Bindu | Bollywood की नंबर वन Vamp बिंदू की कहानी | Hindi Bioigraphy
Bindu. बॉलीवुड की वो अदाकारा जिसने वैंप के किरदारों को फिल्मों में एक अलग ही लेवल पर पहुंचा दिया।
अदाकारी में इनकी महारत का अंदाज़ा आप ऐसे लगाइए कि इनके निगेटिव रोल्स देखकर महिलाएं इन्हें खूब गालियां दिया करती थी। डांस ऐसा कि हेलन के मुंह से भी निकल पड़ा, क्या नाचती है यार।
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Bindu Hindi Biography - Photo: Social Media |
Meerut Manthan पर आज पेश है Super Vamp of Bollywood Bindu जी की ज़िंदगी की कहानी। Bindu जी की ज़िंदगी से जुड़ी कई दिलचस्प बातें आज हम और आप जानेंगे।
शुरुआती जीवन
बिंदू जी का जन्म 17 अप्रैल 1951 को गुजरात के वलसाड ज़िले के एक गांव में हुआ था। इनके पिता नानूभाई देसाई एक फिल्म प्रोड्यूसर थे। जबकी इनकी मां ज्योत्सना एक थिएटर आर्टिस्ट थी। बिंदू जी आठ भाई-बहन थे।
चूंकि माता-पिता दोनों ही कला के क्षेत्र से जुड़े थे तो छोटी उम्र से ही बिंदू जी का रुझान भी फिल्मों की तरफ होने लगा था।
हालांकि इनके पिता चाहते थे कि ये पढ़-लिखकर डॉक्टर बनें। बिंदू जी महज़ 13 साल की ही थी जब इनके पिता नानूभाई देसाई का निधन हो गया।
पिता की मौत के बाद इनके परिवार पर मुसीबतों का पहाड़ टूट पड़ा। और चूंकि बिंदू जी सभी भाई-बहनों में सबसे बड़ी थी तो इनके कांधों पर परिवार को फाइनेंशियली सपोर्ट करने की ज़िम्मेदारी छोटी उम्र में ही आ गई।
बॉलीवुड में मिला दमदार आगाज़
बिंदू जी स्कूल के दिनों से ही नाटकों और ड्रामों में पार्ट करती रहती थी। इसलिए पारिवारिक मित्रों ने इनकी मां ज्योत्सना देसाई जी को सलाह दी कि क्यों ना बिंदू से फिल्मों में काम कराया जाए।
और चूंकि डायरेक्टर मोहन कुमार से इनके पारिवारिक संबंध थे तो फाइनली साल 1962 में आई फिल्म 'अनपढ़' में इन्होंने पहली दफा एक्टिंग की। इस फिल्म में ये माला सिन्हा की बेटी किरन के किरदार में नज़र आई थी।
और आपको जानकर हैरत होगी कि जिस वक्त बिंदू जी ने अनपढ़ फिल्म में काम किया था उस वक्त इनकी उम्र महज़ 15 साल ही थी और ये 8वीं क्लास में पढ़ाई कर रही थी।
लेकिन चूंकि ये दिखने में काफी लंबी-चौड़ी थी तो डायरेक्टर मोहन कुमार ने इन्हें 'अनपढ़' फिल्म में कास्ट कर लिया। और इस तरह बिंदू जी को बॉलीवुड में एक दमदार आगाज़ मिल गया।
जल्दी हो गई थी Bindu की शादी
ये जानकर बहुत लोग हैरान होते हैं कि बिंदू जी ने पहली फिल्म अनपढ़ के बाद अपने बचपन के मित्र चंपकलाल ज़वेरी से शादी कर ली थी।
जिस वक्त इनकी शादी हुई थी उस वक्त इनकी उम्र मात्र 16 साल थी। और चूंकि इनके पति श्री चंपकलाल ज़वेरी का बढ़िया बिजनेस था तो शादी के बाद बिंदू जी ने फैसला कर लिया कि अब वो फिल्मों में काम नहीं करेंगी।
लेकिन किस्मत ने बिंदू जी का ये फैसला नहीं माना। और ये बात तो हम सभी जानते हैं कि किस्मत पर किसी का ज़ोर नहीं चलता।
