IPTA Meerut ने दी शानदार प्रस्तुति Kahaan Phas Gaye Hum जो खूब हंसाती-गुदगुदाती है

इंडियन पीपल्स थिएटर असोसिएशन यानि IPTA की मेरठ शाखा ने रविवार 9 मार्च को चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय में मौजूद अटल बिहारी वाजपेयी ऑडिटोरियम में नाटक 'कहां फंस गए हम' का मंचन किया। 

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Kahaan Phas Gaye Hum - Image Courtesy: IPTA Meerut

हास्य विधा के इस नाटक ने ऑडिटोरियम में मौजूद दर्शकों का खूब मनोरंजन किया। इस नाटक का मंचन इप्ठा मेरठ के संस्थापक रहे स्वर्गीय श्री शांति वर्मा जी की स्मृति में किया गया था। 

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Kahaan Phas Gaye Hum - Image Courtesy: IPTA Meerut

"यमदूत आए हैं पृथ्वी पर कुछ लोगों के प्राण हरने। लेकिन ये क्या? यमदूत जिन लोगों के प्राण निकालकर उन्हें अपने साथ यमलोक ले जाना चाहते हैं, उन्होंने तो अपनी बातों के जाल में यमदूत को ही फंसा दिया। और यमदूत के मुंह से निकल पड़ा Kahaan Phas Gaye Hum." 

रंगारम नृत्य प्रस्तुतियों से हुई कार्यक्रम की शुरुआत

इस नाट्य समारोह में मेरठ शहर की कई गणमान्य हस्तियों ने शिरकत की। साथ ही इप्टा मुज़फ्फरनगर के सदस्यों ने भी अपनी मौजूदगी दर्ज कराई। 

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Kahaan Phas Gaye Hum By IPTA Meerut

कार्यक्रम की शुरुआत विभिन्न रंगारंग नृत्य प्रस्तुतियों से हुई। इप्टा मुज़फ्फरनगर के अध्यक्ष श्री वेद प्रकाश शर्मा जी ने स्वर्गीय श्री शांति वर्मा जी को याद करते हुए एक खूबसूरत गीत प्रस्तुति दी।

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Shri Ved Prakash Sharma from IPTA Muzaffarnagar 

अवनी वर्मा जी ने किया शानदार निर्देशन

मंच का संचालन किया श्री संजीव मलिक ने जो इप्टा मुज़फ्फरनगर के सदस्य हैं। नाटक का निर्देशन श्रीमति अवनी वर्मा ने किया।  

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Kahaan Phas Gaye Hum - Image Courtesy: IPTA Meerut

अवनी वर्मा जी ने नाटक में एक अहम किरदार को जिया भी। साथ ही अन्य कलाकारों ने भी अपने अभिनय कौशल से दर्शकों को जमकर हंसाया। 

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Kahaan Phas Gaye Hum By IPTA Meerut

नाटक के कलमकार रहे श्री अनुरोध शर्मा जी। अनुरोध शर्मा जी ने ही अपनी कल्पनाओं को कलमबद्ध करके 'कहां फंस गए हम' शीर्षक से ये नाटक लिखा।

आज के हालातों पर एक शानदार सटायर

नाटक की मूल कहानी एक यमदूत पर केंद्रित है जो पृथ्वी पर कुछ मानवों के प्राण हरने आया है। लेकिन वे मानव अत्यंत चतुर एंव चालाक हैं। वे अपनी बातों के जाल में यमदूत को ऐसा फंसाते हैं कि यमदूत को उनकी जान बख्शनी ही पड़ती है। 

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Kahaan Phas Gaye Hum By IPTA Meerut

'कहां फंस गए हम' नाम के इस नाटक के ज़रिए कलाकारों ने देश की आज के दौर की पॉलिटिकल सिचुएशन पर भी एक सटायर किया जो कि दर्शकों पर प्रभाव छोड़ने में कामयाब रहा।

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Kahaan Phas Gaye Hum By IPTA Meerut 

अमूल्य है स्वर्गीय शांति वर्मा जी का मेरठ के रंगकर्म में योगदान

'IPTA Meerut' की बात करें तो मेरठ शहर में रंगकर्म के भीष्म पितामह माने जाने वाले स्वर्गीय श्री शांति वर्मा जी ने कई सालों तक अपने दम पर इस शहर में रंगकर्म की बागडोर संभाली है। 

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Kahaan Phas Gaye Hum By IPTA Meerut

शांति वर्मा जी के इस दुनिया से जाने के बाद उनके पुत्र श्री हरीश वर्मा जी व उनका परिवार कुशलता से रंगकर्म की विरासत संभाल रहा है। 

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Kahaan Phas Gaye Hum By IPTA Meerut

नाट्य प्रस्तुति 'कहां फंस गए हम' के मंचन में श्री हरीश वर्मा जी का विशेष योगदान रहा। वहीं सलाहकार समिति के सदस्य श्री जितेंद्र सी राज ने भी इस नाटक के मंचन में अहम भूमिका निभाई। साथ ही सुप्रीम कोर्ट के एडवोकेट श्री धम्म दीप सिंह व श्री केपी सिंह ने भी विशेष मार्गदर्शन किया।

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Kahaan Phas Gaye Hum By IPTA Meerut 
नाटक के मुख्य किरदार यमदूत को जिया इप्टा मेरठ के उपाध्यक्ष श्री हेमंत गोयल ने। और कहना चाहिए कि हेमंत गोयल जी ने बड़ी कुशलता से इस किरदार में खुद को ढाला। 

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Kahaan Phas Gaye Hum By IPTA Meerut

हालांकि यहां नाटक के अन्य कलाकारों के योगदान को भी नज़रअंदाज़ नहीं किया जा सकता। इन कलाकारों ने जिस प्रवीणता से अपनी-अपनी भूमिकाओं को जिया है वो अति प्रशंसनीय है।

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