Guddi Maruti | वो जिसने 90s में हमें खूब हंसाया था, वो अपना एक दर्द हमेशा दिल में दबाए रही | Biography
Guddi Maruti. टुन टुन के बाद सही मायनों में अगर कोई फीमेल कॉमेडियन हिंदी सिनेमा में हुई है तो वो गुड्डी मारुति ही है। किसी फिल्म में इनका होना ही इस बात की तस्दीक करने के लिए काफी है कि उस फिल्म में कॉमेडी का भी तड़का लगा है।
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Guddi Maruti Biography - Photo: Social Media |
इनकी शख्सियत ही ऐसी है कि इन्हें देखकर किसी के भी चेहरे पर मुस्कुराहट तैर जाए। सिल्वर स्क्रीन से लेकर छोटे पर्दे तक। गुड्डी मारुति ने अपनी कॉमेडी से हम सब का मनोरंजन किया। अस्सी के दशक में शुरू हुआ गुड्डी मारूती का एक्टिंग का सफर आज भी बदस्तूर जारी है।
Meerut Manthan आज आपको Guddi Maruti की कहानी सुनाएगा। Guddi Maruti फिल्मों में कैसे आई और इन दिनों वो फिल्मों से क्यों गायब हो गई, ये सारी कहानी आज हम और आप जानेंगे।
Guddi Maruti का शुरुआती जीवन
गुड्डी मारूति का जन्म हुआ था 4 अप्रैल 1959 को। इनके पिता मारुति परब हिंदी सिनेमा के गुज़रे ज़माने के मशहूर एक्टर और डायरेक्टर थे। वहीं इनकी मां कमल भी 50 के दशक में कई फिल्मों में सपोर्टिंग एक्ट्रेस की हैसियत से काम कर चुकी थी।
गुड्डी का असली नाम ताहिरा परब है। लेकिन प्यार से इनके माता-पिता इन्हें गुड्डी कहकर पुकारते थे। इत्तेफाक से यही नाम इनका फिल्मी नाम भी बन गया। गुड्डी मारूति के अलावा मारुति परब का एक बेटा दारा मुनव्वर अली और एक बेटी वैजयंती हैं।
इनका बेटा दारा मुनव्वर अली यानि गुड्डी मारूति का भाई हिंदू धर्म छोड़कर इस्लाम में कैसे आया इसका तो कहीं कोई ज़िक्र नहीं मिलता। लेकिन साल 1997 में दारा मुनव्वर अली को अंडरवर्ल्ड डॉन छोटा शकील के एक गुर्गे ने मार डाला था। इनकी बहन वैजयंती ने संगीतकार प्यारेलाल के भाई और मशहूर गिटारिस्ट गोरख शर्मा से शादी की है। गोरख शर्मा अब इस दुनिया में नहीं रहे हैं।
मोटापे से परेशान थी गुड्डी मारुति
स्कूल के दिनों में गुड्डी के मोटापे का काफी मज़ाक उड़ाया जाता था। गुड्डी इससे काफी परेशान भी होती थी। लेकिन गुड्डी के पिता मारुति परब तब इन्हें काफी हौंसला दिया करते थे। बात अगर गुड्डी मारूति के फिल्मी करियर की करें तो इनका फिल्मी करियर चाइल्ड आर्टिस्ट के तौर पर शुरू हो गया था।
गुड्डी महज़ 10 साल की थी और छठी क्लास में पढ़ रही थी जब इन्हें इनके जीवन का पहला रोल मिला था। हुआ कुछ यूं कि गुड्डी अक्सर अपने पिता के साथ फिल्मों की शूटिंग देखने जाती रहती थी। एक दिन ताहिरा उर्फ गुड्डी अपने पिता के साथ "जान हाज़िर है" नाम की फिल्म के सेट पर पहुंच गई।
यूं हुई फिल्मी करियर की शुरुआत
इस फिल्म के डायरेक्टर को एक चाइल्ड आर्टिस्ट की ज़रूरत थी। डायरेक्टर ने जब गुड्डी को देखा तो तुरंत उसने फैसला कर लिया कि उसकी फिल्म में चाइल्ड आर्टिस्ट का काम मारुति जी की बेटी गुड्डी ही करेगी। और इस तरह ताहिरा परब उर्फ गुड्डी मारुति के एक्टिंग करियर की शुरूआत हो गई।
"जान हाज़िर है" फिल्म के क्रेडिट्स में डायरेक्टर ने इनका नाम ताहिरा की जगह गुड्डी ही दिया। पहली फिल्म के कुछ सालों बाद यानि जब ताहिरा की उम्र लगभग 17 साल थी तब इन्हें फिल्म "सौ दिन सास के" में काम करने का मौका मिला। हालांकि इस फिल्म में इनका रोल काफी छोटा था। लेकिन ये फिल्म इनके करियर की पहली फिल्म मानी जाती है।
ताहिरा के गुड्डी मारुति बनने की कहानी
गुड्डी के नाम के साथ मारुति नाम कैसे जुड़ा इसका किस्सा कुछ यूं है कि "सौ दिन सास के" से भी पहले इन्होंने मनमोहन देसाई की ब्लॉकबस्टर फिल्म नसीब के कबड्डी सॉन्ग में काम किया था। नसीब फिल्म में ये केवल उसी गाने में नज़र आई थी।
मनमोहन देसाई चाहते थे कि गुड्डी का नाम बदला जाए। लेकिन हुआ कुछ यूं कि जब फिल्म के सेट पर गुड्डी का ज़िक्र होता तो हर कोई यही कहता कि गुड्डी यानि मारुति जी की बेटी। तब मनमोहन देसाई ने इनका नाम गुड्डी मारुति रखा और फिर ताहिरा परब गुड्डी मारुति के नाम से मशहूर हो गई।
