10 Unheard Stories of Lata Mangeshkar | लता मंगेशकर की दस अनसुनी कहानियां
10 Unheard Stories of Lata Mangeshkar. लता मंगेशकर। एक ऐसी गायिका, जिसने अपनी ज़िंदगी के छह दशकों तक अपने सुरों से संगीत की दुनिया को नवाज़ा।
20 भाषाओं में 30 हज़ार से भी ज़्यादा गीत गाने वाली सुर कोकिला लता मंगेशकर के चाहने वाले दुनियाभर में मौजूद हैं। अपने गीतों से कभी इन्होंने संगीत प्रेमियों के दिलों को प्यार से भर दिया। तो कभी उनकी आंखें आंसुओं में भी डुबो दी।
10 Unheard Stories of Lata Mangeshkar - Photo: Social Media |
Meerut Manthan आज आपको भारत रत्न लता मंगेशकर की ज़िंदगी से जुड़ी कुछ बेहद दिलचस्प बातें बताएगा। लता मंगेशकर की कहानी तो कई दफा सुनी होगी। लेकिन उनसे जुड़ी ये बातें शायद ही आपने कहीं सुनी या पढ़ी होंगी। 10 Unheard Stories of Lata Mangeshkar.
01- गिनीज़ बुक में था लता जी का नाम
साल 1974 से लेकर साल 1991 तक गिनीज़ बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में लता मंगेशकर का नाम दुनिया की सबसे ज़्यादा गीत गाने वाली सिंगर के तौर पर दर्ज था।
बताया जाता है कि साल 1948 से लेकर साल 1974 तक लता मंगेशकर ने लगभग 25 हज़ार सोलो, ड्यूट और कोरस सॉन्ग्स गाए थे। ये सभी गाने 20 अलग-अलग भाषाओं में लता जी ने गाए थे।
साल 1991 में गिनीज़ बुक ने इस कैटेगरी को हटा दिया था। मगर जब साल 2001 में गिनीज़ बुक ने फिर से इस कैटेगरी को शामिल किया तो इस दफा लता जी की बहन आशा भोंसले को ये टाइटल मिला। मौजूदा वक्त में सबसे ज़्यादा गीत गाने वाली गायिका आशा भोंसले हैं।
02- पहले हुई थी आलोचना
लता मंगेशकर ने जब अपना सिंगिंग करियर शुरू किया था तो उस दौर के संगीतकारों ने ये कहकर उनकी खूब आलोचना की थी कि इस लड़की की आवाज़ तो बेहद पतली है।
ऐसा लगता है जैसे कोई बच्चा गाना गा रहा हो। लेकिन लता जी ने इन आलोचनाओं के बाद भी हिम्मत नहीं हारी। वो लगातार मेहनत करती रही।
साल 1948 में रिलीज़ हुई फिल्म मजबूर के गीत दिल मेरा तोड़ा से पहली दफा लोगों को लता की गायकी का अंदाज़ पसंद आया। इसके बाद जब महल फिल्म रिलीज़ हुई और उसका गीत आएगा आने वाला लोगों ने सुना तो फिर तो लता देशभर में मशहूर हो गई।
03- जब लता जी पर लगे आरोप
कहा जाता है कि जब लता जी अपने करियर की पीक पर थी तो वो म्यूज़िक इंडस्ट्री पर अपना एकाधिकार स्थापित रखने की कोशिश करती रहती थी।
लोग लता जी पर आरोप लगाते थे कि वो अपनी बहन आशा के अलावा किसी दूसरी हिंदी या मराठी गायिका को आगे नहीं बढ़ने दे रही हैं। ये वो दौर था जब हर संगीतकार लता जी से ही अपने गीत गवाना चाहता था।
चूंकि उस दौर में लता जी इंडियन म्यूज़िक इंडस्ट्री की सबसे पावरफुल महिला थी तो कई गायिकाओं ने लता जी पर आरोप लगाया था कि अपने प्रभाव का इस्तेमाल करके लता जी उनसे उनका काम छीन लेती हैं।
04- भूपेन हजारिका संग अफेयर की खबरें
लता मंगेशकर ने कभी किसी से शादी नहीं की। लेकिन कहा जाता है कि महान गायक भुपेन हजारिका संग लता मंगेशकर का अफेयर था।
भूपेन हजारिका की मौत के बाद उनकी पहली बरसी पर उनकी पत्नी प्रियम ने मीडिया के सामने ये बयान दिया था कि उनके पति भूपेन हजारिका और लता मंगेशकर के बीच अफेयर था।
लता मंगेशकर के परिवार की तरफ से जवाब आया था कि ये महज़ एक कोरी बकवास है। इस कंट्रोवर्सी के बाद प्रियम कनाडा चली गई थी और वहीं पर रहने लगी।
05- पहले हेमा नाम था
