Priya Tendulkar | कहानी एक बेहद सशक्त Indian Actress की जो समय से पहले ही दुनिया छोड़ गई | Biography
Priya Tendulkar Indian Cinema की उन कुछ सशक्त अदाकाराओं में से एक हैं जो बहुत जल्दी ये दुनिया छोड़कर चली गई। और सिर्फ सिनेमा ही नहीं, रंगमंच का भी बहुत बड़ा नुकसान प्रिया तेंदुलकर के असमय जाने की वजह से हुआ।
सिनेमा में प्रिया तेंदुलकर ने जो उपलब्धियां हासिल की हैं वो बहुत से कलाकार कभी हासिल नहीं कर पाते। आर्ट सिनेमा हो या कमर्शियल सिनेमा। प्रिया तेंदुलकर ने हर जगह अपनी मौजूदगी दर्ज कराई थी। मगर अफसोस, 47 साल की छोटी सी उम्र में प्रिया तेंदुलकर का देहांत हो गया था।
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Biography of Actress Priya Tendulkar - Photo: Social Media |
आज बात करेंगे Priya Tendulkar और उनके फिल्म सफर के बारे में। Priya Tendulkar का जन्म 19 अक्टूबर 1954 को हुआ था। प्रिया तेंदुलकर के Father Vijay Tendulkar भारत के बहुत बड़े नाटककार रहे हैं।
विजय तेंदुलकर ने कई हिंदी व मराठी नाटक लिखे थे। साथ ही साथ कई हिंदी व मराठी फिल्मों की कथा-पटकथा भी विजय तेंदुलकर ने लिखी थी। विजय तेंदुलकर ने कई मराठी टीवी शोज़ की कहानियां भी लिखी थी।
प्रिया तेंदुलकर की मां निर्मला एक गृहणी थी। प्रिया तेंदुलकर की दो बहनें, तनुजा व सुषमा, और एक भाई राजू भी थे। बचपन से ही प्रिया तेंदुलकर को लिखने-पढ़ने से बड़ा लगाव था। अपनी क्लास में वो हमेशा अव्वल आती थी। उन्होंने पॉलिटिकल साइंस में डिग्री ली थी।
प्रिया को चित्रकारी का भी बड़ा शौक था। उन्होंने चित्रकारी में डिप्लोमा भी किया था। कला के प्रति प्रिया तेंदलुकर का रुझान अपने पिता को देखकर ही हुआ था। हालांकि कला के क्षेत्र में उतरने से पहले उन्होंने कई तरह के काम किए थे।
जैसे एक वक्त पर वो एक फाइव स्टार होटल में रिसेप्शनिस्ट की नौकरी करती थी। बाद में उन्होंने बतौर एयर होस्टेस भी काम किया। और फिर कुछ वक्त तक वो प्रोफेशनल मॉडलिंग में भी सक्रिय रही। उन्होंने दूरदर्शन पर न्यूज़ रीडिंग भी की थी।
साल 1969 में प्रिया तेंदुलकर ने थिएटर जगत में कदम रखा। जिस पहले नाटक में प्रिया तेंदुलकर ने स्टेज पर अभिनय किया था उसका नाम था हयावादना। गिरिश कर्नाड द्वारा लिखित उस नाटक में प्रिया तेंदुलकर के साथ कल्पना लाज़िमी ने भी अभिनय किया था।
पहले नाटक में ही प्रिया तेंदुलकर के काम को खूब सराहना मिली। उनका हौंसला बढ़ा। और फिर तो और भी कई नाटकों में उन्होंने काम किया। प्रिया तेंदुलकर के फिल्मी करियर की शुरुआत हुई श्याम बेनेगल की फिल्म अंकुर से। इसी फिल्म से शबाना आज़मी का करियर भी शुरू हुआ था।
प्रिया तेंदुलकर ने सिर्फ हिंदी ही नहीं, मराठी फिल्मों में भी खूब काम किया। और चूंकि गुजराती भाषा पर भी उनकी ज़बरदस्त पकड़ थी तो उन्होंने कुछ गुजराती फिल्मों में भी काम किया। प्रिया तेंदुलकर ने एक। कन्नड़ भाषा की फिल्म में भी काम किया था।
और विभिन्न भारतीय भाषाओं में काम करके प्रिया तेंदुलकर ने कई खिताब अपने नाम किए थे। स्टेज और फिल्मों के ज़रिए तो प्रिया तेंदुलकर अभिनय जगत में नाम कमा ही रही थी। टीवी शोज़ ने भी उन्हें खूब शोहरत दिलाई थी।
एक वक्त पर दूरदर्शन पर आने वाले शो रजनी में मुख्य किरदार प्रिया तेंदुलकर ने ही निभाया था। रजनी शो ने तो प्रिया तेंदुलकर को घर-घर में मशहूर कर दिया था।
रजनी में शाहरुख खान ने भी एक कैमियो किया था। रजनी शो इतना लोकप्रिय हुआ था कि जनता ने प्रिया तेंदुलकर को रजनी कहकर ही पुकारना शुरू कर दिया था।
साल 1988 में प्रिया तेंदुलकर ने एक्टर-डायरेक्टर-राइटर करण राजदान से शादी कर ली थी। करण राजदान ने रजनी धारावाहिक में भी उनके पति का किरदार निभाया था।
शुरुआत में दोनों का रिश्ता बहुत अच्छा चला। लेकिन बाद में हालात बिगड़ने लगे। और शादी के सात साल बाद यानि 1995 में दोनों तलाक लेकर अलग हो गए। करण राजदान ने तो दूसरी शादी कर ली। लेकिन प्रिया तेंदुलकर ने फिर शादी नहीं की। वो एक्टिंग करती रही।
तलाक के बाद उन्होंने त्रिमूर्ति, गुप्त, और प्यार हो गया, प्रेम शास्त्र व राजा को रानी से प्यार हो गया नामक फिल्मों में काम किया। साल 2001 में आई फिल्म प्यार इश्क और मोहब्बत प्रिया तेंदुलकर की आखिरी फिल्म थी।
साल 1999 में प्रिया जी को पता चला था कि उन्हें ब्रेस्ट कैंसर है। उन्होंने काफी इलाज कराया। लेकिन वो पूरी तरह ठीक ना हो सकी। वो काफी तकलीफ़ में रहती थी। मगर फिर भी उन्होंने काम करना नहीं छोड़ा था।
एक दफा उनके जीवन में दुखों का प्रवेश हुआ तो फिर कभी भी दुख खत्म ही नहीं हुआ। साल 2001 में प्रिया जी की मां और भाई का निधन हो गया। प्रिया अंदर तक टूट चुकी थी।
लेकिन अपनी हताशा को उन्होंने कभी किसी पर ज़ाहिर नहीं होने दिया। मगर अगले ही साल यानि 19 सितंबर 2002 को प्रिया तेंदुलकर का भी हार्ट फेल होने की वजह से निधन हो गया।
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