Ranbir Kapoor | 10 बड़ी ही रोचक और अनसुनी कहानियां | Lesser Known Facts

Ranbir Kapoor. मौजूदा दौर में कपूर खानदान का सबसे नामी और मशहूर चेहरा। यकीनन, पिता ऋषि कपूर ही नहीं, बल्कि पूरे कपूर खानदान की लैगेसी को सक्सेसफुली अपने दम पर रणबीर कपूर आगे ले जा रहे हैं। अब तक के अपने करियर में रणबीर ने एक से बढ़कर एक धांसू फिल्मों में काम किया है। 

lesser-known-facts-of-ranbir-kapoor
Lesser Known Facts of Ranbir Kapoor - Photo: Social Media

वैसे, कुछ फ्लॉप्स भी इनके नाम पर दर्ज हैं। लेकिन जिन फिल्मों में रणबीर ने अपनी एक्टिंग का जलवा दिखाया है वो वाकई में कमाल है। 

तभी तो, जहां एक वक्त वो था जब केवल नई उम्र के लोग ही रणबीर कपूर को पसंद करते थे। लेकिन आज तो रणबीर के फैंस लगभग हर एज के सिने लवर्स हैं।

Ranbir Kapoor की ज़िंदगी यूं तो एक खुली किताब है। लेकिन ये किताब इतनी बड़ी है कि इसका हर पन्ना हर एक के लिए पढ़ पाना मुमकिन नहीं। मगर आज हमने Ranbir Kapoor की ज़िंदगी के कुछ पन्नों को ज़रूर आपके लिए खंगाला है। और यकीन कीजिएगा साथियों, रणबीर कपूर की जो कहानियां आज हम आपको बताने जा रहे हैं, वो आपको बहुत ज़्यादा पसंद आने वाली हैं। 

पहली कहानी

जैसा कि हम सब जानते हैं कि रणबीर कपूर और सोनम कपूर दोनों ने फिल्म सांवरिया से डेब्यू किया था। सांवरिया की शूटिंग के दौरान कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में दावे किए गए थे कि रणबीर और सोनम के बीच अफेयर चला रहा है। 

हालांकि सोनम और रणबीर दोनों ने ही हमेशा इस तरह की बातों को खारिज किया है। दोनों ने यही कहा कि हम हमेशा से अच्छे दोस्त रहे हैं। लेकिन हमारे बीच कभी भी अफेयर नहीं था। 

वैसे, अगर ऐसा सच है तो ये अच्छा ही हुआ कि इन दोनों के बीच कभी उस तरह का कोई रिलेशन नहीं रहा। क्योंकि अगर रणबीर और सोनम की फैमिली रूट्स को खंगाला जाए तो दोनों कहीं ना कहीं एक ही खानदान से ताल्लुक रखते हैं। 

दरअसल, रणबीर कपूर के पड़दादा पृथ्वीराज कपूर और अनिल कपूर के पिता सुरिंदर कपूर दूर के रिश्ते के कज़िन्स थे। 

यानि देखा जाए तो अनिल कपूर रिश्ते में राज कपूर के भाई और उनके बेटे ऋषि कपूर के अंकल लगते थे। और इस लिहाज से अनिल की बेटी सोनम कपूर ऋषि कपूर की बहन हुई। यानि रणबीर कपूर की बुआ। 

तो अगर एक भतीजा अपनी बुआ के साथ अफेयर रखता तो सोचिए, वो रिश्ता कितना अजीब होता। वैसे, ये बॉलीवुड है। यहां कुछ भी हो सकता है।

दूसरी कहानी

रणबीर कपूर के ताऊ जी यानि ऋषि कपूर के बड़े भाई रणधीर कपूर की पत्नी बबीता एक्ट्रेस साधना शिवदसानी की कज़िन थी। इस लिहाज से साधना जी रणबीर की भी रिश्तेदार थी। खैर, पॉइन्ट ये नहीं है। 

पॉइन्ट है कि साल 2014 में साधाना जी रणबीर के साथ एक फैशन शो में रैंप वॉक करते दिखी थी। उस शो में साधना जी ने पिंक साड़ी पहनी थी। 

