Hema Malini | 10 Lesser Known Facts | हेमा मालिनी की दस अनसुनी कहानियां

Hema Malini. ड्रीम गर्ल ऑफ इंडियन सिनेमा। 16 अक्टूबर 1948 को तमिलनाडू में पैदा हुई हेमा मालिनी की खूबसूरती के लाखों दीवाने पहले भी थे और आज भी हैं। 

और सिर्फ खूबसूरती ही नहीं, उनकी अदाकारी के अंदाज़ पर भी लाखों लोग फिदा हैं। हेमा मालिनी ने एक से बढ़कर एक फिल्मों में काम किया है। और हर फिल्म में इनका काम देखने लायक रहा है।

hema-malini-lesser-known-facts
Hema Malini Lesser Known Facts - Photo: Social Media

Meerut Manthan आज आपको Hema Malini के जीवन से जुड़ी कुछ अनसुनी कहानियां बताएगा। Hema Malini की वो कौन सी फिल्म थी जिसे Former Indian Prime Minister Late Atal Bihari Vajpayee जी ने 25 दफा देखा था?

फिल्म इंडस्ट्री का वो कौन सा सुपरस्टार था जो हेमा मालिनी जी को राजनीति में खींच लाया था? हेमा जी के बारे में ऐसी ही कुछ अनसुनी बातें आज हम और आप जानेंगे।

ये भी पढ़ें: Shahid Kapoor | 07 Lesser Known Facts | शाहिद कपूर की सात अनसुनी कहानियां

पहली कहानी

हेमा मालिनी और डायरेक्टर रमेश सिप्पी के बीच बड़ी गहरी दोस्ती है। जब रमेश सिप्पी ने बतौर डायरेक्टर अपना फिल्मी सफर शुरू किया तो उन्होंने अपनी सबसे पहली हीरोइन हेमा मालिनी को ही लिया था। वो फिल्म थी अंदाज़। 

वही अंदाज़ जिसका गीत, ज़िंदगी एक सफर है सुहाना आज भी पॉप्युलर है। फिल्म की कहानी के मुताबिक, हेमा मालिनी को इस फिल्म में एक विधवा का रोल निभाना था जिसके जीवन में शम्मी कपूर की एंट्री होती है। 

इस वक्त तक हेमा मालिनी को हिंदी फिल्म इंडस्ट्री में आए दो-ढाई साल ही हुए थे। और वो बढ़िया पहचान बना चुकी थी। 

इसलिए कई लोगों ने हेमा जी को उस वक्त सलाह दी थी कि उन्हें अंदाज़ में काम नहीं करना चाहिए। क्योंकि इतनी जल्दी विधवा औरत का रोल निभाना उनके करियर के लिए नुकसानदायक साबित हो सकता है। 

लेकिन हेमा जी को अंदाज़ की कहानी पसंद आ रही थी। इसलिए लोगों की सलाहों को नज़रअंदाज़ करते हुए हेमा जी ने अंदाज़ में काम किया। और फिल्म ज़बरदस्त हिट भी रही। उसी वक्त से रमेश सिप्पी हेमा जी के कायल हो गए थे। 

दूसरी कहानी

हेमा मालिनी सालों से राजनीति में सक्रिय हैं और बीजेपी सासंद हैं। देश के पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय श्री अटल बिहारी वाजपेयी जी से हेमा जी के संबंध बहुत मधुर थे। 

एक दफा एक इंटरव्यू में अटल जी का ज़िक्र करते हुए हेमा जी ने बताया था कि जब वो पहली दफा अटल जी से मिली थी तो उन्हें देखकर अटल जी बहुत शरमा रहे थे। 

हेमा जी को बड़ी हैरत हो रही थी कि देश की राजनीति का इतना बड़ा आदमी उन्हें देखकर इतना शरमा क्यों रहा है। तब किसी ने हेमा जी को बताया था कि अटल जी आपके बहुत बड़े फैन हैं। 

उन्होंने आपकी फिल्म सीता और गीता पूरे 25 दफा देखी है। और उन्हें सीता और गीता फिल्म में आपका काम बहुत पसंद है। इत्तेफाक से सीता और गीता भी रमेश सिप्पी की ही फिल्म थी।

तीसरी कहानी

हेमा जी जब फिल्म इंडस्ट्री में नई-नई आई थी तो उन्हें कई तरह की विग पहननी पड़ती थी। यूं तो शूटिंग के लिए विग्स अरेंज कराने का काम प्रोड्यूसर का होता था। लेकिन हेमा जी को अपनी खुद की विग्स खरीदना भी बहुत पसंद था। 

शोले फिल्म में हेमा जी ने जो कर्ली हेयर्स वाली विग पहनी है वो उन्होंने खुद ही खरीदी थी। और केवल शोले में ही नहीं, और भी कई फिल्मों में हेमा जी ने खुद की खरीदी विग्स ही पहनी थी। 

यूं तो विग्स पहनने से हेमा जी को कोई परेशानी नहीं थी। लेकिन उनका बहुत मन था कि वो बिना विग पहने ही फिल्मों में एक्टिंग करें।  

