100 Days Movie 1991 Trivia | Jackie Shroff & Madhuri Dixit Starrer | 06 अनसुनी और रोचक कहानियां
100 Days Movie 1991 Trivia. 31 मई 1991 को रिलीज़ हुई साइकोलॉजिकल थ्रिलर 100 डेज़ किसी ज़माने में दूरदर्शन पर खूब आती थी।
और अगर आप भी दूरदर्शन के दर्शक रहे हैं तो आपने भी एक दफा तो देखी ही होगी। लगभग 1 करोड़ रुपए में बनी 100 डेज़ ने 9 करोड़ रुपए की कमाई की थी।
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| 100 Days Movie 1991 Trivia - Photo Courtesy: IMDB |
फिल्म का डायरेक्शन किया था पार्थो घोष ने। इस फिल्म में जैकी श्रॉफ, माधुरी दीक्षित, जावेद जाफरी, मून मून सेन, लक्ष्मीकांत बेर्डे, विजय अरोड़ा, शिवाजी साटम, अजीत वचानी और महावीर शाह ने अहम किरदार निभाए थे।
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| Jackie Shroff And Madhuri Dixit in 100 Days(1991) - Photo Courtesy: IMDB |
फिल्म में कुल छह गाने थे जिन्हें एसपी बालसुब्रमण्यम, लता मंगेशकर, अमित कुमार और अल्का यागनिक ने अपनी आवाज़ दी थी।
फिल्म का संगीत तैयार किया था रामलक्ष्मण ने। फिल्म का ट्रैक गब्बर सिंह ये कहकर गया जो डर गया वो मर गया, काफी पॉप्युलर हुआ था।
Meerut Manthan पर, आज पेश है 100 Days(1991) फिल्म की मेकिंग से जुड़ी कुछ रोमांचक और अनसुनी कहानियां। और आपको ये कहानियां पसंद आएंगी, इसका हमें पूरा यकीन है। 100 Days Movie 1991 Trivia.
पहली कहानी
100 डेज़ में जावेद जाफरी सुनील के रोल में नज़र आए थे जो कि एक सपोर्टिंग रोल था। हालांकि जब ये फिल्म अनाउंस हुई थी उस वक्त जावेद जाफरी को इसमें लीड रोल में कास्ट किया गया था। और जावेद के अपोज़िट एक्ट्रेस नीलम को साइन किया गया था।
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| Javed Jaffrey in 100 Days(1991) - Photo Courtesy: IMDB |
लेकिन उन दिनों नीलम कई दूसरे प्रोजेक्ट्स में बिज़ी थी तो उन्होंने ये फिल्म छोड़ दी। नीलम के फिल्म छोड़ने के बाद इस फिल्म की स्क्रिप्ट में काफी बदलाव किया गया और इस दफा जैकी श्रॉफ और माधुरी दीक्षित को लीड रोल्स के लिए कास्ट किया गया।
जावेद जाफरी को जब पता चला कि अब इस फिल्म में उन्हें एक सपोर्टिंग रोल निभाना है तो पहले तो वो काफी नाराज़ हुए।
लेकिन चूंकि उन्हें इस फिल्म की स्क्रिप्ट काफी पसंद थी तो उन्होंने ये रोल आखिरकार अक्सेप्ट कर ही लिया।
दूसरी कहानी
100 डेज़ जब रिलीज़ हुई थी तो उस दौरान माधुरी दीक्षित का करियर उठान पर था। अनिल कपूर और बोनी कपूर संग माधुरी दीक्षित की बढ़िया दोस्ती थी।
फिल्म के प्रोड्यूसर प्राणलाल मेहता पहले इस फिल्म में एक्ट्रेस फराह नाज़ को कास्ट करना चाहते थे।
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| Madhuri Dixit in 100 Days(1991) - Photo Courtesy: IMDB |
ये बात जब अनिल कपूर और बोनी कपूर को पता चली तो उन्होंने प्राणलाल मेहता को सलाह दी कि वो इस फिल्म में फराह नाज़ को ड्रॉप करके माधुरी दीक्षित को साइन करें।
और प्राणलाल ने उनकी बात मान भी ली। दरअसल, अनिल कपूर और बोनी कपूर की फराह नाज़ से ज़रा भी नहीं बनती थी।
1989 में आई फिल्म रखवाला में अनिल कपूर ने फराह नाज़ के साथ काम ज़रूर किया था। लेकिन उसी फिल्म की शूटिंग के दौरान ही अनिल और फराह की लड़ाई हो गई थी। तभी से अनिल कपूर और बोनी कपूर फराह नाज़ के खिलाफ रहने लगे थे।
तीसरी कहानी
100 डेज़ फिल्म का सबसे पॉप्युलर सॉन्ग था गब्बर सिंह ये कहकर गया, जो डर गया वो मर गया।
कहा जाता है कि फिल्म के मेकर्स ने ये गाना अमजद खान को डैडिकेट करने के लिए फिल्म में लिया था।
इस गाने में माधुरी दीक्षित और जावेद जाफरी ने पहली दफा एक साथ परफॉर्म किया था।
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| Madhuri Dixit in 100 Days - Photo Courtesy: IMDB |
हालांकि इसी फिल्म का सॉन्ग ‘ले ले दिल, दे दे दिल’ पहला और आखिरी ऐसा सॉन्ग है जिसमें जावेद जाफरी और माधुरी दीक्षित ने साथ में डांस किया था।
