Biography of Actor Suresh Chatwal | एक वक्त के शानदार अभिनेता सुरेश चटवाल की कहानी जानिए
आज भी बहुत से लोग ऐसे हैं जो इनका नाम नहीं जानते होंगे। मगर इनका चेहरा फ़िल्म के शौकीनों के लिए जाना-पहचाना है। इन्होंने बहुत सी फ़िल्मों में काम जो किया था। कभी नायक के दोस्त, भाई या किसी और रूप में ये फ़िल्मों में दिखे। तो कभी खलनायकी भरे किरदार भी इन्होंने निभाए।
कई तरह के किरदार इन्होंने निभाए थे। कई दफ़ा इन्होंने इमोशनल किया। कई दफ़ा हंसाया भी। कभी डराया तो कभी गुड मैन बनकर फ़ील गुड भी कराया। नाम है इनका सुरेश चटवाल।
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Biography of Actor Suresh Chatwal - Photo: Social Media |
Suresh Chatwal जी का जन्म हुआ था 5 जुलाई 1947 को। जिस वक्त Suresh Chatwal जी पैदा हुए थे उस वक्त तक देश का विभाजन नहीं हुआ था। मगर विभाजन का चर्चा ज़ोरों पर था।
सुरेश जी के पिता का नाम तीरथ राम चटवाल था। वो एक फ़िल्म फाइनेंसर थे। और सुरेश जी की मां शीला चटवाल हाउसवाइफ़ थी। सुरेश चटवाल पांच भाई-बहन थे। चार भाई और एक बहन।
जब देश का विभाजन हुआ तो सुरेश चटवाल जी के पिता अपने परिवार को लेकर दिल्ली आ गए। सुरेश जी की परवरिश और पढ़ाई-लिखाई दिल्ली में ही हुई। सुरेश जी ने बीएससी किया था।
सुरेश जी को फ़िल्में बचपन से ही पसंद आती थी। और बचपन में ही उन्होंने तय कर लिया था कि बड़े होकर उन्हें एक्टर बनना है। एक्टर बनने की उनकी ख्वाहिश को और पंख तब लग गए जब कॉलेज में उनके दोस्तों ने उनसे कहा,"यार तू तो बहुत हैंडसम है। तुझे तो फ़िल्मों में हीरो होना चाहिए।"
आखिरकार सुरेश चटवाल जी ने पुणे स्थित फ़िल्म एंड टेलिविज़न इंस्टिट्यूट ऑफ़ इंडिया यानि FTII जाने का फ़ैसला किया। सुरेश जी को बिना ज़्यादा परेशानी के FTII में दाखिला मिल भी गया। डैनी डैनज़ोंगपा व जया बच्चन FTII में सुरेश चटवाल जी के बैचमेट थे।
सुरेश जी का नसीब इतना तेज़ था कि जब ये FTII में पढ़ाई कर रही रहे थे, तभी राजश्री बैनर्स ने अपनी कुछ फ़िल्मों के लिए उन्हें साइन कर लिया था। उन फ़िल्मों का नाम है पिया का घर, मेरे भैया, हनीमून, उपहार।
ये सभी फ़िल्में चर्चित तो ज़रूर रही। मगर सुरेश जी को इन फ़िल्मों से कुछ फ़ायदा नहीं हुआ। 1974 में उन्होंने लीड हीरो के तौर पर भी एक फ़िल्म साइन की थी जिसका नाम था आलिंगन। मगर वो फिल्म भी नहीं चली।
सुरेश जी को अपने करियर की फ़िक्र होने लगी। कुछ लोगों ने तब सुरेश चटवाल जी को एक्टिंग छोड़कर कुछ और काम करने की सलाह भी दी। मगर सुरेश जी ने वो बातें नज़रअंदाज़ की। क्योंकि उन्हें करना तो अभिनय ही था।
आखिरकार सुरेश चटवाल जी ने फ़ैसला किया कि फ़िल्म इंडस्ट्री में टिके रहने के लिए वो सपोर्टिंग किरदार ही निभाएंगे। बस फिर क्या था। सुरेश जी के पास काम ही काम हो गया। इतना काम कि उन्हें फ़ुर्सत तक नहीं मिलती थी।
अनेकों फ़िल्मों में सुरेश चटवाल जी ने काम किया। अपने समय के हर बड़े स्टार के साथ स्क्रीन शेयर की। टीवी पर भी सुरेश जी ने कुछ यादगार शोज़ में काम किया था। जैसे नुक्कड़, इंतज़ार, जुनून, तहक़ीक़ात, राजा और रैंचो व एफआईआर।
साथियों इस लेख में दी गई सभी जानकारियां हमने स्वर्गीय तबस्सुम गोविल जी के यूट्यूब चैनल "तबस्सुम टॉकीज़" के एक वीडियो से ली हैं जिसे तबस्सुम जी के पुत्र होशांग गोविल जी ने रिकॉर्ड किया है।
होशांग जी अपने उस वीडियो में बताते हैं कि उन्होंने भी सुरेश चटवाल जी के साथ कुछ टीवी शोज़ में काम किया था। इस दौरान होशांग गोविल जी को अनुभव हुआ कि सुरेश चटवाल जी बहुत अच्छे एक्टर तो थे ही, बहुत बेहतरीन इंसान भी थे।
17 नवंबर 1983 को सुरेश चटवाल जी ने उषा जी से शादी कर ली थी। सुरेश जी का बेटा है जिसका नाम यमन चटवाल है। यमन चटवाल यूं तो रियल एस्टेट में बिज़नेस करते हैं। लेकिन अपने पिता की ही तरह यमन चटवाल एक्टर भी हैं। यमन चटवाल की भी शादी हो चुकी है और वो भी बाल-बच्चोंदार हैं। यानि सुरेश चटवाल जी दादा भी बन चुके थे।
सुरेश चटवाल जी और ज़्यादा काम करना चाहते थे। मगर शरीर ने उनका साथ नहीं दिया। उनकी तबियत खराब होने लगी। और दिन-ब-दिन उनकी तबियत बिगड़ती चली गई। सुरेश चटवाल जी बहुत कमज़ोर हो गए।
आखिरकार 28 मई 2016 को 69 साल की उम्र में सुरेश चटवाल जी ये दुनिया छोड़कर चले गए। Meerut Manthan Suresh Chatwal जी को बहुत सम्मान के साथ याद करते हुए, उन्हें नमन करता है। शत शत नमन।
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