और जब हेमा जी को बिना विग पहने एक्टिंग करने के मौके मिलने शुरू हुए तो उन्होंने अपनी खरीदी विग्स में से कुछ फैंस को दे दी। और कुछ अपने हेयर ड्रैसर्स को। जबकी कुछ विग्स तो उन्होंने किन्नरों को भी दान की थी।

चौथी कहानी

हेमा मालिनी पहली और इकलौती फीमेल डायरेक्टर हैं जिन्होंने धर्मेंद्र साहब को किसी फिल्म में डायरेक्ट किया है। वो फिल्म थी 2011 में आई टैल मी ओ खुदा। 

इस फिल्म को हेमा जी ने अपनी बेटी ईशा देओल के डूबते करियर को संभालने के लिए बनाया था। हालांकि फिल्म से ईशा को कुछ फायदा नहीं मिल सका था। 

वैसे जानने लायक बात ये है कि धर्मेंद्र इस फिल्म में जिस रोल में दिखे थे उसे पहले अमिताभ बच्चन से कराने की प्लानिंग हेमा जी ने की थी। इस फिल्म में विनोद खन्ना और ऋषि कपूर साहब भी थे। 

और हेमा जी चाहती थी कि अगर अमिताभ भी इस फिल्म में आ जाएं तो क्लासिक अमर अकबर एंथोनी की तिकड़ी को दर्शक एक बार फिर से साथ देख सकेंगे। पर अमिताभ बच्चन ने इस फिल्म में काम करने में असमर्थता जता दी। 

इसलिए मजबूरी में धर्मेंद्र साहब को इस फिल्म में लेना पड़ा। एक और बात, टैल मी ओ खुदा एज़ ए डायरेक्टर हेमा मालिनी की दूसरी फिल्म है। इससे पहले हेमा जी ने 1992 में दिल आशना है डायरेक्ट की थी। जिसमें शाहरुख खान और दिव्या भारती थे।

पांचवी कहानी

हेमा मालिनी के निकनेम ड्रीम गर्ल से एक बड़ी दिलचस्प बात जुड़ी है। हेमा जी की पहली हिंदी फिल्म थी साल 1968 में आई सपनों का सौदागर। इस फिल्म में राज कपूर और तनुजा भी थे। 

और जब इस फिल्म का प्रमोशन किया जा रहा था तो हेमा जी को बतौर ड्रीम गर्ल ही प्रोजेक्ट किया जा रहा था। कहा जा रहा था कि फिल्म इंडस्ट्री में एक नई लड़की आई है जो किसी ड्रीम गर्ल के जैसी है।

अफसोस की बात ये है कि सपनों का सौदागर फिल्म बुरी तरह फ्लॉप रही। लेकिन हेमा जी और उनके काम को सभी ने पसंद किया। 

और इत्तेफाक देखिए, साल 1977 में हेमा जी ड्रीम गर्ल नाम की एक फिल्म में अपने फ्यूचर हसबैंड धर्मेंद्र के साथ दिखी भी। और ये फिल्म बॉक्स ऑफिस पर बढ़िया भी चली।

छठी कहानी

धर्मेंद्र और हेमा मालिनी की पहली मुलाकात साल 1970 की फिल्म तुम हंसी मैं जवां के सेट पर हुई थी। और ये ही वो पहली फिल्म थी जिसमें इन दोनों ने साथ काम किया था।

हालांकि इसी साल इन दोनों ने शराफत नाम की एक और फिल्म साथ की थी। और इत्तेफाक से शराफत तुम हंसी मैं जवां से पहले रिलीज़ हो गई थी। 

इसके बाद धर्मेंद्र और हेमा जी की जोड़ी कुछ ऐसी जमी कि दोनों ने एक साथ 28 फिल्मों में काम किया। प्रतिज्ञा, नया ज़माना, राजा जानी और शोले, इन दोनों की साथ में गई ये कुछ उन फिल्मों के नाम हैं जिनमें इनकी जोड़ी को दर्शकों ने बहुत पसंद किया। 

साल 1980 में धर्मेंद्र और हेमा मालिनी ने शादी कर ली थी। इनकी शादी पर काफी विवाद हुआ था। लेकिन दोनों ने उस मुश्किल वक्त में एक-दूजे का पूरा साथ दिया।

सातवीं कहानी

साल 1990 हेमा जी के करियर का एक बड़ा अहम साल रहा। ये वो पहला मौका था जब उन्होंने डायरेक्शन में हाथ आज़माया था। हेमा मालिनी जी ने नुपुर नाम का एक टीवी शो पहली दफा डायरेक्ट किया था। इस शो में उन्होंने खुद भी एक्टिंग की थी। 

इसी के 2 साल बाद हेमा जी ने अपनी पहली फिल्म दिल आशना है डायरेक्ट की थी। यानि हेमा जी ने अपना डायरेक्टोरियल डेब्यू नुपुर से किया था। 

वैसे साल 1995 में हेमा जी ने एक टीवी फिल्म भी डायरेक्ट की थी। और उस फिल्म में मुख्य भूमिका में इनकी भतीजी मधू थी। वही मधू जिन्होंने अजय देवगन के साथ फिल्म फूल और कांटे से अपना फिल्मी करियर शुरू किया था।

