Goga Kapoor | रविंद्र कपूर कैसे बने Actor गोगा कपूर और हो गए इतने मशहूर | Biography
Goga Kapoor. गुज़रे ज़माने का एक ऐसा विलेन जो अपनी भारी भरकम आवाज़ के चलते बेहद मशहूर हुआ। सिल्वर स्क्रीन से लेकर छोटे पर्दे तक, गोगा कपूर ने अपनी दमदार एक्टिंग से लोगों का दिल जीत लिया।
रंगमंच की दुनिया में तो इन्होंने अपने हुनर से लोगों को अपना कद्रदान बना ही लिया था, लेकिन जब फिल्मों में इन्होंने काम करना शुरू किया तो वहां भी ये हर किसी के फेवरिट बन गए।
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Goga Kapoor Biography - Photo: Social Media |
Meerut Manthan पर आज पेश है Goga Kapoor की ज़िंदगी की कहानी। हम जानेंगे कि कैसे Goga Kapoor एक्टिंग की दुनिया में आए और कैसे एक वक्त पर भारत के लोग इनसे बेहद नफरत भी करने लगे थे।
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गोगा कपूर का शुरूआती जीवन
गोगा कपूर का जन्म हुआ था 15 दिसंबर सन 1940 को लाहौर में। भारत का बंटवारा हुआ तो इनका परिवार पाकिस्तान से भारत आ गया। इनका असली नाम था रविंद्र कपूर। लेकिन फिल्मों में इन्होंने अपना नाम गोगा कपूर कर लिया था।
भले ही गोगा कपूर ने फिल्मों में खूब काम किया हो। लेकिन एक वक्त ऐसा भी था जब ये केवल थिएटर ही किया करते थे। और खास बात ये है कि ये केवल अंग्रेजी नाटकों में ही काम करते थे।
अंग्रेजी में इनका अभिनय देखकर लोग इनसे काफी प्रभावित होते थे और अपने इसी हुनर के दम पर इन्होंने 1971 में रिलीज़ हुई फिल्म ज्वाला में पहली दफा ही एक बड़ा शानदार रोल हासिल किया था। फिल्म में इनके काम को काफी पसंद भी किया गया था।
गोगा कपूर के करियर की दूसरी फिल्म
साल 1973 में रिलीज़ हुई अमिताभ बच्चन की सुपरहिट फिल्म ज़ंजीर में ये गोगा के किरदार में नज़र आए। इनका ये किरदार बेशक काफी छोटा था, लेकिन उस छोटे से किरदार में ही इन्होंने अपनी ज़बरदस्त छाप छोड़ी थी। इसी फिल्म से अमिताभ बच्चन के साथ इनकी गहरी दोस्ती हो गई थी।
इसके बाद गोगा कपूर और अमिताभ बच्चन कई फिल्मों में साथ नज़र आए थे। इनका अभिनय इतना शानदार था कि पहली फिल्म के बाद ही कई रीजनल फिल्मों के ऑफर्स भी इन्हें खूब मिलने लगे थे।
इन्होंने कुछ रीजनल फिल्मों में काम भी किया था। हालांकि बाद में कमज़ोर कहानियों के चलते इन्होंने रीजनल सिनेमा करना बंद कर दिया। बहुत कम लोग इस बात से वाकिफ हैं कि गोगा कपूर के करियर की दूसरी फिल्म थी एक कुंवारी एक कुंवारा।
साल 1973 में रिलीज़ हुई इस फिल्म में इन्होंने विलेन का किरदार निभाया था। इस फिल्म में इन्होंने इतना ज़बरदस्त काम किया था कि इसके बाद तो इनका करियर विलेन के रूप में चल निकला।
केवल विलेन ही नहीं थे गोगा कपूर
धीरे-धीरे ये मशहूर होने लगे और इनकी शख्सियत ने इन्हें एक ऐसा विलेन बना दिया जिससे लोग असल ज़िंदगी में घबराने लगे। जहां एक दौर में लोग केएन सिंह और प्राण जैसे विलेन से खौफ खाते थे तो वहीं बदलते दौर के विलेन के तौर पर गोगा कपूर स्थापित हो चुके थे।
इनका डील डौल और इनकी भारी भरकम आवाज़ ने इन्हें इतना मशहूर कर दिया कि लोग सच में इन्हें देखकर खौफज़दा हो जाते थे। वैसे ये भी सच है कि इन्होंने अपने करियर में कुछ ऐसी फिल्में भी की हैं जिसमें ये कोई विलेन नहीं बल्कि पॉजिटिव रोल में नज़र आए।
ऐसी ही एक फिल्म थी कयामत से कयामत तक। जो कि आमिर खान की पहली सुपरहिट फिल्म थी। इस फिल्म में ये कोई विलेन नहीं थे। इनके काम को बेहद पसंद किया गया था। हालांकि इनके सबसे उत्कृष्ट रोल्स की बात हो तो ये वही रोल्स होंगे जिनमें ये विलेन बने थे।