और इत्तेफाक से ये साधना जी का आखिरी पब्लिक अपीयरेंस था। इसके लगभग डेढ़ साल बाद अचानक हुए बहुत तेज़ बुखार की वजह से साधना जी की मृत्यु हो गई थी। 

साधना जी को अंतिम विदाई देने ऋषि कपूर जब उनके घर पहुंचे थे तो वो ये देखकर काफी इमोशनल हो गए थे कि साधना जी ने उस फैशन शो में ली गई अपनी और रणबीर की तस्वीर को फ्रेम कराकर अपने बैडरूम में लगाया हुआ था।

तीसरी कहानी

सांवरिया फिल्म की शूटिंग के दौरान एक दिन कुछ ऐसा हुआ था कि संजय लीला भंसाली रणबीर कपूर पर बहुत ज़्यादा भड़क गए थे। और उन्होंने रणबीर को बड़ी तगड़ी डांट लगा दी थी। 

हुआ कुछ यूं था कि रणबीर कपूर एक सीन में बार-बार गड़बड़ कर रहे थे। संजय लीला भंसाली ने सोचा कि उन्हें फिर से रणबीर को वो सीन ब्रीफ करना चाहिए और उनकी मदद करनी चाहिए। 

वो रणबीर के पास गए और उन्हें सीन फिर से समझाने लगे। लेकिन उस वक्त रणबीर कपूर इतने ज़्यादा एक्सायटेड थे कि उन्होंने भंसाली की बात पूरी सुनी ही नहीं। और दरवाज़ा बंद कर लिया। रणबीर का यूं इस तरह से दरवाज़ा बंद करना भंसाली को बहुत बुरा लगा। 

उन्होंने रणबीर से कहा, तुम क्या खुद को दिलीप कुमार से ज़्यादा बड़ा एक्टर समझते हो। या स्टार का बेटा होने की गलतफहमी है तुम्हें। मेरी फिल्म में ये सब चलने वाला नहीं है। 

उस दिन रणबीर को बड़ा झटका लगा। लेकिन उन्होंने संजय लीला भंसाली को पलटकर कोई जवाब नहीं दिया। क्योंकि रणबीर समझ गए थे कि गलती उनकी है।

चौथी कहानी

रणबीर कपूर की फिल्मोग्राफी पर नज़र डाली जाए तो उन्होंने संजय लीला भंसाली की फिल्म सांवरिया से डेब्यू किया था। 

लेकिन सांवरिया से पहले भी रणबीर कपूर एक शॉर्ट फिल्म में एक्टिंग कर चुके थे। इस शॉर्ट फिल्म का नाम था कर्मा। और ये बांद्रा फिल्म फेस्टिवल में प्रदर्शित की गई थी। 

ये फिल्म बी.आर.फिल्म्स ने प्रोड्यूस की थी। उस शॉर्ट फिल्म में रणबीर कपूर ने आर्यन नाम के एक ऐसे लड़के का कैरेक्टर प्ले किया था जिसके पिता एक जेलर होते हैं। 

और आर्यन से कुछ ऐसा अपराध हो जाता है कि उसे उसके पिता की जेल में ही फांसी लगाने के लिए लाया जाता है। रणबीर के पिता का कैरेक्टर एक्टर शरत सक्सैना ने प्ले किया था।

और यकीन कीजिएगा दोस्तों। रणबीर ने उस शॉर्ट फिल्म में टॉप लेवल की एक्टिंग की है। यूट्यूब पर मौजूद है। चाहे तो आप भी रणबीर की एक्टिंग का एक क्लासिक नमूना देख सकते हैं।

पांचवी कहानी

रणबीर कपूर के करियर की सबसे बेस्ट फिल्मों में से एक मानी जाती है रॉकस्टार। और नो डाउट, रणबीर ने इस फिल्म में बहुत ज़बरदस्त काम किया है। अपने कैरेक्टर को रिएलिस्टिक बनाने के लिए रणबीर ने बहुत ज़्यादा मेहनत की थी।

