Tej Sapru | नीली आंखों वाला वो Bollywood Actor जो बहुत बड़े खानदान से है | Biography
Tej Sapru. आपने इन्हें कई फिल्मों में विलेन के तौर पर देखा होगा। पिछले 40 सालों से तेज सप्रू फिल्म इंडस्ट्री में एक्टिव हैं। केवल हिंदी सिनेमा ही नहीं, भोजपुरी और दक्षिण भारतीय सिनेमा में भी तेज सप्रू ने अपने एक्टिंग के हुनर से दर्शकों का मनोरंजन किया है।
छोटे पर्दे पर भी तेज सप्रू ने काफी काम किया है। भले ही अब तेज सप्रू फिल्मों में नज़र नहीं आते हों, लेकिन अस्सी और नब्बे के दशक में तेज सप्रू का रुतबा किसी हीरो के जैसा ही था।
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Tej Sapru Biography - Photo: Social Media |
Meerut Manthan पर हम धाकड़ Bollywood Villain Tej Sapru की ज़िंदगी से जुड़े कुछ किस्से जानेंगे। कैसे Tej Sapru Cinema का हिस्सा बने? और फिर कैसे तेज सप्रू सिनेमा से दूर होते चले गए?
Tej Sapru का शुरुआती जीवन
तेज सप्रू का जन्म हुआ था 5 जनवरी 1955 को बॉम्बे यानि मुंबई में। इनके पिता का नाम डीके यानि दया किशन सप्रू और इनकी माता का नाम हेमवती था। इनके पिता डीके सप्रू तो अपने दौर के बहुत बड़े फिल्म कलाकार थे।
इनके पिता को लोग सप्रू के नाम से जानते थे। तेज सप्रू एक कश्मीरी पंडित हैं और इनके खानदान के लोग कश्मीर के राजा के दरबार के खास लोगों में रहे हैं।
खेलकूद में माहिर थे तेज सप्रू
इस बात से बेहद कम लोग वाकिफ हैं कि तेज सप्रू अपने बचपन में स्पोर्ट्स में काफी एक्टिव रहे हैं। ये महाराष्ट्र के जूनियर बैडमिंटन चैंपियन रह चुके हैं और इन्होंने मुंबई के लिए दिलीप वेंगसरकर जैसे क्रिकेटर्स के साथ क्रिकेट भी खेला है।
उस दौर में भारत के माता-पिताओं में अपने बच्चों को स्पोर्ट्स में भेजने का क्रेज़ काफी कम हुआ करता था। खुद तेज सप्रू के पिता डीके सप्रू इन्हें कहते थे कि तुम भी मेरी तरह एक्टिंग की दुनिया में आओ। इसमें अच्छा पैसा है। स्पोर्ट्स में रिस्क काफी ज़्यादा है और पैसा कुछ भी नहीं है।
पिता की बातों का असर हो ही गया
पिता की इन बातों का असर तेज सप्रू पर भी खूब होता था और ये कम उम्र में ही जान गए थे कि इन्हें भी एक दिन अपने पिता की ही तरह फिल्मों में एक्टिंग करनी है।
बल्कि इनके एक्टिंग करियर की शुरूआत इनके बचपन से ही हो गई थी। 1965 में रिलीज़ हुई मनोज कुमार की फिल्म शहीद में ये भगत सिंह के छोटे भाई के एक छोटे से रोल में नज़र आए थे।
पूरी फिल्म में ये केवल एक सीन में ही दिखे थे। जिस वक्त इन्होंने ये रोल किया था उस वक्त इनकी उम्र मात्र 10 साल थी।
अधूरा रह गया पिता सप्रू का सपना
तेज सप्रू के फिल्मी करियर की ऑफिशियल शुरूआत हुई थी साल 1979 में फिल्म सुरक्षा से। हालांकि इस फिल्म में ये कोई विलेन नहीं, बल्कि एक पॉजिटिव किरदार में नज़र आए थे।
