Junior Anil Kapoor Aarif Khan | अनिल कपूर का वो Duplicate जिसे हमने खूब देखा है | आज इनकी कहानी जानिए | Biography
Junior Anil Kapoor Aarif Khan. ये दिखते बेशक हूबहू अनिल कपूर जैसे हैं। लेकिन ये अनिल कपूर नहीं, उनके हमशक्ल आरिफ खान हैं। और फिल्म इंडस्ट्री में लोग इन्हें जूनियर अनिल कपूर के नाम से जानते हैं। पिछले कई सालों से ये अनिल कपूर के हमशक्ल के तौर पर फिल्म इंडस्ट्री में सक्रिय हैं और अपना बढ़िया मुकाम इन्होंने बॉलीवुड में बनाया है।
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Junior Anil Kapoor Aarif Khan Biography - Photo: Social Media |
Meeur Manthan आज आप पाठकों को Junior Anil Kapoor Aarif Khan की कहानी बताएगा। Junior Anil Kapoor Aarif Khan की ये कहानी आपको ज़रूर पसंद आएगी, हमें इसका पूरा यकीन है।
शुरुआती जीवन
आरिफ खान महाराष्ट्र के अकोला ज़िले के आकोट शहर के रहने वाले हैं। इनका जन्म और परवरिश वहीं पर हुई थी। किसी ज़माने में आकोट शहर में आरिफ खान का अपना खुद का फोटो स्टूडियो हुआ करता था। ये मिड 80s के दौर की बात है। चूंकि आरिफ खान फोटोग्राफी में बहुत माहिर थे और कलर्ड व ट्रिक फोटोग्राफी के मास्टर थे तो देखते ही देखते इनका फोटो स्टूडियो, जिसका नाम स्टूडियो फोर यू था, वो आकोट शहर का नंबर वन फोटो स्टूडियो बन गया था।
फोटो स्टूडियो में काम करने के दौरान ही पहली दफा आरिफ खान ने अनिल कपूर की फिल्म 'वो सात दिन' देखी। हालांकि शुरुआत में आरिफ खान को ये गलतफहमी हो गई थी कि जिसे उन्होंने 'वो सात दिन' फिल्म में देखा है वो अनिल कपूर नहीं बल्कि अभिनेता राज किरण है। मगर बाद में इनके भाई ने इनकी ये गलतफहमी दूर कि और इन्हें बताया कि ये शम्मी कपूर के मैनेजर सुरिंदर कपूर का मझला बेटा अनिल कपूर है। आरिफ खान को अनिल कपूर की पर्सनैलिटी बहुत पसंद आई। उन्होंने अपने बालों को अनिल कपूर स्टाइल में रखना शुरू कर दिया।
पर चूंकि उस वक्त इनकी उम्र काफी कम थी तो इनकी दाढ़ी नहीं आती थी। लोग इनसे कहते थे कि बाल तो तुम्हारे एकदम अनिल कपूर जैसे हैं। बस अब तुम दाढ़ी भी वैसी ही रखनी शुरू कर दो। लोगों के कहने पर इन्होंने दाढ़ी उगाने के लिए तरह-तरह के जतन शुरू कर दिए। किसी ने इनसे कहा कि उल्टा ब्लेड गाल पर फेरना शुरू करो, इससे दाढ़ी आ जाएगी। इन्होंने वैसा ही किया। इनकी दाढ़ी तो नहीं आई। लेकिन ये घायल ज़रूर हो गए।
जब इलाके में मशहूर होने लगे आरिफ खान
गुज़रते वक्त के साथ आरिफ खान अपने इलाके में मशहूर होने लगे। अब तक इनकी दाढ़ी आ चुकी थी और दाढ़ी में तो ये हूबहू अनिल कपूर ही लगते थे। लोग इनके साथ फोटो खिंचाने आने लगे। इन्हें स्टेज शोज़ करने के मौके भी मिलने लगे और उन शोज़ के बदले पैसे भी मिलने लगे। आरिफ खान को ये काम पसंद आने लगा। अपने होम टाउन और आस-पास के इलाकों में ये जमकर शोज़ करने लगे। उस वक्त इनका रुतबा एकदम अनिल कपूर जैसा ही हो गया था।
कामयाबी मिली तो साथ में नफरत भी आई। इनके खानदान के ही कुछ लोग इनकी बुराइयां करने लगे। उन लोगों की बातों से परेशान होकर एक दिन इनके माता-पिता ने इनसे कहा कि अगर तुम्हें इसी काम में मज़ा आता है तो बेहतर है तुम मुंबई जाकर ये काम करो। अगर तुम सफल हुए तो आज जो लोग तुमसे जलते हैं और तुम्हारे बारे में तरह-तरह की बातें करते हैं, वो ही कल तुम्हारे साथ फोटो खिंचाने के लिए तरसेंगे।
माता-पिता की इस बात का आरिफ खान पर काफी असर हुआ। लेकिन मुंबई जाने के बारे में सोचने पर वो काफी नर्वस हो जाते थे। कई दफा ऐसा हुआ जब इनके घरवालों ने इन्हें मुंबई के लिए ट्रेन में बैठाया। लेकिन ये अगले स्टेशन पर उतरकर चुपचाप किसी दोस्त के घर चले जाते और वहीं रहकर शोज़ करते। मगर फिर एक दिन कुछ ऐसा हुआ कि आरिफ खान को मुंबई आना ही पड़ गया।