जैसे, रणबीर ने म्यूज़िक डायरेक्टर ए.आर.रहमान के स्टूडियो में जाकर कई दिनों तक गिटार बजाने की प्रैक्टिस की। और केवल गिटार ही नहीं, रणबीर ने तबले के बेसिक्स भी सीखे थे। 

और ये रणबीर की मेहनत का ही नतीजा था कि जॉर्डन के रोल में उन्हें बहुत ज़्यादा पसंद किया गया। फिल्मफेयर ने भी रणबीर कपूर को बेस्ट एक्टर अवॉर्ड से सम्मानित किया।

छठी कहानी

रणबीर कपूर की एक और शानदार फिल्म है बर्फी। जी हां, वही बर्फी जिसमें रणबीर ने एक गूंगे-बहरे लड़के का रोल निभाया था। बर्फी में भी रणबीर कपूर ने ज़बरदस्त एक्टिंग की थी। 

और इस फिल्म के लिए भी रणबीर कपूर को फिल्मफेयर बेस्ट एक्टर अवॉर्ड से नवाज़ा गया था। वैसे जानने लायक बात तो ये है कि भले ही बर्फी में रणबीर कपूर ने एक गूंगे-बहरे लड़के का रोल निभाया हो और एक भी लाइन ना बोली हो। 

लेकिन बर्फी फिल्म की शुरुआत में तंबाकू के खिलाफ जो वैधानिक चेतावनी सुनाई देती है, उसे रणबीर कपूर ने ही अपनी आवाज़ दी थी।

सातवीं कहानी

भले ही रणबीर कपूर फिल्म इंडस्ट्री के सबसे पुराने और पॉप्युलर फिल्मी खानदान में पैदा हुए हों। लेकिन ये बात भी सच है कि उन्होंने बचपन में ये कभी नहीं सोचा था कि वो बड़े होकर एक्टर ही बनेंगे।

ये बात रणबीर ने खुद एक इंटरव्यू में बताई थी कि वो जब सातवीं क्लास में आए थे तो उन्हें अहसास हो गया था कि वो पढ़ाई में अच्छे नहीं हैं। 

और इसलिए उन्हें अपने खानदान के दूसरे लोगों की तरह एक्टर ही बनना चाहिए। क्योंकि एक्टिंग एक ऐसा फील्ड है जहां स्कूली पढ़ाई की कोई ज़रूरत नहीं होती है।

आठवीं कहानी

रणबीर कपूर अपने खानदान के पहले ऐसे मर्द हैं जिन्होंने स्कूल और कॉलेज की पढ़ाई कंप्लीट की थी। वैसे तो रणबीर के ग्रेट ग्रैंड फादर पृथ्वीराज कपूर काफी पढ़े-लिखे थे। 

लेकिन उनके बड़े बेटे और रणबीर कपूर के दादा राज कपूर अपनी स्कूलिंग तक कंप्लीट नहीं कर सके थे। हालांकि राज कपूर के दोनों छोटे भाई, शम्मी कपूर और शशि कपूर ज़रूर दसवीं तक पढ़े थे। 

बात अगर राज कपूर के बेटों की करें तो उनके बड़े बेटे रणधीर कपूर नाइन्थ फेल थे। रणबीर के पिता यानि राज कपूर के दूसरे बेटे ऋषि कपूर सेवन्थ फेल थे। और रणबीर के चाचा राजीव कपूर सिक्स्थ फेल थे। 

जब रणबीर ने 12वीं क्लास पास की थी तो उस वक्त वो न्यूयॉर्क में अपने पिता के साथ आ अब लौट चलें फिल्म में बतौर असिस्टेंट काम कर रहे थे। 

और इत्तेफाक से रणबीर की दादी कृष्णा राज कपूर भी वहां मौजूद थी। कृष्णा राज कपूर को जब खबर मिली की उनका पोता रणबीर 12वीं पास हो गया है तो खुशी के मारे उनके आंसू निकल आए थे। और उन्होंने शगुन के तौर पर रणबीर को कुछ पैसे भी दिए थे।