इस फिल्म में ये जैकी जैक्सन नाम के एक जासूस के रोल में नज़र आए थे। सही मायनों में यही वो फिल्म भी थी जिसने मिथुन को एक लोकप्रिय स्टार बनाया था।
जहां पहली फिल्म के तौर पर तेज सप्रू के जीवन में एक खुशी आई थी तो वहीं एक ग़म भी इस खुशी के साथ आया था। तेज सप्रू के पिता और दमदार अभिनेता रहे सप्रू इनकी पहली फिल्म से काफी पहले ही बीमार हो गए थे।
उनकी बड़ी ख्वाहिश थी कि वो अपने बेटे की फिल्म को थिएटर में देखें। लेकिन उनकी ये ख्वाहिश अधूरी ही रह गई और वो बीमारी के कारण इस दुनिया से चल बसे।
मिथुन के भाई भी बने थे तेज सप्रू
तेज सप्रू के करियर की दूसरी फिल्म थी साल 1980 में रिलीज़ हुई कोबरा। यूं तो इस फिल्म में ये एक फाइटर हीरो के रोल में दिखे थे।
लेकिन ये फिल्म चल नहीं पाई। फिर साल 1981 में ये लापरवाह नाम की फिल्म में नज़र आए और उस फिल्म में ये मिथुन चक्रवर्ती के भाई के रोल में नज़र आए।
ऐसे हीरो से विलेन बन गए
कई लोग तेज सप्रू को सलाह दिया करते थे कि चूंकि तुम्हारे पिता की तरह तुम्हारी आंखें भी नीली हैं तो तुम्हें भी विलेन बन जाना चाहिए। तेज सप्रू ने भी मान लिया कि विलेन के किरदारों में वो ज़्यादा फिट लगेंगे।
अपनी तीसरी फिल्म राजपूत में ये विलेन के तौर पर ही नज़र आए। बस यहीं से विलेन के तौर पर इनका करियर सेट होना शुरू हो गया। साल 1983 में रिलीज़ हुई फिल्म 'हमसे है ज़माना' में ये एक गेस्ट रोल में नज़र आए थे।
और इस रोल में भी ये निगेटिव किरदार में ही दिखे थे। इन्होंने कई फिल्मों में बतौर विलेन काम किया और इनके काम को काफी सराहा भी गया। इनके बारे में एक खास बात ये भी है, कि इन्होंने कभी एक्टिंग की कोई ट्रेनिंग नहीं ली।
एक इंटरव्यू में तेज सप्रू ने बताया था कि बचपन से ही वो अपने पिताजी के साथ फिल्मों की शूटिंग पर जाते रहते थे। वो अपने पिताजी को एक्टिंग करते देखते थे और उन्हें तथा दूसरे एक्टरों को एक्टिंग करते हुए ऑबज़र्व करते रहते थे। बस इसी तरह इन्होंने एक्टिंग करना सीख लिया।
पार्ट टाइम नौकरी भी की है
एक इंटरव्यू में तेज सप्रू ने बताया था कि बचपन में जब वो खेलों का हिस्सा थे और उनके पिता नहीं चाहते थे कि वो खेलों में करियर बनाएं तो अक्सर अपना खर्च चलाने के लिए वो पार्ट टाइम नौकरी किया करते थे।
उन्होंने अपनी जवानी के कुछ सालों में यूनियन बैंक में भी काम किया था। वहीं इनके पिता भी इनके नौकरी करने से खुश होते थे। ये सोचकर कि कम से कम उनका बेटा बहुत जल्दी अपने पैरों पर खड़ा होने की कोशिश करने लगा है।
जब FTII के स्क्रीन टेस्ट में फेल हो गए Tej Sapru
तेज सप्रू के बारे में ये बात भी बेहद खास है कि इनके पिता भले ही बॉलीवुड के एक बहुत बड़े और नामी अभिनेता रहे हों। लेकिन उन्होंने कभी भी अपने बेटे की कहीं कोई सिफारिश नहीं की।
एक दफा तेज सप्रू ने पुणे फिल्म इंस्टीट्यूट में एक्टिंग सीखने के लिए दाखिले का आवेदन किया। लेकिन स्क्रीन टेस्ट में फेल होने की वजह से तेज सप्रू को दाखिला नहीं मिल पाया।