मनमोहन देसाई की फिल्म तूफान में डाकू शैतान सिंह का इनका किरदार भला कौन भुला सकता है। वहीं फिल्म अग्निपथ में भी इनका रोल बेहद मजबूत था, जो कि इन्होंने बड़ी ही खूबसूरती से निभाया था।
गोगा कपूर की प्रमुख फिल्में
इनके करियर की प्रमुख फिल्मों की बात करें तो इन्होंने हेरा फेरी, खून पसीना, मैं तुलसी तेरे आंगन की, मुकद्दर का सिकंदर, मिस्टर नटवरलाल, दो और दो पांच, दोस्ताना, शान, याराना, लावारिस, सत्ते पे सत्ता, कुली, बेताब, अर्जुन, सागर, झूठी, मर्द, गंगा जमुना सरस्वती, अल्लाह रक्खा, जंगल की बेटी, सड़क छाप, इलाका, हातिम ताई, थानेदार, जंगल लव, पत्थर के फूल, कुर्बान, पुलिस ऑफिसर, जिगर, मैं खिलाड़ी तू अनाड़ी, राजा की आयेगी बारात, रिफ्यूजी, हिंदुस्तान की कसम और रन जैसी फिल्मों में काम किया।
छोटी बड़ी मिलाकर इन्होंने तीन सौ से भी ज़्यादा फिल्मों में काम किया था। इनकी आखिरी रिलीज़्ड फिल्म थी साल 2006 में रिलीज हुई दरवाज़ा बंद रखो। इसके बाद ये बीमार रहने लगे थे और इन्होंने एक्टिंग से खुद को दूर कर लिया था।
महाभारत में बने थे कंस
गोगा कपूर के करियर की बात हो तो बीआर चोपड़ा की महाभारत की बात हर हाल में की जाएगी। इनके एक्टिंग करियर के सबसे यादगार रोल्स में से एक था महाभारत में इनके द्वारा निभाया गया कंस का किरदार।
इस किरदार में तो ये ऐसे बस गए थे कि लोगों ने हकीकत में ही इन्हें कंस समझ लिया था कहना चाहिए कि गोगा कपूर के करियर को फिर से चमकाने में महाभारत का बहुत बड़ा हाथ रहा है।
महाभारत ने वैसे भी कई एक्टर्स का करियर चमका दिया था। कंस के किरदार में गोगा कपूर एकदम फिट लगते थे। आलम ये था कि गोगा कपूर अगर कहीं घूमने भी निकल जाएं और लोग उन्हें देख लें तो अक्सर इनसे लोग एक ही सवाल करते थे कि आपने अपनी बहन देवकी पर इतना ज़्यादा अत्याचार आखिर क्यों किया।
वैसे, महाभारत से पहले ये दूरदर्शन के बेहद मशहूर शो रहे बुनियाद में आत्मारमन के किरदार में नज़र आ चुके थे। गोगा कपूर ने ज़ी हॉरर शो के भी कुछ एपिसोड्स में काम किया था।
ऐसी थी इनकी निजी ज़िंदगी
गोगा कपूर की ये खासियत थी कि वो चाहे किसी बड़े किरदार में नज़र आएं या फिर किसी छोटे किरदार में। ये अपने काम से उस किरदार की ऐसी छाप छोड़ते थे कि वो किरदार लोगों के ज़ेहन में कुछ समय तक के लिए बस जाता था।
अमिताभ बच्चन की फिल्म अग्निपथ में बेशक मेन विलेन डैनी थे लेकिन गोगा कपूर ने भी बड़ा ज़बरदस्त काम इस फिल्म में किया था। इनकी निजी ज़िंदगी के बारे में बात करें तो इन्होंने शांता कपूर जी से शादी की थी। शांता कपूर और इनकी तीन बेटियां हुई।
गोगा कपूर जी की बड़ी बेटी का नाम है पायल कपूर और ये थिएटर और फिल्मों में एक्टिंग करती हैं। इन्होंने अपना बढ़िया नाम भी बनाया है। इनकी दूसरी बेटी का नाम है शैली कपूर और तीसरी बेटी का नाम है सोनू कपूर।
और दुनिया से चले गए गोगा कपूर
2 मार्च 2011. यही वो तारीख थी जब लंबे वक्त से बीमार चल रहे गोगा कपूर ने 70 साल की उम्र में इस दुनिया से विदाई ले ली। गोगा कपूर का अभिनय का सफर बेहद शानदार और दमदार रहा।
इंटरनेट पर बहुत जगहों पर गोगा कपूर जी के मृत्यु की तारीख 3 मार्च बताई जाती है। लेकिन गोगा कपूर जी की बेटी पायल कपूर बताती हैं कि उनके पिता की मृत्यु 2 मार्च को हुई थी। ना कि 3 मार्च को।
इन्होंने कई बेहतरीन रोल निभाए। लेकिन ये भी सच है कि इन्हें कभी भी वो सुर्खियां नहीं मिल सकी थी जो कि इनके समकालीन दूसरे अभिनेताओं और विलेन्स को मिली।
हालांकि इतना ज़रूर कहा जाएगा कि अपनी दमदार शख्सियत और शानदार आवाज़ से इन्होंने बॉलीवुड में अपना वो मुकाम बनाया था जिसका ख्वाब कई अभिनेता देखते रह जाते हैं। मेरठ मंथन और इसके सभी पाठकों की तरफ से गोगा कपूर जी को शत शत नमन।
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