नौंवी कहानी

एक इंटरव्यू में रणबीर ने बताया था कि मुंबई के एच.आर. कॉलेज में दो साल गुज़ारने के बाद वो न्यूयॉर्क के स्कूल ऑफ विज़ुअल आर्ट्स गए। 

वहां से उन्होंने तीन साल का फिल्म डायरेक्शन कोर्स किया। वो कंप्लीट करने के बाद न्यूयॉर्क के ही एक थिएटर स्कूल में पूरे एक साल तक रणबीर ने एक्टिंग की बारीकियां सीखी। 

और ये सब उन्होंने सिर्फ एक अच्छा डायरेक्टर या एक्टर बनने के लिए नहीं, बल्कि ज़िंदगी के कुछ साल घर और परिवार से दूर बिताने के लिए किया था। 

अमेरिका में रहकर एक्टिंग और डायरेक्शन के अलावा रणबीर ने अपनी लाइफ को भी जमकर एंजॉय किया था। वहां उनके कई अच्छे दोस्त बने। हालांकि उनमें से कुछ ऐसे भी थे जो नशा करते थे। 

रणबीर ने भी उन लोगों के साथ मिलकर कुछ नशे ट्राय किए थे। एक वक्त पर तो रणबीर को उन नशों की आदत भी लग गई थी। लेकिन बकौल रणबीर, अब वो इस तरह की सभी बुरी आदतों से कोसों दूर हैं।

दसवीं कहानी

एज़ ए लीड हीरो रणबीर कपूर की तीसरी फिल्म थी वेक अप सिड। ये फिल्म साल 2009 में रिलीज़ हुई थी। इस फिल्म में भी रणबीर ने बहुत खूबसूरत एक्टिंग की थी। 

हालांकि ये बात भी सच है कि रणबीर कपूर को जब ये फिल्म ऑफर हुई थी तो वो इसमें काम करना भी नहीं चाहते थे। दरअसल, रणबीर की डेब्यू फिल्म सांवरिया फ्लॉप हो गई थी। 

उनकी दूसरी फिल्म बचना ऐ हसीनों भी कुछ खास नहीं चली थी। इसलिए वो उस समय बहुत संभलकर ही फिल्मों का चुनाव कर रहे थे। 

यही वजह है कि जब अयान मुखर्जी ने रणबीर को अपनी फिल्म में कास्ट करने की इच्छा जताई तो उन्हें अयान पर बहुत ज़्यादा भरोसा नहीं हुआ। 

जबकी अयान ने इस फिल्म की कहानी में रणबीर के अलावा किसी दूसरे एक्टर को इमैजनि भी नहीं किया था। रणबीर ने अनमने ढंग से अयान को फिल्म की कहानी सुनने के लिए बुला लिया। 

और फिर जब रणबीर ने वेक अप सिड की कहानी सुनी तो वो अयान से बड़े प्रभावित हुए। रणबीर ने वेक अप सिड साइन कर ली। 

फिल्म भी बढ़िया बनी और रणबीर के काम की हर तरफ तारीफें हुई। इसी फिल्म के बाद से अयान मुखर्जी और रणबीर कपूर के बीच बहुत बढ़िया दोस्ती हो गई।

और फिर जब अयान ने ये जवानी है दीवानी फिल्म का ऑफर रणबीर को दिया तो उन्होंने बिना फिल्म की कहानी सुने ही अयान को हां कह दिया। यानि इस वक्त तक रणबीर को अयान मुखर्जी पर बहुत ज़्यादा भरोसा हो चुका था।

टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

Shailesh Kumar | पुराने ज़माने का वो हैंडसम एक्टर जिसका पूरा करियर एक अफ़वाह खा गई

Gavin Packard | 90s के बॉलीवुड का एक हैंडसम खलनायक, जिसका अंत बहुत बुरा हुआ | Biography

Priya Rajvansh | Heer Ranjha Movie की Beautiful Actress जिसका बेरहमी से Murder कर दिया गया | Biography