माता-पिता ने पहले लता जी का नाम हेमा रखा था। लेकिन 5 साल की उम्र में जब लता मंगेशकर ने संगीत की शिक्षा लेनी शुरू की तो पिता ने इनका नाम हेमा से बदलकर लता रख दिया।
लता जी के संगीत शिक्षक कोई और नहीं बल्कि उनके पिता गुरू दीनानाथ मंगेशकर ही थे। अपनी बहनों आशा, उषा और मीना संग लता मंगेशकर अपने पिता दीनानाथ मंगेशकर से संगीत की शिक्षा लेती थी।
06- अभिनय भी किया था
बहुत ही कम लोग इस बात से वाकिफ हैं कि लता जी ने अभिनय किया था। यूं तो जब ये 5 साल की थी तो इन्होंने एक बाल नाटक में अभिनय किया था। लेकिन जब ये 14 साल की उम्र में आई तो इन्होंने कुछ फिल्मों में हीरो या हीरोइन की बहन का रोल भी किया था।
पर चूंकि लता जी को संगीत से बेहद प्यार था तो उन्होंने एक्टिंग में कभी दिलचस्पी नहीं ली और कुछ ही दिनों में एक्टिंग को पूरी तरह से छोड़ दिया और अपना सारा ध्यान संगीत में लगाने लगीं।
07- एक दिन के लिए ही गई स्कूल
लता जी के बारे में ये बात पूरी तरह सच है कि वो अपने जीवन में केवल एक दिन के लिए ही स्कूल गई थी। हुआ कुछ यूं था कि लता जी और आशा जी एक साथ स्कूल गई थी।
लेकिन चूंकि उनके पिता ने फीस केवल एक बेटी की ही भरी थी तो टीचर ने लता की छोटी बहन आशा को ये कहकर स्कूल से निकाल दिया कि अगर दो बच्चे पढ़ेंगे तो फीस भी दो की ही देनी होगी। इस घटना के बाद लता जी फिर दोबारा कभी स्कूल नहीं गई। हालांकि बाद में उन्होंने घर पर ही थोड़ी बहुत पढ़ाई की थी।
08- जब लता जी को दिया गया ज़हर
ये घटना सन 1962 की है। उस वक्त लता जी की उम्र 33 साल थी। एक सुबह जब वो सोकर उठी तो उन्हें अपने पेट में बहुत तेज़ दर्द महसूस हुआ। उन्हें उल्टी होना शुरू हो गई।
उन्होंने उल्टी पर ध्यान दिया तो उसमें उन्हें हरा रंग नज़र आया। लता जी की हालत हर पल खराब होती जा रही थी। वो हिल भी नहीं पा रही थी।
पूरे शरीर में बेहद तेज़ दर्द हो रहा था। इलाज के लिए एक डॉक्टर को बुलाया गया। डॉक्टर ने लता जी की अच्छे से जांच की और उसने बताया कि इन्हें ज़हर दिया गया है।
बताया जाता है कि उसी दिन लता जी का कुक अपने बचे हुए पैसे लिए बगैर ही नौकरी छोड़कर भाग गया। वो कभी हाथ नहीं आया। इसके बाद से ही लता जी की छोटी बहन ऊषा मंगेशकर ने रसोई को अपने कंट्रोल में ले लिया।
09- पिता अभिनय भी करते थे
लता जी के पिता गुरू दीनानाथ मंगेशकर शास्त्रीय संगीत में तो पारंगत थे ही। साथ ही वे नाटकों में अभिनय भी किया करते थे। एक और बात जो लता जी के फैंस को भी कम ही मालूम है वो ये कि लता जी की मां शेवंथी मंगेशकर उनके पिता दीनानाथ मंगेशकर की दूसरी पत्नी थी।
दीनानाथ मंगेशकर की पहली पत्नी नर्मदा की मृत्यु शादी के कुछ ही महीनों बाद हो गई थी। एक और खास बात ये है कि दीनानाथ मंगेशकर भाव बंधन नाम के एक नाटक में अभिनय कर रहे थे।
उस नाटक में एक किरदार का नाम लतिका था। उसी से प्रभावित होकर दीनानाथ मंगेशकर जी ने अपनी बड़ी बेटी हेमा का नाम बदलकर लता रखा था।
10- गुलाम हैदर थे लता जी के गॉडफादर
ऐसा हम नहीं, खुद लता जी कहती हैं कि डायरेक्टर गुलाम हैदर उनके लिए किसी गॉडफादर से कम नहीं थे। चूंकि पतली आवाज़ होने के चलते करियर की शुरूआत में लता जी को काफी आलोचनाओं का शिकार होना पड़ा था।
लेकिन डायरेक्टर गुलाम हैदर को लता जी के टैलेंट पर पूरा भरोसा था। उन्होंने लता जी से कई गीत गवाए और उनमें से ज़्यादातर गीत आगे चलकर बहुत हिट हुए। इसलिए लता जी गुलाम हैदर की हमेशा कृतज्ञ रहीं।
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