आठवीं कहानी

बहुत ही कम लोग इस बात से वाकिफ होंगे कि हेमा मालिनी जी को राजनीति में लाने वाले उनके को-एक्टर और बहुत अच्छे दोस्त रहे स्वर्गीय विनोद खन्ना थे। 

साल 1997 में जब विनोद खन्ना बीजेपी के टिकट पर पंजाब के गुरदासपुर से लोकसभा चुनाव लड़ रहे थे तो उन्होंने हेमा जी से अपने लिए प्रचार करने गुरदासपुर आने को कहा। 

शुरू में तो हेमा जी को काफी झिझक हुई। लेकिन विनोद खन्ना जी की उम्मीद को वो तोड़ना भी नहीं चाहती थी। इसलिए वो उनके प्रचार में गई। बस वहीं से हेमा जी की दिलचस्पी राजनीति में होने लगी। 

हेमा जी के चलते धरम जी का भी राजनीति में दिल लगने लगा। उन्होंने भी बीजेपी जॉइन कर ली और 2004 के लोकसभा चुनाव में राजस्थान की बीकानेर सीट से सांसद बने। 

इस वक्त हेमा जी भी बीजेपी की राज्यसभा सासंद बन चुकी थी। बाद में धरम जी का दिल राजनीति से ऊब गया। लेकिन हेमा जी आज भी राजनीति में सक्रिय हैं। वो मथुरा से लगातार दूसरी बार बीजेपी सासंद बनी हैं। 

नौंवी कहानी

हेमा मालिनी और विनोद खन्ना की बात आई है तो साल 2017 में आई फिल्म 'एक थी रानी ऐसी भी' की बात करना ज़रूरी है। ये वो आखिरी फिल्म थी जिसमें हेमा जी ने विनोद खन्ना के साथ काम किया था। 

और सालों बाद ये दो बड़े कलाकार सिल्वर स्क्रीन पर साथ नज़र आए थे। ये फिल्म रिलीज़ हुई थी 21 अप्रैल 2017 को। और इस फिल्म के रिलीज़ होने के महज़ छह दिन बाद ही, यानि 27 अप्रैल 2017 को विनोद खन्ना जी का निधन हो गया था। 

विनोद खन्ना साहब और हेमा जी ने कई फिल्मों में साथ काम किया था। उनमें से अधिकतर तो मल्टीस्टारर फिल्में थी, जिनमें हेमा जी किसी दूसरे एक्टर के अपोज़िट होती थी।

 लेकिन 'रिहाई' और 'कुदरत' में हेमा जी और विनोद खन्ना साहब एक-दूजे के अपोज़िट थे। कुदरत में तो राजेश खन्ना भी थे। गुलज़ार साहब की मीरा में भी हेमा जी और विनोद खन्ना साहब ने पति-पत्नी का रोल निभाया था। 

दसवीं कहानी

साल 2017 में महाराष्ट्र के एक निर्दलीय विधायक ने हेमा मालिनी जी को शराबी बता दिया था। इन विधायक जी का नाम है ओम प्रकाश बाबाराओ। अपने इलाके में ये बच्चू काडू नाम से मशहूर हैं। 

ये महाराष्ट्र के अमरावती की अचलापुर सीट से निर्दलीय विधायक हैं। तो मामला कुछ यूं हुआ था कि कांग्रेस नेता नारायन राने ने कह दिया था कि किसानों के आत्महत्या करने की एक वजह हद से ज़्यादा शराब पीना है। 

इसी दौरान केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी जी ने भी कह दिया कि किसान अपने बेटे-बेटी की शादी में हद से ज़्यादा खर्च करते हैं। इसलिए कई दफा आत्महत्या करने की नौबत आ जाती है। 

इन दो नेताओं के बयानों पर रिएक्ट करते हुए विधायक ओम प्रकाश बाबाराओ ने कहा,"देश के 75 प्रतिशत एमएलए, एमपी और पत्रकार शराब पीते हैं। क्या वो सुसाइड कर लेते हैं? 

हेमा मालिनी भी बहुत ज़्यादा शराब पीती हैं। वो तो सुसाइड नहीं करती। नितिन गडकरी जी के बेटे की शादी में चार करोड़ रुपए खर्च किए गए। तो क्या अब वो सुसाइड कर लेंगे।" 

विधायक जी द्वारा हेमा मालिनी को शराबी बताने पर विवाद हुआ। बाद में विधायक जी ने सफाई देते हुए कहा कि वो हेमा जी के फिल्मों में शराब पीने पर बोले थे। ना कि उनकी पर्सनल लाइफ पर उन्होंने कुछ कहा था।

टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

Shailesh Kumar | पुराने ज़माने का वो हैंडसम एक्टर जिसका पूरा करियर एक अफ़वाह खा गई

Gavin Packard | 90s के बॉलीवुड का एक हैंडसम खलनायक, जिसका अंत बहुत बुरा हुआ | Biography

Priya Rajvansh | Heer Ranjha Movie की Beautiful Actress जिसका बेरहमी से Murder कर दिया गया | Biography