Gadar 2 में नहीं दिखाई देंगे Gadar: Ek Prem Katha में दिखे ये सभी Actors
Gadar 2 और कुछ दिनों के बाद फैंस के सामने होगी। 11 अगस्त के दिन रिलीज़ हो रही गदर 2 के बारे में कयास लगाए जा रहे हैं कि ये फिल्म बॉक्स ऑफिस पर बड़ा धमाल करने वाली है। ये बात सच होगी कि नहीं ये तो हमें 11 अगस्त के बाद ही पता चल पाएगा।
Gadar: Ek Prem Katha Actors in Gadar 2 - Photo: Social Media |
लेकिन गदर के पहले भाग यानि गदर एक प्रेम कथा का जलवा आज भी फैंस के बीच कायम है। यही वजह है कि जब कुछ दिनों पहले गदर एक प्रेम कथा फिर से सिनेमाघरों में दिखाई गई थी तो लोग फिर से इस फिल्म को देखने बड़ी तादाद में पहुंचे।
Gadar: Ek Prem Katha को फैंस ने इतना देखा है कि उसका हर किरदार उनके दिलों में बसा है। लेकिन अफसोस की बात ये है कि उनमें से कुछ किरदार ऐसे होंगे जो हमें गदर 2 में नहीं दिखने वाले हैं। क्योंकि ये वो किरदार हैं जिन्हें Gadar के पहले भाग में जिन कलाकारों ने निभा्या था वो अब इस दुनिया से जा चुके हैं। आज उन्हीं किरदारों व उन्हें निभाने वाले एक्टर्स को हम याद करने वाले हैं।
अशरफ अली उर्फ अमरीश पुरी
गदर के एंटोग्निस्ट यानि मुख्य विलेन अशरफ अली के किरदार को अमरीश पुरी ने निभाया था। गदर एक प्रेम कथा की कहानी के मुताबिक भारत का विभाजन कराने और पाकिस्तान बनाने में अशरफ अली ने भी अहम भूमिका निभाई थी।
Amrish Puri as Ashraf in Gadar: Ek Prem Katha(2001) - Photo: Social Media
हालांकि विभाजन के बाद हुए सांप्रदायिक दंगों में अशरफ अली को भी नुकसान पहुंचता है और उसका बेटा उन दंगों में मारा जाता है। जबकी उसकी लाडली बेटी सकीना भारत में ही छूट जाती है। कुछ साल बाद जब अशरफ अली को पता चलता है कि उसकी बेटी सकीना ज़िंदा है तो वो उसे बहाने से पाकिस्तान बुला लेता है।
फिर ज़बरदस्ती वो सकीना का निकाह पाकिस्तान में अपनी पसंद एक शख्स से कराना चाहता है। जबकी उसे पता है कि सकीना ने भारत में तारा सिंह से शादी कर ली थी और वो एक बेटे की मां भी है। पर चूंकि उसे भारत और भारत के लोगों से बेइंतिहा नफरत है तो वो किसी भी कीमत पर अपनी बेटी को पाकिस्तान में ही रखना चाहता है।
Amrish Puri as Ashraf Ali in Gadar: Ek Prem Katha(2001) - Photo: Social Media
हालांकि तारा सिंह उसके इन मंसूबों पर पानी फेर देता है। तारा सिंह पाकिस्तान जाकर बड़ी बहादुरी से सकीना को वापस भारत ले आता है। लेकिन इस पूरे घटनाक्रम के दौरान कुछ ऐसा होता है कि अशरफ अली का दिल पिघल जाता है।
और आखिर में वो तारा सिंह को अपने दामाद के रूप में स्वीकार कर लेता है। 22 जून साल 2005 में 'माइलोडिस्प्लास्टिक सिंड्रोम' नाम के एक दुर्लभ 'ब्लड कैंसर' के चलते अमरीश पुरी जी की मृत्यु हो गई थी। वैसे अमरीश पुरी जी ने गदर के बाद सनी देओल के साथ 'हीरो: लव स्टोरी ऑफ ए स्पाय' और 'जाल: द ट्रैप' नाम की दो फिल्मों में भी काम किया था।
दरम्यान सिंह उर्फ विवेक शौक
गदर एक प्रेम कथा में अभिनेता विवेक शौक सनी देओल उर्फ तारा सिंह के सहयोगी और दोस्त दरम्यान सिंह के किरदार में नज़र आए थे। दरम्यान सिंह एक हंसोड़ शख्स था जो तारा सिंह के लिए अपनी जान भी देने को तैयार रहता था।
Sunny Deol as Tara Singh & Vivek Shauq as Darmiyaan Singh in Gadar: Ek Prem Katha(2001) - Photo: Social Media