पिता ने दिया था असली ज्ञान
एक इंटरव्यू में गुड्डी मारुति ने बताया था कि एक वक्त वो भी था जब गुड्डी भी अपना वज़न कम करना चाहती थी। लेकिन इनके पिता मारुति परब ने एक दिन इन्हें समझाया कि तुम फिल्म में हिरोइन नहीं बनती हो, कॉमेडियन बनती हो।
इसलिए बेहतर होगा कि तुम अपना वज़न कम ना करो। एक कॉमेडियन को दर्शक इसी तरह देखना पसंद करते हैं। ये बात कहने के कुछ ही दिनों बाद इनके पिता की अचानक मृत्यू हो गई थी। ऐसे में परिवार चलाने की ज़िम्मेदारी गुड्डी मारुति के ऊपर आ गई और गुड्डी ने भी फिल्मों में कड़ी मेहनत से काम करना शुरू कर दिया।
प्रमुख फिल्में
लगभग तीन दशक लंबे अपने फिल्मी करियर में इन्होंने तकरीबन सौ फिल्मों में काम किया। इनकी यादगार फिल्मों की बात करें तो सनम तेरी कसम, नगीना, आग और शोला, शोला और शबनम, जैसी करनी वैसी भरनी, खिलाड़ी, चमत्कार, बलवान, दुल्हे राजा और बीवी नंबर वन में इनके काम को खूब पसंद किया गया।
इस कलाकार को कर दिया रिप्लेस
फिल्म इंडस्ट्री से जुड़े लोगों का मानना है कि ये गुड्डी मारुति ही थी जिन्होंने प्रीति गांगुली की जगह ली थी। सही मायनों में कहा जाए तो प्रीति गांगुली को फिल्मों से रिप्लेस किया था। वो इसलिए क्योंकि गुड्डी से पहले प्रीति गांगुली ही फिल्मों में मोटी औरत के किरदार निभाया करती थी। लेकिन जब अचानक प्रीति गांगुली ने अपना वज़न कम कर लिया तो फिल्मों में उन्हें काम मिलना बंद हो गया और उनकी जगह गुड्डी मारुति ने ले ली।
जब एक्टिंग से दूर हो गई Guddi Maruti
गुड्डी मारुति के जीवन में एक वक्त ऐसा भी आया था जब इन्होंने फिल्मों से ब्रेक ले लिया था। दरअसल, इन्होंने अशोक नाम के एक बिजनेसमैन से शादी कर ली थी। शादी के बाद गुड्डी ने लगभग 9 सालों तक खुद को एक्टिंग से दूर कर लिया था। बताया जाता है कि गुड्डी और उनके पति अशोक फैमिली प्लानिंग कर रहे थे।
डॉक्टर ने गुड्डी को सलाह दी थी कि फिलहाल उन्हें फिल्मों में काम करना बंद कर देना चाहिए। लेकिन मोटापे के चलते गुड्डी कभी मां नहीं बन पाई। फिल्म ‘रहगुज़र‘ में काम करने के बाद इन्होंने फिल्मों से ब्रेक लिया और फिर 2015 में आई फिल्म ‘हम सब उल्लू हैं‘ से दोबारा इन्होंने अपना अभिनय करियर शुरू किया।
टीवी पर भी खूब किया काम
यहां आपको ये बताना भी ज़रूरी है कि गुड्डी मारुति ने केवल फिल्मों में ही नहीं बल्कि टीवी पर भी काफी काम किया है। टीवी पर पहली दफा ये नज़र आई थी साल 1986 में। दूरदर्शन पर आने वाले शो "इधर उधर" में इन्होंने मोटी शबनम के किरदार को जिया था। फिर कई सालों बाद यानि साल 2007 में गुड्डी मारूति एक बार फिर टीवी पर नज़र आई "अगड़म बगड़म तिकड़म" नाम के शो में जिसमें ये रोज़ी के रोल में नज़र आई।
ये शो डिज़्नी चैनल पर प्रसारित हुआ था। इसके अलावा "मिसेज कौशिक की पांच बहुएं", "डोली अरमानो की", "ये उन दिनों की बात है" और "हैलो ज़िदगी" नाम के टीवी शोज़ में भी इन्होंने काम किया था। "डोली अरमानों की" शो में इनके किरदार ‘बुआ जी‘ को काफी पसंद किया गया। खासकर महिलाओं को इनका वो किरदार ज़्यादा पसंद आया।
Guddi Maruti को Meerut Manthan का Salute
गुड्डी मारूति की उम्र अब साठ साल हो चुकी है। लेकिन अब भी गुड्डी मारुति एक्टिंग में एक्टिव हैं। हालांकि अब वो कुछ गिने-चुने प्रोजेक्ट्स में ही नज़र आती हैं। लेकिन फिर भी खुद के भीतर एक्टिंग की अलख को गुड्डी मारुति ने जलाकर रखा है।
Meerut Manthan Guddi Maruti की अच्छी सेहत के लिए ईश्वर से प्रार्थना करता है। और उम्मीद करता है कि गुड्डी मारुति को फिल्मों में फिर से वो रोल्स मिलने शुरू हो जाएं जिनमें दर्शक उन्हें सबसे ज़्यादा पसंद करते हैं। हिंदी फिल्म इंडस्ट्री में गुड्डी मारुति के योगदान को किस्सा टीवी सैल्यूट करता है। जय हिंद।
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