मुंबई पहुंचने का रोचक किस्सा
आरिफ खान के घरवाले तो चाहते थे कि ये मुंबई जाकर फिल्मों में काम पाने की कोशिश करें। लेकिन आरिफ खान को लगता था कि जब वो अपने शहर में ही इतने मशहूर हैं तो उन्हें मुंबई जाने की क्या ज़रूरत है। और फिर मुंबई जाकर उन्हें सफलता मिलेगी या नहीं, इसका भी कोई ठिकाना नहीं था। इसलिए वो कई दफा मुंबई जाने की बात कहकर अपने घर से निकले तो। लेकिन मुंबई कभी पहुंचे नहीं। इस वक्त तक आरिफ अपना फोटो स्टूडियो भी बंद कर चुके थे।
इसी बीच साल 1991 में रामगढ़ के शोले नाम की एक फिल्म रिलीज़ हुई। उस फिल्म में कई एक्टर्स के डुप्लीकेट्स ने काम किया था। उनमें से एक अनिल कपूर के डुप्लीकेट नवीन राठौड़ भी थे। आरिफ ने भी वो फिल्म देखी थी और नवीन राठौड़ को देखकर वो काफी हैरान और खुश भी हुए थे। फिर जब वो फिल्म खत्म हुई और आरिफ खान सिनेमा हॉल से बाहर निकले तो उन्होंने देखा कि एक बेवड़ा काफी नाराज़ था। रामगढ़ के शोले में अनिल कपूर बने नवीन राठौड़ उस बेवड़े को पसंद नहीं आए थे।
वो शराबी बार-बार कह रहा था कि इस अनिल कपूर से बढ़िया तो हमारे अकोला का अनिल कपूर है। उसको क्यों नहीं लिया। वो शराबी दरअसल आरिफ खान की बात कर रहा था। उस शराबी की ये बात सुनकर आरिफ खान को लगा कि अब तो उन्हें मुंबई ज़रूर जाना चाहिए। आरिफ अपने घर पहुंचे और अपना बैग पैक करके अपनी मां से बोले,"मां। अबकी दफा मैं सच में मुंबई जा रहा हूं।" आरिफ की मां ने उन्हें दुआ दी और कहा कि देखना, 15 दिनों के अंदर तुझे मुंबई में कोई ना कोई काम मिल जाएगा।
फिर यहां तक लाई ज़िंदगी
मां की दुआ साथ लेकर आरिफ खान मुंबई आ गए। और ये आरिफ खान की मां की दुआओं का ही नतीज़ा था कि मुंबई आने के नौंवे दिन बाद ही इन्हें एक स्टेज शो में परफॉर्म करने का मौका मिल गया। उस शो में इन्होंने राम-लखन फिल्म के सॉन्ग माय नेम इज़ लखन पर डांस किया था। और वो शो देखने आई पब्लिक को आरिफ ख़ान की परफॉर्मेंस इतनी पसंद आई कि उस दिन पब्लिक की डिमांड पर आरिफ ने चार दफा उस गाने पर डांस किया। इसके बाद तो आरिफ ख़ान ने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा। उन्होंने देश-विदेश में हज़ारों शोज़ किए।
कुछ म्यूज़िक वीडियोज़ और फिल्मों में भी आरिफ खान ने काम किया है। कई फिल्मों में अनिल कपूर के बॉडी डबल की हैसियत से भी वो काम कर चुके हैं। मौजूदा वक्त में वो ऑल इंडिया लुक अलाइक असोसिएशन के प्रेज़िडेंट हैं। आरिफ खान ने ही 2018 में ऑल इंडिया लुक अलाइक अवॉर्ड्स का आयोजन कराया था। आरिफ खान ने फिल्म प्रोड्यूस करने की कोशिश भी की। लेकिन इस फील्ड में उन्हें सफलता नहीं मिल सकी।
बड़े दिल वाले भी हैं Junior Anil Kapoor Aarif Khan
आरिफ खान ना सिर्फ एक बढ़िया परफॉर्मर हैं। बल्कि एक शानदार इंसान भी हैं। कोरोना माहामारी के चलते 2020 में लगे देशव्यापी लॉकडाउन में जब उनके जैसे दूसरे डुप्लिकेट्स दाने-दाने के लिए मोहताज़ हो गए थे तो आरिफ खान ने ही उनकी मदद की थी। और इस दौरान आरिफ खान की खुद की जेब भी पूरी तरह से खाली हो गई थी।
लेकिन फिर भी आरिफ खान ने हिम्मत नहीं हारी और वो अपने साथियों की मदद करने के लिए जी तोड़ मेहनत करते रहे। आरिफ खान ने कई मौकों पर आपका हमारा और हम जैसे लाखों लोगों का मनोरंजन किया है। इसके लिए मेरठ मंथन आरिफ खान को सैल्यूट करता है। और उनकी अच्छी सेहत के लिए ईश्वर से प्रार्थना करता है। जय हिंद।
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