिल्म के गीत डफली वाले डफली बजा की शूटिंग की लोकेशन पर जया को पहुंचना था।
उन दिनों जया फिल्मों में इतनी बिज़ी थी कि वो एक साथ 5-5 फिल्मों की शूटिंग करती थी। जया ट्रेन से ही उस लोकेशन पर जा रही थी।
डायरेक्टर चाहता था कि सुबह की रोशनी में उस गाने को शूट किया जाए। इसलिए जया रात को ही ट्रेन से लोकेशन के लिए निकल पड़ी थी।
जया इतनी ज़्यादा बिज़ी थी कि उन्हें नहाने का वक्त भी नहीं मिल पाया था। मजबूरी में जया अपने एक साथी की मदद से ट्रेन के टॉइलेट में ही पानी का इंतज़ाम करके नहाई थी।
और फिर जब जया डफली वाले सॉन्ग को शूट करने पहुंची तो खुद को काफी फ्रेश महसूस कर रही थी।

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