Major Bikramjeet Kanwarpal | एक बेहतरीन Character Actor जिसे बहुत जल्दी भुला दिया गया | Biography
Major Bikramjeet Kanwarpal. जब देश में कोरोना वायरस की भीषण तबाही आई थी तब उसमें जान गंवाने वालों में से ये भी एक थे।
साल 2003 में अभिनय की दुनिया में डेब्यू करने वाले मेजर बिक्रमजीत कंवरपाल मात्र 52 साल की उम्र में दुनिया से चले गए थे।
कई दिनों तक लोग यकीन ही नहीं कर पा रहे हैं कि मेजर बिक्रमजीत कंवरपाल अब हमारे बीच नहीं रहे।
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Biography of Major Bikramjeet Kanwarpal - Photo: Social Media |
Meerut Manthan आज आपको Major Bikramjeet Kanwarpal की कहानी बताएगा। हम जानेंगे कि कैसे Major Bikramjeet Kanwarpal Army से Acting की दुनिया में आए और आर्मी के साथ इनका सफर कैसा रहा।
Major Bikramjeet Kanwarpal की शुरूआती ज़िंदगी
बिक्रमजीत कंवरपाल का जन्म हुआ था 29 अगस्त 1968 को हिमाचल प्रदेश के सोलन में। इनके पिता द्वारका नाथ कंवरपाल भी भारतीय सेना में अफसर थे और उन्हें उनकी बहादुरी के लिए कीर्ति चक्र से भी सम्मानित किया गया था।
इनकी पढ़ाई हिमाचल प्रदेश ही नहीं, देश के सबसे पुराने और बेस्ट बोर्डिंग स्कूल द लॉरेंस स्कूल सनवर से हुई। इसके बाद सन 1989 में ये भारतीय सेना में भर्ती हो गए। सेना में 12 सालों तक सेवा करने के बाद ये मेजर की हैसियत से सन 2002 में रिटायर हो गए।
और मुंबई आ गए मेजर बिक्रमजीत कंवरपाल
सेना से रिटायर होने के बाद बिक्रमजीत उस फील्ड की तरफ बढ़े जिसका हिस्सा बनने का ख्वाब वो अपने बचपन से देखते। वो फील्ड था अभिनय का फील्ड।
दरअसल, द लॉरेंस स्कूल में पढ़ाई के दौरान ये वहां होने वाले नाटकों में भी हिस्सा लिया करते थे। इन्होंने एक नाटक भी लिखा था जिसका डायरेक्शन भी इन्होंने किया था।
इनका हुनर देखकर इनकी प्रिंसिपल ने इन्हें कहा था कि स्कूल और कॉलेज के बाद तुम बॉम्बे जाकर एक्टिंग में करियर बनाने के लिए मेहनत ज़रूर करना।
उन्हीं दिनों में बिक्रमजीत ने फैसला कर लिया था कि जब भी वो सेना की नौकरी से अलग होंगे तब वो एक्टिंग ज़रूर करेंगे।
और हुआ भी यही। सेना से रिटायर होते ही बिक्रमजीत मुंबई आ गए और फिल्मों में काम करने के लिए संघर्ष करने लगे।
ऐसे हुई मेजर बिक्रमजीत कंवरपाल की शुरूआत
सेना की नौकरी से फिल्मी दुनिया में करियर बनाने आए बिक्रमजीत को शुरूआत में कुछ मुश्किलों का सामना करना पड़ा था।
नए कलाकारों से फिल्मी दुनिया के लोगों का बर्ताव इन्हें काफी अखरता था। लेकिन फिर भी चुपचाप ऐसे लोगों को झेलते रहे जो इनके साथ भी कई दफा गलत रवैया अपनाते थे।
कुछ महीनों के संघर्ष के बाद आखिरकार इन्हें कहीं किसी रोज़ नाम के टीवी सीरियल में पहली दफा कैमरा फेस करने का मौका मिला।
मेजर बिक्रमजीत कंवरपाल की पहली फिल्म
इसके बाद इन्होंने कई और टीवी शोज़ में काम किया। और फिर साल 2003 में इन्हें पहली दफा सिल्वर स्क्रीन पर आने का मौका मिला।
फिल्म थी पाप, जिसमें जॉन अब्राहम और उदिता गोस्वामी लीड रोल में थे। इस फिल्म में इनके किरदार का नाम रतन सिंह था।
पूजा भट्ट द्वारा निर्देशित इस फिल्म में काम करने के बाद तो मेजर बिक्रमजीत मानो भट्ट कैंप का परमानेंट हिस्सा बन गए। इन्होंने भट्ट कैंप की कई फिल्मों में काम किया।
क्रिएचर थ्री डी में ऐसे मिला था मेजर बिक्रमजीत कंवरपाल को काम
2014 में रिलीज़ हुई विक्रम भट्ट की फिल्म क्रिएचर थ्रीडी में मेजर बिक्रमजीत इंस्पेक्टर चौबे नाम के फॉरेस्ट अधिकारी के किरदार में दिखे थे।
इन्हें ये रोल मिलने की कहानी बड़ी दिलचस्प है। दरअसल, बिक्रमजीत किसी काम से विक्रम भट्ट के ऑफिस गए थे।
वहां उन्होंने मज़ाक में ही विक्रम भट्ट से कहा कि वो भी इस फिल्म में काम करना चाहते हैं।