हुआ कुछ यूं था कि बिंदू जी की छोटी बहन जया ने नामी संगीतकार जोड़ी लक्ष्मीकांत-प्यारेलाल के लक्ष्मीकांत कुदलकर से शादी की थी। यानि लक्ष्मीकांत कुदलकर बिंदू जी के बहनोई थे।
खलनायिका के रूप में वापस लौटी बिंदू
एक दफा उन्हीं से मिलने बिंदू जी अपने पति संग उनके रिकॉर्डिंग स्टूडियो में गई थी। वहीं पर नामी फिल्ममेकर राज खोसला की नज़र बिंदू जी पर पड़ी। राज खोसला ने अपनी फिल्म 'दो रास्ते' में बिंदू को एक रोल ऑफर किया।
यूं तो बिंदू जी और उनके पति नहीं चाहते थे कि ये फिल्मों में दोबारा काम करें। और बिंदू इसलिए भी उस फिल्म में काम नहीं करना चाहती थी क्योंकि जो रोल राज खोसला इन्हें ऑफर कर रहे थे वो एक निगेटिव रोल था।
पर राज खोसला के कई दफा कहने पर आखिरकार बिंदू जी 'दो रास्ते' में काम करने के लिए तैयार हो गई।
और फिर जब ये फिल्म रिलीज़ हुई तो लोगों को बिंदू का काम बहुत पसंद आया। हर कोई इनकी एक्टिंग का मुरीद हो गया। और इस तरह बिंदू बन गई बॉलीवुड की टॉप वैंप।
बन गई बॉलीवुड की नंबर वन वैंप
दो रास्ते के बाद तो बॉलीवुड ने बिंदू को वैंप ही बना दिया। अपनी अधिकतर फिल्मों में बिंदू वैंप के किरदार में ही दिखी। हालांकि कुछ फिल्मों में बिंदू ने शानदार कॉमेडी भी की।
लेकिन बिंदू के करियर का सबसे यादगार रोल माना जाएगा ज़ंजीर फिल्म में उनका निभाया मोना का किरदार। जी हां वही किरदार जिसने बिंदू को मोना डार्लिंग बना दिया था।
बात अगर बिंदू जी के करियर की करें तो लगभग 5 दशक लंबे अपने करियर में बिंदू जी ने साढ़े तीन सौ से भी ज़्यादा फिल्मों में काम किया। और लगभग हर बड़े स्टार के साथ उन्होंने सिल्वर स्क्रीन शेयर की।
प्रमुख फिल्में
बिंदू जी के करियर की प्रमुख फिल्मों की बात करें तो इन्होंने कटी पतंग, अमर प्रेम, धर्मा, चैताली, दस नंबरी, देस परदेस, गंगा की सौगंध, खानदान, नसीब, लावारिस, प्रेम रोग, हीरो, कर्मा, बीवी हो तो ऐसी, किशन कन्हैया, घर हो तो ऐसा, शोला और शबनम, आंखें, रूप की रानी चोरों का राजा, छोटी बहू, क्रांतिवीर, जुड़वां, सूर्यवंशम और मैं हूं ना जैसी फिल्मों में काम किया है।
बिंदू जी की आखिरी रिलीज़्ड फिल्म है 2008 में आई महबूबा जिसमें संजय दत्त, अजय देवगन और मनीषा कोईराला मुख्य भूमिकाओं में थे।
पर्सनल लाइफ
बिंदू जी की निजी ज़िंदगी की बात करें तो इनके पति के बारे में तो हम आपको बता ही चुके हैं। और ये भी बता चुके हैं कि बिंदू जी की छोटी बहन ने संगीतकार जोड़ी लक्ष्मीकांत-प्यारेलाल के लक्ष्मीकांत कुदलकर से शादी की है। बिंदू जी की अपनी कोई संतान नहीं है।
एक्ट्रेस अरुणा ईरानी बिंदू जी की कज़िन है। बिंदू जी की मां और अरुणा ईरानी जी की मां दोनों सगी बहनें थी। यानि बिंदू जी और अरुणा ईरानी जी मौसेरी बहनें हैं। बिंदू जी की ये कहानी बस यहीं तक।
Meerut Manthan बिंदू जी की अच्छी सेहत के लिए ईश्वर से प्रार्थना करता है। और साथ ही उम्मीद भी करता है कि किसी दिन बिंदू जी के पास कोई ऐसी स्क्रिप्ट पहुंच जाए जिसमें बिंदू जी फिर से काम करने को राजी हो जाएं। जय हिंद।
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