उस वक्त तेज सप्रू चाह रहे थे कि अगर इनके पिताजी बात करें तो शायद इन्हें दाखिला मिल जाए। लेकिन इनके पिताजी ने ऐसा नहीं किया और तेज सप्रू को पुणे फिल्म इंस्टीट्यूट में कभी दाखिला नहीं मिल पाया। उसके बाद तेज सप्रू सेल्फ लर्निंग से एक्टर बने थे।
प्रमुख फिल्में
अपने फिल्मी करियर में तेज सप्रू ने 250 से भी ज़्यादा फिल्मों में काम किया है। बॉलीवुड के हर बड़े चेहरे के साथ ये किसी ना किसी फिल्म में नज़र आ चुके हैं।
इनके करियर की प्रमुख फिल्मों की बात करें तो ये इंसाफ की आवाज़, आग ही आग, पुरानी हवेली, जंग बाज़, मजबूर, आज का शहंशाह, थानेदार, ज़िम्मेदार, अजूबा, साजन, मुकाबला, संग्राम, पुलिस वाला, गर्दिश, दुलारा, मोहरा, माहिर, छोटे सरकार, तराजू, सिर्फ तुम, सुल्तान, ऑफिसर, अलग और रंगीले।
छोटे पर्दे पर भी खूब किया काम
तेज सप्रू ने छोटे पर्दे यानि टीवी पर भी काफी काम किया है। सबसे पहले ये नज़र आए थे दूरदर्शन के मशहूर टीवी शो रहे युग में।
इसके अलावा इन्होंने कुबूल है, सात फेरे, पालमपुर एक्सप्रेस और चंद्रगुप्त मौर्य जैसे मशहूर टीवी शोज़ में भी काम किया है। कलर्स टीवी के सुपरहिट शो रहे चक्रवर्ती अशोक सम्राट में ये ग्रीक बादशाह सेल्यूकस निकेटर के रोल में दिखे थे।
इतना ही नहीं, 2016 में ब्रॉडकास्ट हुई एबीपी न्यूज़ की टीवी सीरीज़ भारतवर्ष में ये चाणक्य के रोल में दिखे थे। एबीपी न्यूज़ की ही शानदार टीवी सीरीज़ प्रधानमंत्री में ये मोहम्मद अली जिन्ना के किरदार में नज़र आए थे।
ऐसी है पर्सनल लाइफ
बात अगर तेज सप्रू की निजी ज़िंदगी के बारे में करें तो 23 जून 1987 को इन्होंने धनलक्ष्मी से शादी की थी। धनलक्ष्मी नामी अदाकारा रेखा की छोटी बहन हैं। यानि रेखा रिश्ते में इनकी साली हैं।
इनकी एक बेटी है जिसका नाम है अकांक्षा सप्रू। इनकी बेटी क्या करती है इसके बारे में कोई जानकारी उपलब्ध नहीं हो पाई। इनकी छोटी बहन प्रीति सप्रू भी इनकी ही तरह एक्टिंग की दुनिया से जुड़ी रही हैं और वो भी अपने दौर की मशहूर एक्ट्रेस रह चुकी हैं।
इनकी एक और बहन है जिनका नाम है रीमा राकेश नाथ। रीमा राकेश नाथ के पति राकेश नाथ माधुरी दीक्षित के रिश्तेदार हैं और उनके मैनेजर भी रह चुके हैं।
Tej Sapru को Meerun Manthan का Salute
तेज सप्रू की उम्र अब 65 साल से अधिक हो चुकी है। इस उम्र में भी इन्होंने एक्टिंग करना नहीं छोड़ा है। ये आज भी छोटे पर्दे पर एक्टिव हैं। बकौल तेज सप्रू, इन्होंने एक स्क्रिप्ट भी लिखी है जो कि एक प्रेम कहानी है। ये खुद ही उसका निर्देशन करना चाहते हैं और ये उनका एक बहुत बड़ा सपना है।
मेरठ मंथन ईश्वर से प्रार्थना करेगा कि तेज सप्रू का ये सपना ज़रूर पूरा हो और उनकी लिखी कहानी फिल्म की शक्ल में हम सभी के सामने आए। साथ ही उस फिल्म का निर्देशन भी तेज सप्रू ही करें। जय हिंद।
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