Mehmood और Lord Shiva का वो कनेक्शन जो आज भी बहुत कम लोग जानते हैं
Mehmood. एक शानदार कॉमेडियन। एक ज़बरदस्त अभिनेता। महमूद साहब का नाम सुनकर आंखों में चमक ना आए, भला ऐसा कौन सा सिनेप्रेमी भारत में होगा। महमूद साहब ना सिर्फ बढ़िया एक्टर थे, बल्कि एक बेहतरीन इंसान भी थे। उनका जन्म एक मुस्लिम परिवार में हुआ था। वो खुद को सच्चा मुसलमान भी कहते थे। और उनकी शख्सियत को और ज़्यादा खूबसूरत ये बात बनाती थी कि वो भगवान शिव के भी परम भक्त थे।
Comedian Mehmood and Lord Shiva - Photo: Social Media
Meerut Manthan आज आपको Mehmood साहब की Shiv Bhakti की कहानी बताएगा। ये किस्सा Mehmood साहब की Biography Mehmood: A Man of Many Moods से हमने लिया है। महमूद साहब की ये बायोग्राफी लेखक Haneef Zaveri ने लिखी है।
कैसे शिवभक्त बने थे महमूद
हनीफ ज़वेरी कि लिखी किताब महमूद: ए मैन ऑफ मैनी मूड्स के लिए इंटरव्यू देते हुए महमूद साहब ने कहा था कि उन्हें बचपन से ही भगवान शिव के साथ खुद का कनेक्शन लगता था। उन्हें महसूस होता था जैसे भगवान शिव ने उन्हें अपना आशीर्वाद दिया है।
भगवान शिव का एक नाम महेश है। और सालों पहले महमूद साहब की साथी अदाकारा और नामी एक्ट्रेस शुभा खोटे ने इस बात पर रोशनी डाली थी कि जिन फिल्मों में महमूद जी का नाम महेश होता है वो सुपरहिट होती हैं।
छोटी बहन, लव इन टोक्यो, ज़िद्दी, तुमसे अच्छा कौन है, दो कलियां, नया ज़माना और कुंवारा बाप। ये कुछ वो फिल्में हैं जिनमें महमूद साहब ने काम किया और ये फिल्में काफी सफल भी रही।
और इत्तेफाक से इन सभी फिल्मों में महमूद साहब के किरदार का नाम महेश ही था। शुभा खोटे ने ही महमूद साहब से ये बात भी कही थी कि भगवान शिव की उन पर विशेष कृपा है।
बचपन का वो किस्सा
महमूद: ए मैन ऑफ मैनी मूड्स नाम की अपनी बायोग्राफी बुक में ही महमूद साहब ने अपने बचपन के एक किस्से का भी ज़िक्र किया था। महमूद साहब ने बताया था कि बचपन में एक बार उन्होंने एक सपना देखा था। उस सपने में उन्हें भगवान शिव दिखाई दिए थे।
महमूद साहब सड़क किनारे लगे एक खंबे से सटकर खड़े थे और भगवान शिव उनकी तरफ आ रहे थे। इस दौरान जो भी भगवान शिव के रास्ते में आया उसके चीथड़े उड़ गए। भगवान शिव महमूद के पास आए और उन्हें अपनी गोद में उठा लिया। और फिर एक चीख के साथ महमूद साहब की आंख खुल गई।
इसके बाद महमूद साहब काफी बीमार पड़ गए थे। फिर जब महमूद साहब से शुभा खोटे ने भगवान शिव वाली वो बात कही तो महमूद साहब को यकीन हो गया कि भगवान शिव के साथ उनका कोई ना कोई कनेक्शन ज़रूर है। इसके बाद से ही महमूद भगवान शिव के भक्त बन गए।
अपने फार्महाउस में उन्होंने मस्ज़िद तो बनवाई ही। साथ ही एक छोटा सा शिव मंदिर भी बनवाया। उनके एक दोस्त ने उन्हें भगवान शिव की एक मूर्ति गिफ्ट की थी। वही मूर्ति महमूद साहब ने अपने फार्म हाउस वाले शिव मंदिर में स्थापित कराई थी।
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