Bindu का वो Secret जो सालों तक उन्होंने Film Industry से छिपाकर रखा था
Bindu. ये नाम सुनते ही भारत के सिने प्रेमियों के ज़ेहन में एक ऐसी औरत की इमेज छप जाती है जो बेहद गुस्सैल और अपने से कमज़ोर लोगों, खासतौर पर औरतों पर ज़ुल्म ढाती है।
या फिर एक ऐसी औरत जो गैंगस्टर्स के साथ रहती है और गैंग के बॉस की खासमखास होती है। वैल, ये तो बिंदू की फिल्मी इमेज है। लेकिन असल ज़िंदगी में बिंदू अपनी फिल्मी इमेज से एकदम उलट हैं।
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| Secret of Actress Bindu - Photo: Social Media |
Bindu महज़ 18 साल की ही थी जब इन्होंने अपने Lover Champaklal Zaveri से Marriage कर ली थी। चंपक लाल Bindu के पड़ोसी थे और बिंदू की दोस्ती उनकी बहन से थी। बिंदू अक्सर अपनी सहेली यानि चंपक लाल झवेरी की बहन से मिलने उनके घर जाती रहती थी। वहीं पर बिंदू जी और चंपक जी के बीच नैनमटक्का होने लगा।
फिल्म इंडस्ट्री से छिपाई थी शादी की बात
और फिर फाइनली इन दोनों की शादी भी हो गई। वैसे इतनी आसानी से बिंदू जी की शादी नहीं हुई थी। और ना ही शादी के बाद बिंदू जी की ज़िंदगी आसान थी।
बिंदू जी की शादी की भी एक कहानी है। और वो कहानी आप मेरठ मंथन पर मौजूद बिंदू जी की बायोग्राफी में जान सकते हैं। फिलहाल वापस मूल किस्से पर लौटते हैं।
बिंदू जी ने लगभग चालीस सालों तक फिल्मों में काम किया। इस दौरान उन्होंने हर तरीके के किरदार निभाए। हालांकि ज़्यादातर इन्होंने निगेटिव शेड वाले कैरेक्टर्स ही निभाए हैं।
पर बहुत ही कम लोग ये बात जानते हैं कि बिंदू जी ने लंबे वक्त तक फिल्म इंडस्ट्री वालों को इस बात की भनक तक नहीं लगने दी थी कि उनकी शादी हो चुकी है।
शादी के बाद यूं हुई फिल्मों में वापसी
दरअसल, उस ज़माने में शादीशुदा औरतों को फिल्मों में बढ़िया रोल्स मुश्किल से ही मिल पाते थे। यूं तो बिंदू जी हिरोइन बनना चाहती थी। लेकिन बतौर एक्ट्रेस उन्हें कोई भी कास्ट नहीं कर रहा था।
ऐसे में अपने बहनोई लक्ष्मीकांत कुदलकर की सलाह पर बिंदू जी ने राज खोसला की फिल्म दो रास्ते में नीलांबरा देवी नाम का कैरेक्टर प्ले किया जो कि एज़ ए वैंप उनका पहला निगेटिव रोल था।
हालांकि जब इनके पति को पता चला कि बिंदू जी फिर से फिल्मों में काम करना चाहती हैं तो उन्हें ये बात थोड़ी अजीब लगी थी।
यहां आपको ये बताना ज़रूरी है कि चंपक जी से शादी करने से पहले बिंदू जी 1962 में आई फिल्म 'अनपढ़' में धर्मेंद्र व माला सिन्हा की बेटी का किरदार निभा चुकी थी। और 'अनपढ़' ही बिंदू जी की पहली फिल्म थी।
पति थे Bindu के फैसले से हैरान
बहरहाल, चंपक जी ने बिंदू जी से कहा कि फिल्मों में काम करने की क्या ज़रूरत है? हमें पैसों की तंगी तो है नहीं। फिर तुम क्यों फिल्मों में काम करना चाहती हो?
लेकिन बिंदू जी ने कहा,"नुकसान भी क्या है? मैं तो हमेशा से फिल्मों में काम करना चाहती थी। अब मौका मिल रहा है तो देख लेते हैं। अगर फिल्मी दुनिया रास नहीं आई तो छोड़ देंगे।"
बिंदू की ये बात सुनकर चंपक लाल झवेरी जी को भी लगा कि एक बार तो चांस लेना ही चाहिए। और फाइनली बिंदू जी ने राज खोसला की 'दो रास्ते' साइन कर ली।
और फिर तो इन्होंने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा। 40 साल लंबे अपने करियर में बिंदू जी ने एक बॉलीवुडिया वैंप के हर रंग-रूप को जिया।
कभी कैबरे डांस किया तो कभी रोमांस भी किया। और कई फिल्मों में तो बिंदू जी कॉमेडी करती हुई भी नज़र आई।

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