विक्रम भट्ट ने जवाब दिया, "क्रिएचर के सभी कैरेक्टर्स के लिए आर्टिस्ट फाइनल हो चुके हैं। एक फॉरेस्ट ऑफिसर का रोल है बाकी है। लेकिन जिस तरह की तुम्हारी पर्सनैलिटी है, तुम उस रोल में फिट नहीं बैठते हो।"
बिना ऑडिशन ही सिलेक्ट हो गए मेजर बिक्रमजीत कंवरपाल
इस पर बिक्रमजीत ने विक्रम भट्ट से कहा कि कम से कम एक बार उनका ऑडिशन ले लिया जाए। विक्रम भट्ट इसके लिए राज़ी हो गए।
कुछ दिनों बाद जब बिक्रमजीत विक्रम भट्ट के ऑफिस पहुंचे तो उन्होंने अपना गेटअप इस तरह का लिया जैसे कोई पान चबाऊ पुलिस वाला हो। उनकी दाढ़ी भी बढ़ी हुई थी।
उस दिन क्रिएचर थ्रीडी के लिए उनका ऑडिशन होना था। बिक्रमजीत का वो लुक इतना इंटेंस था कि विक्रम भट्ट के ऑफिस में कोई नहीं पहचान पाया कि ये मेजर बिक्रमजीत कंवरपाल हैं।
कुछ देर बाद जब विक्रम भट्ट ने उन्हें नोटिस किया तो उनकी खुशी का ठिकाना नहीं रहा। उन्होंने बिना ऑडिशन लिए ही बिक्रमजीत को इंस्पेक्टर चौबे के उस किरदार के लिए फाइनल कर दिया।
मेजर बिक्रमजीत की प्रमुख फिल्में
मेजर बिक्रमजीत ने अपने लगभग 20 साल लंबे करियर में 48 फिल्मों में काम किया। इनके करियर की प्रमुख फिल्मों की बात करें तो ये नज़र आए पेज थ्री, कॉर्पोरेट, डॉन, हाइजैक, थैंक्स मां, रॉकेट सिंह सेल्मैन ऑफ द ईयर, अतिथि तुम कब जाओगे, आरक्षण, मर्डर 2, जोकर, जब तक है जान, डेंजरस इश्क, क्या सुपरकूल हैं हम, हे बेबी, हिरोइन, ग्रैंड मस्ती, हॉरर स्टोरी, हेट स्टोरी-2, टू स्टेट्स, प्रेम रतन धन पायो, द गाज़ी अटैक, इंदू सरकार और द पावर जैसी फिल्मों में।
इन टीवी शोज़ में किया था काम
इन्होंने टीवी पर भी काफी काम किया है। इनका सबसे प्रमुख टीवी शो था 24 जिसमें ये अनिल कपूर के साथ नज़र आए थे और इस शो में इनके काम को काफी पसंद भी किया गया था।
वहीं नमक हराम, दिया और बाती हम, क्राइम पेट्रोल, नीली छतरी वाले, रिपोर्टर्स, सियासत, कसम तेरे प्यार की, तेनाली राम और दिल ही तो है जैसे टीवी शोज़ में भी इनका काम दर्शकों को पसंद आया। मेजर बिक्रमजीत सिंह ने कई विज्ञापनों में भी काम किया था।
ऐसी थी इनकी निजी ज़िंदगी
बात अगर इनकी निजी ज़िंदगी के बारे में करें तो इन्होंने कभी शादी नहीं की थी। एक इंटरव्यू में इन्होंने कहा था कि ये इसलिए आजीवन अविवाहित रहे क्योंकि इन्हें लगता था कि अगर ये शादी कर लेंगे तो फिर ये अपने सपनों को कभी पूरा नहीं कर पाएंगे।
क्योंकि शादी करने के बाद इंसान के ऊपर अपने परिवार की ज़िम्मेदारियां आ जाती हैं। ऐसे में बहुत सारी ख्वाहिशें अधूरी रह जाती हैं।
और ये अपने जीवन को खुल कर जीना चाहते थे। इसलिए शादी करना इन्हें एक झंझट भरा काम लगता था।
लेखक भी थे बिक्रमजीत
मेजर बिक्रमजीत कंवरपाल केवल एक्टर ही नहीं थे। वो एक लेखक भी थे और उन्होंने कश्मीर में तैनात भारतीय जवानों के जीवन के ऊपर एक फिल्म भी लिखी थी।
उस फिल्म को बनाने के लिए वो किसी प्रोड्यूसर की तलाश में थे। वहीं लॉकडाउन के बाद लोगों के जीवन के ऊपर भी वो एक शॉर्ट फिल्म बनाने की प्लानिंग कर रहे थे।
लेकिन अफसोस की उनकी वो सभी प्लानिंग ऐसे ही रह गई। 1 मई 2021 को भारत पर कहर बनकर टूटी कोरोना की दूसरी लहर ने मेजर बिक्रमजीत कंवरपाल को भी अपना शिकार बना लिया।
कईयों को सदमा दे गया मेजर का यूं जाना
मेजर बिक्रमजीत कंवरपाल भले ही फिल्मों में अधिकतर छोटे किरदारों में दिखे। लेकिन उनके अधिकतर किरदार बेहद सशक्त और सॉफिस्टिकेटेड होते थे।
छोटे पर्दे से लेकर सिल्वर स्क्रीन तक मेजर बिक्रमजीत कंवरपाल ने अपने हुनर से अपनी अच्छी-खासी फैन फॉलोइंग बना ली थी।
Meerut Manthan ईश्वर से प्रार्थना करता है कि Major Bikramjeet Kanwarpal जिस भी दुनिया में हों। सही सलामत हों और खुश हों। जय हिंद।
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