तारा सिंह के सुख-दुख में दरम्यान हमेशा उसके साथ रहा। यहां तक कि अपनी जान की परवाह किए बगैर दरम्यान सिंह तारा सिंह के साथ सकीना को वापस भारत लाने के लिए पाकिस्तान भी गया।
और आखिर में अपने दोस्त तारा सिंह के लिए दरम्यान ने अपनी जान कुर्बान भी कर दी। दरम्यान सिंह का वो किरदार निभाया था अभिनेता विवेक शौक ने। साल 2011 में विवेक शौक की हार्ट अटैक की वजह से मृत्यु हो गई थी। विवेक मात्र 47 साल की उम्र में ही ये दुनिया छोड़ गए थे।
इदरीस उर्फ मिथिलेश चतुर्वेदी
गदर में पाकिस्तानी अखबार जंग के एडिटर इदरीस की भूमिका निभाई थी मिथिलेश चतुर्वेदी ने। गदर में इनका रोल बहुत छोटा सा था। पहली दफा ये तब नज़र आते हैं जब पाकिस्तान जाने के बाद सकीना को उसके वालिद अशरफ अली अपने घर में हुई एक दावत में मेहमानों से मिलाते हैं।
Mithilesh Chaturvedi as Editor Idris in Gadar: Ek Prem Katha - Photo: Social Media
फिर ये नज़र आते हैं उस सीन में जब अशरफ अली यानि अमरीश पुरी तारा सिंह यानि सनी देओल से हिंदुस्तान मुर्दाबाद का नारा लगाने को बोलता है। मिथिलेश चतुर्वेदी जी का जन्म लखनऊ में हुआ था। 1997 में आई 'भाई भाई' फिल्म से इनका फिल्मी सफर शुरू हुआ था।
आपने मिथिलेश चतुर्वेदी को ऋतिक रोशन की सुपरहिट फिल्म 'कोई मिल गया' में ज़रूर देखा होगा। 'कोई मिल गया' में ये ऋतिक के वो स्कूल टीचर बने थे जो बात-बात पर उसे डांटता रहता है। 3 अगस्त साल 2022 को लखनऊ में ही मिथिलेश चतुर्वेदी का निधन हो गया था।
लाल हुसैन शाह उर्फ नवाब जफर मीर अब्दुल्लाह
गदर में लखनऊ के नवाब जफर मीर अब्दुल्लाह साहब ने भी एक बहुत छोटा सा किरदार निभाया था। दावत वाले उसी दृश्य में ये नज़र आए थे जिसमें मिथिलेश चतुर्वेदी भी दिखे थे। अशरफ अली उस दावत में इन्हें भी सकीना से मिलवाता है। और अशरफ अली सकीना से कहता है कि ये मेरे दोस्त जनाब लाल हुसैन शाह साहब हैं। और ये इलाके के एमपी भी हैं।
Nawab Jafar Mir Abdullah as Lal Hussain Shah with Amrish Puri in Gadar: Ek Prem Katha(2001) - Photo: Social Media
आपको बता दें कि लखनऊ के नवाब रहे नवाब जफर मीर अब्दुल्लाह साहब को एक्टिंग का बहुत शौक था। यूं तो उन्होंने कोई बहुत ज़्यादा एक्टिंग नहीं की थी। लेकिन कुछ बड़ी फिल्मों में वो ज़रूर नज़र आए थे।
गदर के अलावा नवाब जफर मीर अब्दुल्लाह साहब ने उमराव जान, गुलाबो सिताबो, इश्कज़ादे और मैडम चीफ मिनिस्टर जैसी फिल्मों में भी छोटी-छोटी भूमिकाएं निभाई थी। वहीं नवाब जफर मीर अब्दुल्लाह थिएटर के भी शौकीन थे और कुछ नाटकों में भी अभिनय कर चुके थे। 18 अप्रैल 2023 को नवाब जफर मीर अब्दुल्लाह का निधन हो गया था।
कहानी सुनाने वाला यानि ओम पुरी
Om Puri as Narrator in Gadar: Ek Prem Katha - Photo: Social Media
गदर फिल्म की शुरुआत एक कहानी से होती है जो 2 जून 1947 से शुरू होती है। उस दिन से जिस दिन हिंदुस्तान के बंटवारे पर मुहर लगती है। गदर में जो आवाज़ ये कहानी बयान करती है वो दिग्गज अभिनेता रहे ओम पुरी साहब की आवाज़ है। छह जनवरी 2017 को ओम पुरी साहब का दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया था।
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