ये दोनों ही उस ज़माने के टॉप डांसर्स हुआ करते थे। और फिल्म का दूसरा सबसे पॉप्युलर गाना यही गाना था।
इस सॉन्ग से जुड़ी एक और दिलचस्प बात ये है कि मशहूर डॉली बिंद्रा ने इस गाने में एज़ ए बैकग्राउंड डांसर परफॉर्म किया था।
और केवल डॉली बिंद्रा ही नहीं, दिग्गज कोरियोग्राफर गणेश आचार्य ने भी इस सॉन्ग में बैकग्राउंड में डांस किया था।
चौथी कहानी
100 डेज़ का बैकग्राउंड म्यूज़िक भी अपने वक्त में चर्चा का विषय बन गया था। इस फिल्म के बैकग्राउंड म्यूज़िक में कई एक्सपैरीमेंट्स किए गए थे।
फिल्म का वो सीन जब जैकी श्रॉफ माधुरी को टेलिफोन करते हैं, वहां बैकग्राउंड में एक म्यूज़िक सुनाई देता है जो कि 1965 में आई गुमनाम फिल्म के टाइटल ट्रैक गुमनाम है कोई का रीवर्किंग सैम्पल था।
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| Madhuri Dixit in 100 Days(1991) - Photo Courtesy: IMDB |
यही म्यूज़िक 100 डेज़ के गाने सुन बेलिया से ठीक पहले वाले सीन में भी सुनाई दिया था।
ठीक इसी तरह फिल्म का वो सीन जिसमें हत्यारा रमा की लाश को दीवार में चिनता है, उसमें जो बैकग्राउंड म्यूज़िक हमें सुनाई देता है वो जया प्रदा के मशहूर डाबर आंवला तेल वाले कमर्शियल से कॉपी किया गया है।
इसी फिल्म का वो सीन जिसमें माधुरी दीक्षित स्वीमिंग पूल में जाती है और उसमें जो बैकग्राउंड हमें सुनाई देता है, वही बैकग्राउंड म्यूज़िक वक्त हमारा है फिल्म के उस सीन में भी सुनाई देता है जिसमें सुनील शेट्टी अपने हाथों से कार उठाते हैं।
हालांकि Waqt Hamara Hai फिल्म में इस म्यूज़िक को डिफरेंट अरेंजमेंट्स के साथ नदीम श्रवण ने इस्तेमाल किया था।
पांचवी कहानी
100 डेज़ में एक्ट्रेस मुन मुन सेन ने रमा का किरदार निभाया था। मुनमुन सेन अपने ज़माने की लैजेंडरी एक्ट्रेस सुचित्रा सेन की बेटी हैं।
और ये भी एक इत्तेफाक ही है कि फिल्म इंडस्ट्री में सुचित्रा सेन को रमा के नाम से ही पुकारा जाता था। ये फिल्म डायरेक्ट की थी पार्थो घोष ने और यही फिल्म पार्थो घोष की पहली हिंदी फिल्म भी थी।
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| Jackie Shroff in 100 Days(1991) - Photo: Courtesy: IMDB |
पार्थो घोष ने तो इस फिल्म का सीक्वेल भी तैयार कर लिया था जिसका नाम था 101 डेज़। हालांकि बाद में फाइनेंस को लेकर कुछ विवाद हुआ और वो फिल्म कभी रिलीज़ ही नहीं हो पाई।
कहा ये भी जाता है कि पहले इस फिल्म में जैकी श्रॉफ का कैरेक्टर निगेटिव शेड वाला था। लेकिन जैकी श्रॉफ ने पार्थो घोष पर दबाव बनाकर अपने कैरेक्टर को क्लाइमैक्स में पॉज़िटिव दिखवाया था।
इस बात को लेकर पार्थो घोष और जैकी श्रॉफ का विवाद भी हुआ था। और जैकी श्रॉफ ने अपने उपर लगे इल्ज़ामों पर सफाई देते हुए कहा था कि फिल्म की स्क्रिप्ट पहले ही ऐसी थी।
इसिलिए उन्होंने ये फिल्म साइन की थी। और जब उन्होंने फिल्म साइन की थी तो उस वक्त ये तय नहीं था कि पार्थो घोष इस फिल्म को डायरेक्ट करेंगे।
छठी कहानी
100 डेज़ को विदेश में रह रहे भारतीयों के लिए वीएचएस पर रिलीज़ किया गया था। लेकिन जिस डिस्ट्रिब्यूटर को इस फिल्म के विदेशों में डिस्ट्रिब्यूशन की ज़िम्मेदारी दी गई थी उसने एक बहुत बड़ा ब्लंडर कर दिया था।
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| Madhuri Dixit & Jackie Shroff in 100 Days(1991) - Photo Courtesy: IMDB |
दरअसल, जैकी श्रॉफ के ब्लैक हैट और लॉन्ग जैकेट वाले लुक को वीएचएस पर छाप कर डिस्ट्रिब्यूटर ने ये फिल्म रिलीज़ की थी। जबकी जैकी का ये लुक इस फिल्म के क्लाइमैक्स में ही नज़र आता है।
लेकिन डिस्ट्रिब्यूटर के ये तस्वीर वीएचएस के कवर पर छापने की वजह से फिल्म का सस्पेंस खत्म हो गया। जो कि किसी सस्पेंस फिल्म के लिए अपने आप में एक बड़ी खराब बात थी।








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